सीकर : पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने सीएम भजनलाल शर्मा पर तंज कसते हुए कहा कि आज अनुभवहीन लोग पर्ची से मंत्री, मुख्यमंत्री बन गए हैं। इससे ज्यादा दुर्भाग्य प्रदेश का और क्या हो सकता है। उन्होंने कहा कि किरोड़ीलाल मीणा इस्तीफे के लिए न तो हां कर रहे हैं और न ही ना कर रहे हैं। मीणा पांच बार दिल्ली जाकर मोदीजी और अमित शाह से भी मिल आए लेकिन अभी तक कुछ पता नहीं चला।
डोटासरा सीकर कोर्ट में अपने सीनियर वकीलों से मिलने के लिए आए हुए थे। वे यहां वकीलों के साथ बैठकर चाय की चुस्कियां लेते हुए दिखाई दिए।
डमी मुख्यमंत्री का गुजरात मॉडल आया
डोटासरा ने कहा कि किरोड़ी लाल मीणा बहुत संघर्षशील नेता है। किरोड़ी लाल मीणा ने झूठ बोलकर बीजेपी की सरकार बनाने में मदद की थी। लेकिन, आज बीजेपी किरोड़ी लाल मीणा का तिरस्कार और अपमान कर रही है। जब भाजपा अपने नेताओं, मंत्रियों का अपमान कर सकती है तो जनता की क्या ही सुध लेगी। जनता को भाजपा से कोई उम्मीद नहीं है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव पर बोलते हुए डोटासरा ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस के प्रति अच्छा माहौल है। पूर्ण बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनेगी। क्योंकि हरियाणा में पिछले 10 साल से दिल्ली की पर्चियों से शासन चला रहा है जिससे आम वर्ग, किसान व युवा तकलीफ में हैं और पीड़ित है। हरियाणा में भाजपा ने चेहरा जरूर बदला लेकिन गवर्नेंस वही है। डमी मुख्यमंत्री बनाने का जो गुजरात मॉडल आया है उससे न राजस्थान अछूता रहा और न ही हरियाणा।
जिला खत्म नहीं कर पाएंगे
डोटासरा ने कहा कि नए जिले कम नहीं होंगे। भाजपा ने जो चुनाव से पहले वाहवाही लूटने के लिए जो भाषण दिए थे उन्हें जस्टिफाई करने के लिए यह कह रही है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने रोक लगा दी है कि कोई भी राजस्व गांव नहीं बन सकता और न ही गांवों की संख्या कम ज्यादा हो सकती है। जिला रद्द करना तो बहुत बड़ी बात है। तो यह कैसे कर पाएंगे, इन्होंने छूट मांगी थी। लेकिन इन्हें छूट मिली नहीं तो कैसे कर पाएंगे। इनकी बातों का कोई तुक नहीं है।
डोटासरा ने कहा- हाल ही में आईएएस व आरएएस की ट्रांसफर लिस्ट आई है। लिस्ट में ऐसे अधिकारी हैं जिनके सात-सात बार ट्रांसफर हो गए। एक अधिकारी तो ऐसा है जिसका एक महीने में तीन बार ट्रांसफर हुआ है। यह सरकार बनने से पहले कहते थे कि हम 360 डिग्री का परीक्षण कर स्थानांतरण करेंगे। अब परीक्षण कर लिया तो उसे हर महीने में चेंज कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक अधिकारी तो ऐसा है जिसका हर ट्रांसफर लिस्ट में नाम है। 5 ट्रांसफर लिस्टों में 5 बार नाम है।