[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

अस्पतालों में पेपरलेस कामकाज की तैयारी, हर व्यक्ति का बनेगा डिजिटल हेल्थ कार्ड


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
टॉप न्यूज़नीमकाथानाराजस्थानराज्य

अस्पतालों में पेपरलेस कामकाज की तैयारी, हर व्यक्ति का बनेगा डिजिटल हेल्थ कार्ड

मरीजों की डिटेल, उपचार की हिस्ट्री सब रहेगी ऑनलाइन, इलाज में आसानी होगी

नीमकाथाना : मरीज को अब डाक्टर से रोग, उसकी दवा तथा जांच के लिए पर्ची दिखाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वह जांच के लिए जिस लैब में जाना चाहेगा, वह वहां पहुंचेगा उससे पहले उसकी सारी जानकारी लैब में पहुंच जाएगी। डॉक्टर मरीज के लैब पहुंचने से पहले ऑनलाइन रोगी के रोग, उसके इलाज, जांच की सारी रिपोर्ट ऑनलाइन भेज चुके होंगे।

दरअसल रोगी के पास आयुष्मान डिजिटल हेल्थ कार्ड रहेगा, जिसमें रोगी की पूरी कुंडली होगी। मरीज के अब तक के सभी रोगों, उसकी जांचों, दवा, इलाज इलाज करनेवाले डॉक्टर, उसका पद, पदस्थापन स्थान, यहां तक कि मेडिकल स्टोर से ली गई दवाओं की बिलिंग तक की भी सारी जानकारी होगी। कार्ड का नंबर जैसे ही साफ्टवेयर में डाला जाएगा, रोगी की रोग, इलाज और दवा, जांच की पूरी जानकारी सामने कंप्यूटर, मोबाइल की स्कीम पर आ जाएगी। सभी जानकारी आयुष्मान डिजिटल हेल्थ कार्ड में होगी। ये कार्ड सभी लोगों के बनेंगे। फिलहाल ट्रेनिंग पीरियड चल रहा है। जिले में लोगों को हेल्थ कार्ड बांटे जाने लगे हैं, मगर अभी ये मेडिकल स्टाफ आदि को दिए जा रहे हैं। बाद में हर व्यक्ति का हेल्थ कार्ड बनेगा।

प्रदेश भर के लैब संचालकों की आज जयपुर में वर्कशॉप : सीएमएचओ डॉ. विनय गहलोत ने गुरुवार शाम अपने ऑफिस में शहर के प्राइवेट डायग्नोस्टिक सेंटर्स (पैथोलॉजी लैब, रेडियोलॉजी डायग्नोस्टिक लैब), निजी अस्पतालों से संबद्ध डायग्नोस्टिक सेंटर्स के प्रतिनिधियों से मीटिंग की और उन्हें शुक्रवार को जयपुर के आईटीसी राजपुताना होटल में होनेवाली एबीडीएम (आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन) वर्कशॉप में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। इस वर्कशॉप में प्रदेशभर के लैब संचालक जुटेंगे।

आयुष्मान कार्ड और आयुष्मान भारत डिजिटल कार्ड में फर्क : आयुष्मान कार्ड और आयुष्मान भारत डिजिटल कार्ड में फर्क है। आयुष्मान कार्ड 5 लाख रुपए तक के फ्री इलाज के लिए जरूरी है। यह एक तरह का इंश्योरेंस कार्ड है, जबकि आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ कार्ड में रोगी के नए-पुराने सभी तरह के लोगों, इलाज, दवा, जिस डॉक्टर ने उसका इलाज किया उसकी भी डिटेल और डिग्री सहित अन्य जानकारी होगी। यह लोगों की डिजिटल आईडी है। कार्ड के नंबर डालते ही सालों पुरानी और ताजा डिटेल मिल जाएगी।

^इलाज पेपरलेस हो जाएगा। वहीं डिजिटल कार्ड से मरीज और उसका इलाज कर रहे डाक्टर,लैब्स को भी सुविधा होगी। मरीज का पूरा इलाज पेपरलेस हो जाएगा। पूरी डिटेल होगी तो इलाज में भी सुविधा होगी। जांच, इलाज में टाइम कम लगेगा। इलाज सटीक होगा। मरीजों को लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। डिजिटल कार्ड देशभर में चलेगा। फिलहाल डिजिटल कार्ड मेडिकल स्टाफ को आदि को दिए जा रहे हैं। ~~ डॉ. विनय गहलोत, सीएमएचओ

Related Articles