प्रसिद्ध उद्योगपति स्व. महाबीर प्रसाद मुरारका को जयंती पर पुष्पांजलि देकर याद किया
प्रसिद्ध उद्योगपति स्व. महाबीर प्रसाद मुरारका को जयंती पर पुष्पांजलि देकर याद किया

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : सुभाष चन्द्र चौबदार
नवलगढ़ : कस्बे में उद्योगपति स्व. महाबीर प्रसाद मुरारका को उनकीं 105 वीं जयंती पर मुरारका पार्क नगरपालिका नवलगढ में स्थापित उनकी मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम में पूर्व अंतराष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ दयाशंकर जांगिड, पूर्व प्रांतपाल व नगरपालिका उपाध्यक्ष कैलाश चोटिया सह प्रांतपाल रामावतार सबलानिया स्काउट गाइड प्रधान मुरली मनोहर चोबदार, पूर्व प्रांतपाल जगदीश प्रसाद जांगिड, जनार्दन घोडेला क्लब अध्यक्ष सुहित पाडिया, ईन्द्र के अध्यक्ष पंकज शाह सीताराम घोडेला अर्जुन लाल सैनी रवि सैनी महेन्द्र सैनी रमाकांत सोनी उपस्थित रहे। प्रारंभ मे क्लब के सदस्यों द्वारा मूर्ति पर पुष्प अर्पित किये गये। ज्ञात रहे स्व. महाबीर प्रसाद मुरारका स्व कमल मुरारका के पिता तथा राधेश्याम मुरारका के भाई है। आपके परिवार द्वारा नवलगढ़ के विकास में बहुत बड़ा योगदान रहा है तथा अनवरत चालू है। इस विशालकाय मूर्ति का उदघाटन 2012 में हुआ था। जिसमें देश के गणमान्य राजनेता उपस्थित रहे तथा नवनिर्मित सुंदर नगरपालिका भवन का भी लोकार्पण हुआ।
डाॅ दयाशंकर जांगिड ने बताया कि उनका जन्म 15 जूलाई 1919 मे हुआ था तथा देहांत 19 अक्टूबर 1987 में हुआ। आपने बंबई में उद्योग स्थापित किये जिनमे प्रमुख गेनन एण्ड डंकरली जिसके द्वारा हावड़ा ब्रीज व भाखड़ा बांध जैसे प्रोजेक्ट करवाये गये। सुगर मीलों की स्थापना व काॅटन मीलों की स्थापना की। धनाढय व उद्योगपति होते हुये भी गरीबों की सहायता व कर्मचारियों के हित की बात करते थे। उनकी विचारधारा समाजवादी व्यवस्था में थी। आपने समाजवाद पर पुस्तकें भी लिखी जिसकी प्रस्तावना प्रसिद्ध समाजवादी नेता स्व. जयप्रकाश नारायण ने की। आपने कहा कि एक धनाढय व्यक्ति द्वारा समाजवाद की परिकल्पना आष्चर्य का विषय है इसके लिये युवाओं को काॅलेज व विष्वविद्यालयों में शिक्षा देनी चाहिये ताकि हमारे देश में समाजवाद की अच्छी व्यवस्था हो सके। आपके सुपुत्र स्व. कमल मुरारका की भी विचारधारा समाजवाद की ओर थी। आप पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर के साथ मंत्रीमण्डल में रहे। आपने भी कई पुस्तकें लिखी।
नवलगढ़ में अपनी पुश्तैनी हवेली पर्यटन विकास के लिये संग्रहालय में परिवर्तित कर दिया। नगरपालिका का भव्य भवन बनवाकर दिया। अपने पिता की मूर्ति की स्थापना की। नवलगढ़ में क्रिकेट स्टेडियम की स्थापना की। मुरारका फाउंडेशन के माध्यम से पर्यटक विकास व आर्गेनिक खेती के लिये, शेखावाटी उत्सव मनाये जाते है अंग्रेजी शिक्षा के विकास के लिये बेलाबाई मुरारका स्कूल की स्थापना की। सड़कों का निर्माण व सीवरेज बनाने में सरकार को करोड़ों रूपयों का सहयोग आदि शहर के विकास के लिये कार्यक्रम करवाये व उनका परिवार अभी भी सेवा कार्य में पूर्ण सहयोग दे रहा है। सह प्रांतपाल जगदीश प्रसाद जांगिड ने भी नवलगढ़ व पूरे देश मे उनके द्वारा करवाये गये कार्यो का वर्णन किया। आप नवलगढ के सच्चे सपूत व नवलगढ रत्न थे।