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जांच में सामने आया सफेद चांदी का काला सच:चांदी की पायल-बिछिया, कड़े-छल्ले सब खोटे, 70% गहनों में गिलट-एल्युमिनियम की चमक


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जांच में सामने आया सफेद चांदी का काला सच:चांदी की पायल-बिछिया, कड़े-छल्ले सब खोटे, 70% गहनों में गिलट-एल्युमिनियम की चमक

जांच में सामने आया सफेद चांदी का काला सच:चांदी की पायल-बिछिया, कड़े-छल्ले सब खोटे, 70% गहनों में गिलट-एल्युमिनियम की चमक

जयपुर : पाई-पाई जाेड़कर पायल, बिछिया जैसे चांदी के छोटे गहने खरीदने वाली महिलाएं यह जानकर हैरान हाे जाएंगी कि उनकी बचत के कराेड़ाें रुपए हर दिन ठगे जा रहे हैं। सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी की लैब में एक साल में विभिन्न शहराें व कस्बाें से शुद्धता की जांच के लिए लाए गए 12306 चांदी की पायल, छल्ला, कड़ा, चेन, घुंघरू, बिछिया, नेकलेस की रिपाेर्ट के मुताबिक कुछ गहनाें में ताे चांदी ही नहीं थी। 90% में मानक से कम पाई गई।

बता दें, आजकल बाजार में बिकने वाले चांदी के 66 फीसदी जेवरों में 60 से 70 फीसदी तक जस्ता व एल्युमिनियम की मिलावट की जा रही है। कुछ ज्वैलर ताे गिलट के गहने चांदी के बताकर बेच रहे हैं। आगरा, मथुरा, नाथद्वारा व राजकाेट से चांदी के मंगलसूत्र, चूड़ियां, लौंग, पायजेब, चेन, एंकलेट मंगाए जा रहे हैं। ये गहने बेचने पर आधा पैसा भी नहीं मिलता।

भारतीय मानक ब्यूराे केवल सिल्वर ज्वैलरी हाॅलमार्क के लिए लाइसेंस लेने वाले ज्वैलर्स के गहनाें में शुद्धता जांचता है। जिनके पास लाइसेंस नहीं, उनके गहने नहीं जांचता है। ब्यूरो का कहना है कि हॉलमार्क चांदी के गहने ही खरीदें, ताकि उन्हें पूरी शुद्धता मिले।

मिलावटी चांदी के जेवर का काराेबार राेकने का सरकारी सिस्टम ही नहीं

चांदी में मिलावट राेकने का सरकार के पास कोई मैकेनिज्म नहीं है। नाप-तौल विभाग के अधिकारी ज्वैलर्स तक जाते जरूर हैं, लेकिन जांच माप-तौल तक ही रहती है। न कभी सैंपल लिया गया, ना ही कोई सिस्टम बनााया। उपभाेक्ता चाहे ताे भारतीय मानक ब्यूरो के सेंटर पर जांच करा सकते हैं।

ज्वैलर्स काे 80% से कम शुद्धता वाले चांदी के गहने नहीं बेचने चाहिए। कुछ गहने ऐसे हाेते हैं, जाे 80-85% चांदी से बनते हैं। जाे ज्वैलर्स कम शुद्धता के गहने बेचते हैं, कमेटी उनका समर्थन नहीं करती है।
-कैलाश मित्तल, अध्यक्ष, सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी, जयपुर

हर रोज 10 करोड़ के चांदी के जेवर बिकते हैं, इसमें 3-4 करोड़ की ठगी हो रही

अनुमान के मुताबिक, प्रदेश में हर दिन औसतन एक हजार किलो चांदी के गहने बिकते हैं। इनकी अनुमानित कीमत गहनों के मेकिंग चार्ज मिलाकर 10 करोड़ बैठती है। इनमें से 70% गहनों में शुद्धता 10 से 80% ही रहती है। यानी हर दिन महिलाओं से बचत का 3 से 4 कराेड़ रुपए मिलावटी चांदी के गहने बेचकर ठगे जा रहे हैं।

कैसी चांदी के गहने लें

अच्छे गहने स्टर्लिंग चांदी के रूप में बेचे जाते हैं। ऐसे गहनाें में 92.5% चांदी होती है। इसलिए इस पर .925 या 925 की मुहर लगी होती है। शुद्ध चांदी नरम होती है, इसलिए गहने काे मजबूती देने के लिए तांबा, जस्ता या निकल मिलाया जाता है।

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