झुंझुनूं जिले के दाे और जवानाें ने शहादत दी:परिजन घर आने का इंतजार कर रहे थे, इधर उनकी शहादत की खबर आ गई
झुंझुनूं जिले के दाे और जवानाें ने शहादत दी:परिजन घर आने का इंतजार कर रहे थे, इधर उनकी शहादत की खबर आ गई

भैसावता कलां : देश रक्षा में अग्रणी झुंझुनूं जिले के दाे और जवानाें ने शहादत दी है। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के डेसा में आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में जिले के दाे जवान भैसावता कलां के अजय सिंह व डूमाेली कलां की खूबा की ढाणी के बिजेंद्र सिंह शहीद हो गए। दाेनाें की पार्थिवदेह बुधवार काे गांव पहुंचने की संभावना है।
मंगलवार सुबह जब दाेनाें की शहादत की खबर मिली तो भैसावता व डूमाेली में माहाैल गमगीन हाे गया। आतंकी हमले में शहीद होने वाले जिले के दोनों जवान एक साथ भर्ती हुए थे और अब शहीद भी दोनों साथ हुए है। अजय सिंह नरूका अपने पिता के कोटे से तथा बिजेंद्र सिंह दौराता अपने सैनिक भाई के कोटे से 2018 में फतेहगढ़ से भर्ती हुए थे। दोनों जवान 10 राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात थे। सर्च के दाैरान आतंकियों का पीछा करते हुए फायरिंग करने पर दोनों जवान देश के लिए बलिदान हो गए। परिजनों के अनुसार देश के लिए शहीद हुए दोनों जवानों की पार्थिव देह बुधवार काे सिंघाना थाने में पहुंचेगी। इसके बाद उनके पैतृक गांवों में अंत्येष्टि की जाएगी।
दो गांवों में जवानों की एक साथ शहादत की सूचना मिलने पर गांवों में गमगीन माहौल बना हुआ है। अंत्येष्टि की तैयारियां की जा रही है। इसके अलावा लाडलों की विदाई को लेकर गांव की गलियों की सफाई की जा रही है। भैसावता कलां में शहीद अजय सिंह नरूका के घर तक रास्ता उबड़ खाबड़ होने के कारण जेसीबी मशीन लगाकर ठीक करवाया जा रहा है।
अजय सिंह 18 जुलाई को छुट्टी लेकर अपने गांव आने वाले थे
शहीद सिपाही अजय सिंह नरूका (26) दो महीने पहले छुट्टी पर घर आए थे। इसके बाद ड्यूटी पर वापस लौट गए थे। दो दिन बाद 18 जुलाई को छुट्टी लेकर गांव आने वाले थे। इससे पहले ही मुठभेड़ में शहीद हो गए। मंगलवार काे उनकी शहादत का समाचार आया। अजय सिंह की पार्थिव देह बुधवार सुबह सिंघाना से भैसावता कलां पहुंचने की संभावना है।
वहां से शहीद के सम्मान में यात्रा निकाली जाएगी। शहीद अजय सिंह का परिवार पिलानी के हरिनगर में रहता है। घटना की सूचना के बाद परिवार को पैतृक गांव भैसावता कलां लाया गया। अजय के पिता कमल सिंह नरूका भी सेना में हवलदार रह चुके हैं। कमल सिंह 2015 में रिटायर हुए थे। मां सुलोचना देवी गृहिणी हैं। अजय सिंह नरूका शादीशुदा है।
उनकी शादी 21 नवंबर 2021 को शालू कंवर से हुई थी। पत्नी शालू कंवर ने इसी साल चिड़ावा के कॉलेज से एमएससी क्लियर किया है। अजय सिंह का छोटा भाई करणवीर सिंह (24) बठिंडा (पंजाब) के एम्स में डॉक्टर है। अजय के चाचा कायम सिंह भी सेना की 23 राजपूत रेजिमेंट में सिक्किम में तैनात हैं। उन्हें 2022 में सेना मेडल से नवाजा गया था।
बिजेंद्र पांच दिन पहले घर आने वाले थे, पर किसी कारण छुट्टी कैंसिल हो गई
बिजेंद्र सिंह 2018 में सेना में भर्ती हुए थे। परिवार में माता-पिता, तीन बहनें, एक छाेटा भाई और पत्नी हैं। उनकी शादी 2019 में मानोता कलां की अंकिता के साथ हुई थी। के साथ हुई। उनके दो बेटे हैं, जिनमें बड़ा बेटा चार साल और छाेटा एक साल का है। शहीद का छोटा भाई दशरथ सिंह भी सेना में है। बिजेंद्र सिंह फरवरी में एक महीने की छुट्टी पर घर आए थे। पांच दिन पहले फिर से घर आने वाले थे, लेकिन आतंकी घटनाओं के चलते छुट्टी कैंसिल हो गई।
शहीद बिजेंद्र सिंह दौराता के परिवार को इस घटना को लेकर जानकारी नहीं दी गई, जो बेखबर होकर अपनी दिनचर्या के अनुरूप कार्य कर रहे है। शहीद बिजेंद्र सिंह का भाई दशरथ सिंह भी सेना में कार्यरत हो जो वर्तमान में लखनऊ में पदस्थापित है। बिजेंद्र सिंह के शहीद होने पर सेना के अधिकारियों की ओर से दशरथ सिंह को छुट्टी देकर गांव भेजा गया हैै।