4 महीने बाद परिवार से मिले आत्माराम:4 मार्च को अपना घर ने किया था रेस्क्यू, भतीजे के साथ घर भेजा
4 महीने बाद परिवार से मिले आत्माराम:4 मार्च को अपना घर ने किया था रेस्क्यू, भतीजे के साथ घर भेजा

नीमकाथाना : 4 महीने पहले घर से निकले युवक को अपना घर आश्रम के लोगों ने परिवार से मिलाया। नीमकाथाना ज्ञानचंद मोदी अपना घर नीमकाथाना में रह रहे आत्माराम प्रभुजी को 4 मार्च 2024 को राजस्थान रेस्क्यू मिशन अभियान के तहत सीकर क्षेत्र से रेस्क्यू किया था। आज अपना घर आश्रम में ही परिवार से मिलाया।
अपना घर आश्रम के गजेंद्र मोदी ने बताया कि 4 मार्च को प्रभुजी आत्मराम को रेस्क्यू किया गया था, उस समय प्रभुजी का स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। करीब 4 महीने की सेवा के बाद प्रभु जी ने अपना पता लक्ष्मनगढ़, सीकर लिखवाया। 24 जुलाई को लक्ष्मनगढ़ निवासी पवन सैनी ने अपना घर आश्रम में प्रभु जनों को भोजन करवाने के लिए आए थे, प्रभु जी आत्माराम ने पवन सैनी को अपना पूरा पता बताया।
प्रभुजी द्वारा बताए गए परिजनों को पवन सैनी जी जानते थे। पवन सैनी ने गांव में जाकर प्रभुजी के परिजनों को सूचना दी कि प्रभु जी आत्माराम आश्रम में रह रहे हैं। प्रभु जी के भतीजे विजय कुमार ओर परिवार के सदस्य आश्रम पहुंचे ओर अपने सामने प्रभु जी आत्माराम को देखा। गजेंद्र मोदी ने बताया कि पूरी कागजी कार्रवाई करने के बाद प्रभु जी को अपने भतीजे के साथ विदाई दी।