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पिलानी में कामरेड शिवदास घोष की स्मृतिसभा:समर्थकों ने पार्टी की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने का लिया संकल्प


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पिलानी में कामरेड शिवदास घोष की स्मृतिसभा:समर्थकों ने पार्टी की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने का लिया संकल्प

पिलानी में कामरेड शिवदास घोष की स्मृतिसभा:समर्थकों ने पार्टी की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने का लिया संकल्प

पिलानी : सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ़ इंडिया (कम्युनिस्ट) पार्टी के संस्थापक रहे कामरेड शिवदास घोष की पिलानी में 48वीं स्मृति सभा मनाई गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि हरियाणा राज्य संगठन के सचिव कामरेड राजेंद्र थे, जबकि अध्यक्षता राजस्थान राज्य कमेटी के सदस्य कामरेड शंकर दहिया ने की।

मुख्य वक्ता SUCI (कम्युनिस्ट) पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य कामरेड सत्यवान थे। संचालन जिला कमेटी सदस्य कामरेड रविकांत पांडे ने किया। कामरेड सत्यवान ने अपने उद्बोधन में कहा कि देश में आज नौजवानों के लिए रोजगार, शिक्षा, इलाज नहीं है, महंगाई चरम पर है, बहन-बेटियों की सुरक्षा नहीं है, नशाखोरी बढ रही है।

इन हालातों को कामरेड शिवदास घोष ने 1948 में ही भांप लिया था और कहा था कि इस आजादी से मेहनतकश जनता को शोषण और अन्याय से मुक्ति नहीं मिल सकती। कामरेड शिवदास घोष का मानना था कि मेहनतकश वर्ग के लिए एक क्रांतिकारी पार्टी का निर्माण करना होगा तभी इन समस्याओं से छुटकारा मिल पाएगा। उन्होंने कड़ा संघर्ष करके भारत में मार्क्सवाद के आधार पर एक क्रांतिकारी पार्टी एसयूसीआई कम्युनिस्ट पार्टी का निर्माण किया। कामरेड सत्यवान ने पार्टी की रीति-नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान कार्यकर्ताओं से किया।

इस अवसर पर विमल काला ने क्रांतिकारी गीत की प्रस्तुति दी। कामरेड विष्णु वर्मा, महावीर प्रसाद शर्मा, संदीप शर्मा, राजेंद्र सिहाग, भुवनेश्वर पाराशर ने सर्वहारा नेता कामरेड शिवदास घोष के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। कार्यक्रम के अन्त में केरल के वायनाड जिले में, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी वर्षा के कारण हुए विनाशकारी भूस्खलन से हुई जन हानि पर शोक व्यक्त किया गया। वक्ताओं का कहना था कि वैज्ञानिकों व पर्यावरणविदों के बार-बार चेताए जाने पर भी प्रशासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया, जिसके कारण ये आपदाएं घटित हुई हैं।

कार्यक्रम में महादेवराम जांगिड़, इंद्र सिंह, होशियार सिंह, नंदलाल सैनी, कृष्णा नायक, सूबे सिंह, हरिराम बाडेटीया, प्रताप आलड़िया, रामकुमार शर्मा, अनुराग जोया, अजीत सिंह, सुरेश कुमार, महेन्द्र कुमार, गोविन्द राम, रणधीर सिंह, अजीत सिंह, सुनीता देवी, मणी देवी, संतोष सैनी, मनीष सैनी व अन्य कार्यकर्त्ता उपस्थित रहे।

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