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बिखरी हुई पूंजी को इकठ्ठा करने की कवायद


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बिखरी हुई पूंजी को इकठ्ठा करने की कवायद

बिखरी हुई पूंजी को इकठ्ठा करने की कवायद

राजेन्द्र शर्मा झेरलीवाला पिलानी, वरिष्ठ पत्रकार व सामाजिक चिंतक

आगामी झुंझुनूं उपचुनाव को लेकर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़, राजस्थान प्रभारी अग्रवाल, जिला प्रभारी कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत झुंझुनूं के दौरे पर थे । मदन राठौड़ का भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद पहला झुंझुनूं दौरा था । लेकिन कहते हैं कि बंद लिफाफा बता देता है कि क्या लिखा हुआ है । शायद उसका आभास प्रदेश अध्यक्ष को हो गया । जनमानस शेखावाटी हिन्दी समाचार पत्र अपने आलेख में झुंझुनूं में मची गुटबाजी को लेकर प्रदेश नेतृत्व व शीर्ष नेतृत्व को आगाह करता रहा है । गुटबाजी की उस बात पर प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने मुहर लगा दी है ।‌ विदित हो जब कोई प्रदेश स्तर का नेता झुंझुनूं दौरे पर आता है तो प्रत्येक गुट अपना शक्ति प्रदर्शन करता है और झुन्झुनू उनके होर्डिंग्स से पट जाता है । आज भी वही देखने को मिला संगठन में बिखराव स्पष्ट संकेत दे रहा था कि विधायक बनने की होड़ वाले नेता अपने समर्थकों के साथ उनकी फोटो का बैनर व होर्डिंग्स लेकर प्रदेश के नेताओ का अलग अलग जगह सम्मान नहीं बल्कि अपने समर्थकों के साथ शक्ति प्रदर्शन कर रहे थे ।

पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के कार्यकाल मे जो गुटबाजी का बीजारोपण किया था उसने आज वट वृक्ष का स्थान ले लिया है । पूर्व जिलाध्यक्ष ने संगठन मे पदों की बंदरबाट की उन नेताओं को पद से नवाजा गया जिन्होंने कभी नरेन्द्र मोदी का पुतला जलाया था , जिनका भाजपा की नितियों व सिध्दांतों से कोई सरोकार नहीं रहा । भाजपा के वरिष्ठ व निष्ठावान कार्यकर्ताओं को दरकिनार किया गया । उसी का परिणाम था कि विधानसभा चुनावों में भाजपा कोई करिश्माई प्रदर्शन नहीं कर पाई । तत्पश्चात लोकसभा चुनाव में भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था । लोकसभा चुनावों में तो भाजपा के उम्मीदवार शुभकरण चौधरी ने सार्वजनिक रूप से भाजपा की हार का कारण भाजपा की गुटबाजी को बताया था । प्रदेश नेतृत्व व जिलाध्यक्ष को सोचना होगा कि लंगड़े घोड़ों पर दांव लगाकर कभी रेस नहीं जीती जाती है ।

आगामी उपचुनाव को लेकर भाजपा के प्रदेश स्तर के नेताओं की झुन्झुनू में संगठनात्मक बैठक हुई लेकिन जब संगठन ही जीर्ण-शीर्ण अवस्था में हो जिसका आभास प्रदेश नेतृत्व को लग चुका था कि झुंझुनूं जिले में भाजपा का संगठन अलग अलग ढाणियो में विभक्त है । इसको लेकर उन्होंने आगाह भी किया कि आगामी उपचुनाव में जीत तभी होगी जब हर कार्यकर्ता अपनी निजी महत्वाकांक्षा का परित्याग कर एकजुट होकर एक जाजम पर आयेंगे । अलग अलग पावर सैक्टरो में बंटे जिला संगठन को प्रदेश अध्यक्ष की नसीहत का क्या प्रभाव होगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा। लेकिन इतना निश्चित है कि झुंझुनूं में गुटबाजी परवान पर है ।

राजेन्द्र शर्मा झेरलीवाला पिलानी, वरिष्ठ पत्रकार व सामाजिक चिंतक

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