सावधानी बरतने से मिर्गी के दौरों से बचाव संभव : डॉ. सुरेका
सावधानी बरतने से मिर्गी के दौरों से बचाव संभव : डॉ. सुरेका

चूरू : पिछले 30 वर्षों से प्रतिमाह पहले मंगलवार को लगने वाला निःशुल्क मिर्गी निदान शिविर मंगलवार को रतननगर में संपन्न हुआ। त्रिवेणी देवी सुरेका चेरिटेबल ट्रस्ट के तत्वाधान में यह 362 वाँ कैम्प सम्पन्न हुआ। इस कैम्प में 525 मरीजों की जांच कर परामर्श दिया गया तथा पूरे माह की दवाई निःशुल्क वितरित की गई।
कैम्प के मुख्य न्यूरोफिजिसियन डॉ आर के सुरेका ने बताया कि मिर्गी रोगी को कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। जैसे कि रोगी की रात में लेट नहीं सोना चाहिए, पूरी-पूरी रात नहीं जागना चाहिए। पहाडों पर अकेला नहीं जाना चाहिए। तालाबों व कुएं में अकेला नहीं जाना चाहिए। मिर्गी से ग्रसित महिलाओं को अपने बच्चे को नहलाते समय नल या शॉवर से नहलाना चाहिए, टब का उपयोग करने से बचना चाहिए। ऎसे ही उन्हें अन्य बीमारी जैसे बुखार होने पर, उल्टी होने पर, दस्त होने पर मिर्गी व अन्य दवा भी साथ में दे सकते हैं। दवा बन्द करने पर मिर्गी के दौरे पड़ सकते हैं। उन्होंने मिर्गी रोगियों के अभिभावकों से अनुरोध किया कि वो अपने बच्चों की शादी के फेरे दिन में या गोधूलि बेला में करे, जिससे मिर्गी से ग्रस्त बच्चों को दौरे ना पड़ें व जगहंसाई ना हो। इस कैम्प में डॉ रोहित सुरेका, डॉ. रक्षित सुरेका, डॉ.जयसिह, डॉ. सरीन, डॉ. एफएच गौरी, ताजू खान आदि ने सहयोग दिया।