मंत्री किरोड़ीलाल ने वचन के खातिर सब त्यागा? दफ्तर जाना बंद, सरकारी गाड़ी भी छोड़ी, इस्तीफे की चर्चा
लोकसभा चुनाव में सीटें गंवाने के बाद मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे की खबर ने सनसनी मचा रखी है। माना जा रहा है कि मंत्री ने कदम अपने दिए वचन के चलते उठाया है।

जयपुर : रघुकुल रीत सदा चली आई, प्राण जाए पर वचन न जाई… कुछ दिन पहले राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर ये पोस्ट की थी। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान कैबिनेट मंत्री मीणा ने दावा किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दौसा समेत सात सीटों की जिम्मेदारी है। इन सात सीटों में एक भी सीट भाजपा हारती है तो वो इस्तीफा दे देंगे।
अब चुनाव परिणाम के बाद सात में से चार सीट भरतपुर, धौलपुर-करौली, दौसा और टोंक-सवाई माधोपुर सीट भाजपा हार चुकी है। यही वजह है कि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा अपने वचन के अनुसार दफ्तर जाना बंद कर दिए हैं। सूत्रों के हवाले से खबर है कि मीणा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि इस इस्तीफे को लेकर भाजपा के नेता कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
जानकारी के अनुसार कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने चार जून को इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद से ही वो दफ्तर जाना भी बंद कद दिए हैं। यही वजह है कि आचार संहिता खत्म होने के बाद भी उन्होंने सरकारी गाड़ी भी वापस नहीं ली है। मीणा इस समय अपनी निजी गाड़ी में ही घूमते नजर आ रहे हैं। हालांकि खबर ये भी है कि पार्टी आलाकमान ने किरोड़ी लाल मीणा का इस्तीफा अस्वीकार कर दिया है।
बता दें दौसा किरोड़ी लाल मीणा का गढ़ माना जाता रहा है, लेकिन इस बार के लोकसभा चुनाव में दौसा सीट पर कांग्रेस ने भारी मतों से जीत दर्ज की है। पूर्वी राजस्थान में मंत्री किरोड़ी लाल मीणा का किला ढह गया है।