गोतस्करी के शक में मर्डर, सवालों के घेरे में पुलिस:IPS ने ट्वीट कर डिलीट किया; FIR में दावा- तस्करों ने गोली मारी, फायरिंग कर फरार हुए
गोतस्करी के शक में मर्डर, सवालों के घेरे में पुलिस:IPS ने ट्वीट कर डिलीट किया; FIR में दावा- तस्करों ने गोली मारी, फायरिंग कर फरार हुए

भरतपुर : डीग जिले में गायों को लोडिंग टेम्पो से गांव से दूर छोड़ने जा रहे युवक संदीप प्रजापत (20) की मौत के मामले में पुलिस सवालों के घेरे में है। युवक की मौत को लेकर एसपी राजेश मीणा ने दावा किया था कि गोतस्करों ने संदीप को गोली मार दी। इसके बाद फरार हो गए। परिजन को पुलिस पर भी हत्या का शक है। बुधवार शाम 4 बजे आईजी राहुल प्रकाश ने ट्वीट कर पुलिस पर कार्रवाई की बात कही। बाद में ट्वीट को डिलीट कर दिया गया।

इस मामले में पुलिस की ओर से कुम्हेर थाने में FIR दर्ज कराई गई है। ASI महेंद्र सिंह ने मामला दर्ज कराई।
दर्ज FIR के अनुसार पुलिस ने यह घटनाक्रम बताया…
मंगलवार-बुधवार की रात 12 बजकर 30 मिनट पर थाने से गश्त के लिए जाब्ता रवाना हुआ। पुलिस का जाब्ता कुम्हेर कस्बे में गश्त करते हुए नदबई तिराहे रोड पर पहुंचा। इस दौरान एक सफेद रंग का टाटा मैजिक टेम्पो नदबई की तरफ तेज गति से भागता हुआ निकला। इसके पीछे तिरपाल लगी हुई थी।
कुम्हेर कस्बे के तिराहे पर पहुंचते ही दो बाइक पर सवार व्यक्ति टेम्पो की तरफ देखकर बोले- टेम्पो में गाय भरी हुई हैं। इनको पकड़ो। इसके बाद पुलिस का जाब्ता टेम्पो का पीछा करने लगा। दो बाइक पर व्यक्ति भी टेम्पो का पीछा करने लगे।
ASI महेंद्र सिंह ने टेम्पो को हाथ का इशारा देकर रुकने के लिए कहा। लेकिन वे नहीं रुके और टेम्पो को लहराते हुए भगाते रहे। टेम्पो ने पुलिस की गाड़ी को भी साइड नहीं दी। पुलिस का जाब्ता टेम्पो का पीछा करता हुआ करीब 2 बजकर 30 मिनट पर जहांगीरपुर गांव के पास पहुंचा।

वहां रोड़ पर पहले से एक पिकअप खड़ी थी। जहां लोग गायों को इकट्ठा कर पिकअप में भरकर तिरपाल बांध रहे थे। पिकअप के पास मैजिक टेम्पो पहुंचा। कुछ देर बाद हम भी वहां पहुंचे। तभी पिकअप में बैठे बदमाशों ने हमारे और टेम्पो के ऊपर दो फायर किए।
इसके बाद पिकअप में तस्कर 15 से 16 गोवंश को क्रूरता से भरकर बरताई गांव की तरफ भाग गए। मैजिक टेम्पो थोड़ा आगे चलकर रॉन्ग साइड जाकर रुक गया। मैजिक टेम्पो से खलासी साइड से एक युवक उतरा, जिसे पुलिस जाब्ते ने पकड़ लिया।
उसने अपना नाम नरेश निवासी सोनगांव बताया। उसने बताया कि पिकअप से गोली चली थी। वह मेरे साथी संदीप के लगी है। पुलिस गाड़ी हमारे पीछे होने के कारण पहले से ही खड़े गौ तस्करों ने हमारे ऊपर फायरिंग कर दी।

गोली टेम्पो के आगे के शीशे से निकलकर संदीप के जा लगी। जिस पर जाकर देखा तो सामने की तरफ में से शीशे में से गोली टेम्पो के ड्राइवर के शीशे में जा लगी थी। उसके सीने से खून बह रहा था। नरेश ने बताया कि मेरे टेम्पो में गिरने पड़ने से चोट आई है।
इस पर ASI ने थाना अधिकारी PCR को फायर कर भाग जाने वाली पिकअप को लेकर नाकाबंदी करवाने का निवेदन किया। मौके पर थानाधिकारी पहुंचे। मौका देख घायल नरेश को लेकर कुम्हेर अस्पताल पहुंचे। मौके पर FSL की टीम बुलाई गई।
थोड़ी देर बाद मालूम हुआ कि पिकअप सवार गौ तस्करों ने जनुथर में नाकाबंदी पर तैनात पुलिसकर्मियों पर भी फायरिंग की। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए उन पर फायरिंग की। इसके बाद मैजिक टेम्पो ले ड्राइवर को कुम्हेर अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टर ने मैजिक टेम्पो के ड्राइवर को मृत घोषित कर दिया।

आईपीएस राहुल प्रकाश ने ट्वीट में क्या लिखा था
IPS राहुल प्रकाश ने बुधवार शाम 4 बजे ट्वीट (एक्स) किया। अपनी ऑफिशियल आईडी से किए गए ट्वीट में लिखा- आज कुम्हेर में हत्या करके भागते हुए अपराधियों और जनूथर पुलिस के बीच हुए मुठभेड़ में उन पुलिस कर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी, जिन्होंने अपराधियों के खिलाफ इफेक्टिव फायरिंग से जवाब नहीं दिया।
कुछ ही देर में ट्वीट को 2200 से ज्यादा लोगों ने देख लिया। बाद में यह ट्वीट डिलीट कर दिया गया। शाम 6.15 बजे उन्हें कॉल किया लेकिन संपर्क नहीं हो सका।

घटना के चश्मदीद नरेश का कुछ पता नहीं
इस घटना के चश्मदीद सोनगांव के निवासी नरेश ठाकुर को पुलिस ने थाने में रखा। पुलिस नरेश को लेकर बार-बार बयान बदलती रही। पहले बताया गया कि नरेश को हिरासत में लिया गया है। विवाद हुआ तो सुबह कुम्हेर थाना इंचार्ज अध्यात्म गौतम ने बताया कि नरेश को हिरासत में नहीं लिया, बस पूछताछ की जा रही है।
वारदात के बाद से नरेश को सामने नहीं लाया गया। नरेश के चाचा वनय सिंह ने कहा कि नरेश घटना के बाद से पुलिस की हिरासत में है। हमें भी नरेश से नहीं मिलने दिया जा रहा है।
पुलिस यह भी नहीं बता सकी कि बाइक सवार गोरक्षक लोग कौन थे जो टेम्पो का पीछा कर रहे थे।

चचेरे भाई ने बताया- पुलिस कह रही हमारी गोली नहीं लगी
संदीप के चचेरे भाई सोनगांव निवासी मानसिंह ने कहा- संदीप अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसने 1 महीने पहले नया लोडिंग टेम्पो लिया था। बुधवार सुबह करीब 7 बजे सरपंच का फोन आया। बोला संदीप नाम का कोई लड़का तुम्हारे परिवार में है। मैंने कहा हां मेरा छोटा भाई है। बताया गया कि वह सोनगांव से गायों को छोड़ने जा रहा था। कुम्हेर इलाके के जहांगीरपुर में जाते ही उसे गोली मार दी गई।

सोनगांव के सरपंच प्रतिनिधि मुंशीलाल ने कहा था- संदीप मेरे गांव का लड़का था। वह गोतस्कर नहीं था। पता नहीं संदीप को पुलिस ने गोली मारी, गोरक्षकों ने मारी या गोतस्करों ने। इसकी जांच होनी चाहिए।
जनूथर इलाके से फायरिंग कर फरार हुए गोतस्कर और पिकअप के बारे में अभी तक पुलिस को कोई जानकारी नहीं है। संदीप के हत्यारों का पुलिस के पास कोई सुराग नहीं है, जबकि पुलिस की मौजूदगी में घटना होना बताया गया है।

नेता प्रतिपक्ष ने भी उठाये सवाल
संदीप की हत्या के बाद नेता प्रतिपक्ष ने बुधवार को एक समाचार चैनल से बात करते हुए कहा कि गोरक्षकों को गोतस्कर बताया जा रहा है। गांव के लोग कह रहे हैं कि जो गाय फसल ख़राब कर रही थीं उन्हें दूसरी गोशाला में भेजा था। सबसे बड़ी बात है कि गोली किसने चलाई, क्यों चलाई, क्यों गोली चलने की स्थिति पैदा हुई? क्या कानून नाम की चीज प्रदेश के अंदर नहीं है? पूरे मामले की जांच होनी चाहिए।