[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

14 दिनों से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे सूरजगढ़ राजकीय महाविद्यालय निर्माण भवन की मांग कर रहे छात्र-छात्राओं ने आक्रोश रैली निकालकर तहसीलदार को सोपा ज्ञापन


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
झुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्यसूरजगढ़

14 दिनों से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे सूरजगढ़ राजकीय महाविद्यालय निर्माण भवन की मांग कर रहे छात्र-छात्राओं ने आक्रोश रैली निकालकर तहसीलदार को सोपा ज्ञापन

जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासन ने आज तक नहीं ली छात्र-छात्राओं की सुध, सामाजिक संगठनों ने छात्रों को दिया समर्थन, ग्यारह जुलाई तक मांग नहीं मानी गई तो छात्र करेंगे आमरण अनसन एवं भूख हड़ताल

सूरजगढ़ : राज्य सरकार द्वारा राजकीय महाविद्यालय के लिए दो वर्ष पूर्व बजट स्वीकृत कर देने एवं नगरपालिका द्वारा भूमि आवंटन के बाद भी आजतक छात्र-छात्राओं के बैठने के लिए स्थाई भवन निर्माण की मांग को लेकर 14 दिनों से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे छात्र-छात्राओं ने छात्र नेता हेमंत चारण की अगुवाई में पुराना बस स्टैंड से गांधी सर्किल एवं बुहाना चौराहा होते हुए आक्रोश रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा जिसमें डॉ. भीमराव अंबेडकर समिति, सर्व समाज समरसता एवं सर्वांगीण विकास समिति, अनियमितता एवं भ्रष्टाचार विरोधी परिषद, सर्व समाज शमशान सुधार समिति,तथा नेहरू युवा मंडल ने समर्थन देते हुए छात्रों की वाजिब मांग का समर्थन किया। छात्र नेता हेमंत चारण ने बताया कि विद्यार्थी पिछले 14 दिनों से उपखंड कार्यालय के सामने धूप व बरसात के मौसम में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं लेकिन जनप्रतिनिधियों व प्रशासन ने आज तक उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया है और ना ही उनकी पीड़ा महसूस की है जो एक बहुत बड़ी विडंबना है। उन्होंने बताया कि नगरपालिका द्वारा 1030 वर्गमीटर भूमि भी आवंटित कर दी गई और राज्य सरकार ने दो वर्ष पूर्व 4.5 करोड रुपए का बजट भी स्वीकृत कर दिया लेकिन आश्चर्य है कि जिम्मेवारों ने भवन का निर्माण नहीं किया और ना ही टेंडर छोड़े।

इस महाविद्यालय में गरीब-मजदूर,किसानों एवं सामान्य वर्ग के बच्चे पढ़ने आते है। आज तक भवन का निर्माण नहीं किया इससे प्रतीत होता है कि कहीं ना कहीं जिम्मेदार लोक सेवकों की मंशा में खोट नजर आता है। अगर ग्यारह जुलाई तक हमारी मांग नहीं मानी जाती है तो छात्र-छात्राएं भूख हड़ताल पर बैठेंगे और आमरण अनशन करेंगे। समाजसेवी रतनसिंह खरडिया ने बताया कि इस महाविद्यालय के साथ स्वीकृत हुए अन्य महाविद्यालयों के भवन बन चुके परंतु सूरजगढ़ महाविद्यालय का भवन नहीं बनना प्रशासन की कार्य शैली को दर्शाता है। पूर्व प्रिंसिपल और समाज सेवी मास्टर रामस्वरूप सिंह आसलवासिया व समाजसेवी ओमप्रकाश सेवदा ने छात्र छात्राओं की इस वाजिब मांग को शीघ्र मानने के लिए प्रशासन तथा सरकार से पुरजोर शब्दों में आह्वान किया है ताकि कॉलेज का यह सत्र सुचारू रूप से चले और छात्रों की पढ़ाई बाधित नहीं हो।

रैली में छात्र नेता हेमंत नायक, सर्व समाज समशान सुधार समिति अध्यक्ष छोटेलाल गजराज, समाजसेवी सज्जन कटारिया, सफाई मजदूर संगठन के सक्रीय कार्यकर्ता विजय चंदेलिया, मोहित बागड़ी,मनीषा, करिश्मा, कंचन, ज्योति, रॉकी, रिंकी, आशा, पूनम, नीलम, नेहा, आकाश, विकास सेवदा, रवि कटारिया, रोहित, मोहित बागड़ी, तोफिक, मंजीत, अजय कुमावत, मनीष, रामस्वरूप, मोतीलाल डिग्रवाल, ओमप्रकाश सेवदा, विजय चंदेलिया, रतन सिंह, छोटेलाल गजराज सहित दर्जनों छात्र-छात्राओं ने आक्रोश रैली में भाग लिया। गौरतलब है कि कालेज के भवन निर्माण की मांग को लेकर आंदोलनरत छात्र 25 जून से एसडीएम कार्यालय के आगे अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं।

Related Articles