पचेरी के नावता में मिले थे दो साधुओं के शव, इनकी भोदन के आश्रम में की गई थी हत्या
आश्रम से एक साल पहले जिस लखनदास को ग्रामीणों ने निकाल दिया था, उसी ने साध्वी के साथ मिल की हत्या

पचेरी : पचेरी के नावता में कच्चे रास्ते पर मिले दो साधुओं के शवों की शिनाख्त हो गई है। इनमें एक नारनौल हरियाणा निवासी वशिष्ठ गिरी व बगड़ निवासी सेवादार गौतम शेखावत शामिल थे। दोनों की सिंघाना थाना इलाके के भोदन के आश्रम में हत्या की गई थी। इसके बाद इनके शव कार में ले जाकर नावता के पास डाले गए थे। इनकी हत्या भोदन आश्रम के साधु लखनदास व साध्वी ने की थी।
हत्या का कारण शराब के नशे में पैसों के लेनदेन व साध्वी को लेकर कहे गए आपत्तिजनक शब्दों से जुड़ा माना जा रहा है। पुलिस के मुताबिक नारनौल के पटिकरा आश्रम में रहने वाले वशिष्ठ गिरी महाराज (45) व उनके सेवादार बगड़ निवासी गौतम शेखावत (43) शुक्रवार की रात भोदन आश्रम में गए थे। वहां पर रात को आश्रम के लखनदास व साध्वी से झगड़ा हो गया। झगड़े में लखनदास व साध्वी ने मिलकर ईंट-पत्थर व बेलन आदि से वारकर दोनों की हत्या कर दी।
इसके बाद वशिष्ठ गिरी की कार से ही दोनों के शव पचेरी थाना इलाके के नावता में पटककर फरार हो गए। दरअसल शवों की शिनाख्त नहीं होने पर पुलिस ने साधु संतों को बुलाया था। बुडाना आश्रम के महंत ने गौतम शेखावत व वशिष्ठ गिरी के रूप में शिनाख्त की थी। शिनाख्त होने के बाद क्षेत्र के लोगों ने बताया कि ये दोनों शुक्रवार को भोदन आश्रम आए थे। जब पुलिस टीम भोदन आश्रम पहुंची तो वहां फर्श, सौफे, हॉल की दीवारों पर खून के निशान थे। आश्रम परिसर में ईंट खून से सनी हुई थी। आश्रम संचालक लखनदास व साध्वी गायब थे। सिंघाना थानाधिकारी कैलाशचंद्र यादव ने बताया कि संदेह के आधार पर लखनदास व उसके साथ रहने वाली साध्वी की तलाश की जा रही है।

जिस आश्रम में शुक्रवार देर रात झगड़ा हुआ वहां वशिष्ठ गिरी व गौतम शेखावत के साथ बेरहमी से मारपीट की गई। हॉल में यह झगड़ा हुआ। यहां शराब व कोल्ड ड्रिंक की बोतल मिली। पुलिस ऐसा मान रही है कि शराब पीने के बाद यह झगड़ा हुआ। ईंट, बेलन व चिमटों से वार किए गए। इससे बैड, सोफा व दीवारों पर खून के निशान जम गए थे। झगड़े में वशिष्ठ गिरी के दाढ़ी के बोल भी नोच दिए गए। फिर भी नहीं मरे तो तोलिए से गला घोंट दिया। हॉल से बाहर ईंट व जमीन पर भी खून जमा हुआ मिला है।

साधु वशिष्ठ गिरी की कार को ही काम में लिया, हत्या कर पड़ोस के मकान में बाइक खड़ी की, कार से शवों को ठिकाने लगा फरार

शुक्रवार रात करीब साढ़े 12 बजे लखनदास व वहां रहने वाली साध्वी आश्रम से करीब 50 मीटर दूर स्थित एक घर में गए। वहां अपनी बाइक खड़ी की और मकान मालिक से कहा कि वे लोग अलवर में भंडारे में जा रहे हैं। आश्रम में और साधु आए हैं उनकी कार से जा रहे हैं। पुलिस ने यह बाइक जब्त कर ली। हत्या के बाद शव ठिकाने लगाने के लिए दोनों ने साधु वशिष्ठ गिरी की कार को ही काम में लिया। कार में भोदन आश्रम से निकलकर मुरादपुर होते हुए पचेरी पहुंचे। वहां से रात 2:14 बजे शवों को नावता में पटकर हाइवे होकर नारनौल की तरफ चले गए।
शराब पीकर झगड़ा करने पर लखनदास को पिछले साल आश्रम से निकाल दिया था
यूपी के हमीरपुर निवासी लखनदास करीब तीन साल से भोदन आश्रम में रह रहा है। पिछले साल उसने भंडारे के लिए चंदा एकत्रित किया था। चंदा राशि से शराब पार्टी करने और शराब के नशे में झगड़ा करने पर ग्रामीणों ने उसके साथ मारपीट की थी और उसे आश्रम से निकाल दिया था। लेकिन वह वापस आ गया और ग्रामीणों से माफी मांग ली थी। तब से वह यहां रह रहा था। उसके साथ साध्वी भी रहती थी। यहां साधुओं का आना जाना रहता था। पुलिस का कहना है कि लखनदास बदमाश प्रवृत्ति का है।
भोदन में हत्या कर नावता में फेंके गए शवों की पहचान हो गई है। इस मामले में दो जनों को चिन्हित किया गया है। आरोपियों की तलाश में टीमें गई हुई है। जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। ~~राजर्षि राज वर्मा, एसपी
नारनौल के पटिकरा आश्रम के महंत थे वशिष्ठ गिरी महाराज
भिवानी आश्रम के संध्यागिरी महाराज ने बताया कि वशिष्ठ गिरी नारनौल के पटीकरा आश्रम में रहते थे। वशिष्ठ गिरी झुंझुनूं के मोडा पहाड़ आश्रम में आते रहते थे। बगड़ निवासी गौतम शेखावत उनके सेवादार का काम कर रहे थे। वे शुक्रवार को ही भोदन आश्रम गए थे, जहां हत्या कर दी।