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हेमा मालिनी बोलीं-धर्मेंद्र जी को मिलना चाहिए था दादासाहेब-फाल्के पुरस्कार:कहा-मंत्री होती तो मैं नृत्य नहीं कर पाती, इसलिए मुझे मंत्री नहीं बनना


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हेमा मालिनी बोलीं-धर्मेंद्र जी को मिलना चाहिए था दादासाहेब-फाल्के पुरस्कार:कहा-मंत्री होती तो मैं नृत्य नहीं कर पाती, इसलिए मुझे मंत्री नहीं बनना

हेमा मालिनी बोलीं-धर्मेंद्र जी को मिलना चाहिए था दादासाहेब-फाल्के पुरस्कार:कहा-मंत्री होती तो मैं नृत्य नहीं कर पाती, इसलिए मुझे मंत्री नहीं बनना

कोटा : तीन दिन पहले इस साल का दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड मिथुन चक्रवर्ती को देने की घोषणा हुई। इस अवॉर्ड को लेकर एक्ट्रेस और मथुरा सांसद हेमा मालिनी बड़ा बयान दिया है। इस पुरस्कार को लेकर उनका कहना है कि-मुझे लगता है कि ये अवार्ड धर्मेंद्र जी को दिया जाना चाहिए। दरअसल, हेमा मालिनी गुरुवार को कोटा पहुंचीं। यहां वे दशहरा मेला उद्घाटन में दुर्गा नृत्य नाटिका प्रस्तुति देंगी। इससे पूर्व शहर के उम्मेद भवन पैलेस में प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई।

इस दौरान जब उनसे मिथुन चक्रवर्ती को दादासाहेब फाल्के को पुरस्कार देने का पूछा गया तो उनका कहना था- हर साल एक-एक कलाकार को ये पुरस्कार दिया जाता है। कलाकारों को पुरस्कार मिलना ही चाहिए। मुझे तो लगता है कि धरमजी को ये पुरस्कार मिलना चाहिए था। वे बोलीं- धरमी जी को तो 10-15 साल पहले ही पुरस्कार मिल जाना चाहिए थे। इस बार मिथुन को मिला हैं। बहुत अच्छा एक्टर और व्यक्ति भी हैं।

हेमा मालिनी गुरुवार सुबह कोटा एयरपोर्ट पहुंचीं। जहां नगर निगम के अधिकारियों ने उन्हें रिसीव किया और उनका स्वागत किया गया।
हेमा मालिनी गुरुवार सुबह कोटा एयरपोर्ट पहुंचीं। जहां नगर निगम के अधिकारियों ने उन्हें रिसीव किया और उनका स्वागत किया गया।

बातचीत में कहा- मैं मंत्री नहीं बनना चाहती हेमा मालिनी से जब सवाल किया गया- सांसद रहते हुए आप एक राजनेता और एक अभिनेता के रूप में कैसे संतुलन बैठा पाते हो, नृत्य प्रस्तुतियां भी होती है ? इस पर उन्होंने जवाब दिया- अच्छा हुआ कि मैं मंत्री नहीं हूं। मंत्री होती तो मैं नृत्य नहीं कर पाती। इसलिए मुझे मंत्री बनना भी नहीं है। मैं सांसद के रूप में ही ठीक हूं।

कहा-मुझे कोटा की साड़ियां और जोधपुर की कचौरी अच्छी लगती है

कोटा को लेकर उन्होंने कहा कि कोटा आकर मुझे बहुत अच्छा लगा। लगा नहीं था कि शहर इतना अच्छा होगा और इतनी हरियाली होगी प्लेन से रिवर फ्रंट को देखा तो बहुत सुंदर लगा।

वे बोलीं- जब भी साड़ियों का नाम आता है तो कोटा डोरिया की साड़ी का नाम आता है। साड़ियों के लिए कोटा फेमस है। इस पर जब उनसे पूछा गया कि यहां कि कचौरी भी फेमस है तो उन्होंने जवाब दिया-कचौरी मुझे जोधपुर की अच्छी लगती है। कचौरी में कोटा का नाम नहीं सुना। उन्होंने बताया कि कोटा में नृत्य नाटिका का मौका मिला है। इसके बाद वे मथुरा में भी दुर्गा नृत्य नाटिका की प्रस्तुति देंगी।

कोटा पहुंचने के बाद हेमा मालिनी मीडिया से रुबरू हुई। इस दौरान उन्होंने कोटा शहर की भी तारीफ की।
कोटा पहुंचने के बाद हेमा मालिनी मीडिया से रुबरू हुई। इस दौरान उन्होंने कोटा शहर की भी तारीफ की।

हरियाणा में सरकार ने अच्छा काम किया

हरियाणा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि हरियाणा में उन्होंने एक दिन पहले ही रोड शो किया था। हरियाणा में अभी हमारी ही सरकार है। वहां काफी काम हुए है। मोदी जी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को लेकर काम किए जा रहे हैं।

आज से पहले कई पीएम बने लेकिन आज तक किसी ने पौधारोपण को लेकर अभियान नही चलाया जो अभी चल रहा है। एक पेड़ मां के नाम अभियान पूरे देश में चलाया जा रहा है।

हेमा मालिनी ने कहा- नृत्य से उनका शुरू से नाता रहा है। नृत्य से ही उन्हें फिल्मी मुकाम मिला। उन्होंने कहा कि नृत्य मेरे लिए लगन है, फिल्में करियर है और राजनीति मेरे लिए सेवा हैं। सड़कें बनाना, स्कूल बनाना, मथुरा का विकास हो ये मेरा कर्तव्य है। उन्होंने फिल्मों को लेकर कहा कि पहले फिल्मों में गानों से लेकर कास्टिंग, डायलॉग, लोकेशन हर चीज पर बारीकी से मेहनत की जाती थी, अब कई बदलाव आए हैं।

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