झुंझुनूं : झुंझुनूं जिले के कई गांवों में कई दिनों से अज्ञात जंगली जानवरों का खौफ बना हुआ है। जंगली जानवर इंसानों के साथ साथ भेड़ -बकरियों को अपना शिकार बना रहा है।
सोमवार सुबह 7 बजे के करीब चारणवास श्यामपुरा गांव में जंगली जानवर ने ग्रामीण पर हमला कर दिया। गला, छाती और हाथ- पैर को काट लिया। घायल नेमीचंद पुत्र शिवचंद को पहले झुंझुनूं के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। उसके बाद दोपहर में बीडीके अस्पताल में शिफ्ट कर दिया।
नेमीचंद के भतीजे ने नितेश ने बताया कि मेरे चाचा सुबह 7 बजे लावणी के लिए खेत में जा रहे थे। इतने में ही अज्ञात जानवर ने उन पर हमला कर दिया। आसपास के लोगों ने उन्हें घायल पड़ा हुआ देखा तो उन्होंने हमें सूचना दी।
इसी तरह सीकर रोड़ स्थित ढिगाल गांव के पास स्वामियों की ढ़ाणी में अधेड़ ताराचंद पुत्र शिवचंद मेघवाल और युवती सुमन पुत्री राधा कृष्ण पर भी अज्ञात जानवर ने हमला कर घायल कर दिया। जिनका निजी अस्पताल में इलाज किया गया है।
वन विभाग पर लगाए लापरवाही के आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि इलाके में इतनी घटनाओं के बावजूद वन विभाग के वन कर्मियों को अभी तक जंगली जानवर का नाम तक मालूम नहीं हुआ है। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार अज्ञात जानवर ने पशुओं को अपना शिकार बनाया है।
ग्रामीणों ने बताया कि वे जंगली जानवार से पशुओं को बचाने के लिए पूरी रात पहरा दे रहे हैं और पटाखे फोड़कर जंगली जानवरों को भगा रहे हैं। ये जंगली जानवर ग्रामीण क्षेत्र में एक दर्जन से ज्यादा गांव में पशुओं पर हमला कर चुके है। अब झुंझुनू के दो गांव में इंसानों पर भी अज्ञात जानवर ने हमला किया हैं।
ग्रामीण बोले- लकड़बग्घा होने की संभावना
ग्रामीणों ने कहना है कि यह हायना (लकड़बग्घा) हो सकता है। कोलसिया, कारी, बुगाला, चारण की ढाणी, दुर्जनपुरा, सेठवाली ढाणी, जाखल आदि गांवों में जंगली जानवर आने की सूचना मिली थी। भगेरा गांव से एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था, लेकिन वन विभाग की टीम पूरी तरह से बेबस नजर आ रही है। ग्रामीणों के अनुसार बुगाला गांव की तरफ तेंदुआ आने की सूचना मिली थी।