144 वें दिन भी धरना जारी : साढे़ चार महीने से नहर के लिए बैठे हैं पलायन ताजेवाला पर अन्यथा लडेंगे
144 वें दिन भी धरना जारी : साढे़ चार महीने से नहर के लिए बैठे हैं पलायन ताजेवाला पर अन्यथा लडेंगे

चिडावा : चिडावा-सिघाना सड़क मार्ग बस स्टैंड लालचौक पर नहर मांग रहे किसानों का धरना किसान सभा के बैनर तले किसान धर्मपाल सिंह की अध्यक्षता में आज 144 वें दिन भी जारी रहा। धरने पर बीस किलोमीटर दूर गाँव किढवाना से सपत्नीक पहुंचे शिक्षा से जुड़े सुनिल धनखड़ व उनकी पत्नी का कहना है कि हम नहर के लिए किसानों का सहयोग करने के लिए आऐ हैं हमें लगा कि ये लडाई हमारे जीवनपर्यन्त हित में है तो इनका समर्थन करने पहुंचे हैं। उन्होंने कहा पीने के लिए भी पानी नहीं रहा है और टैंकर वाले को फोन करके बुक करवाने पर आठवें दिन नम्बर आता है और 800 रुपये चार्ज करता है। इस स्थिति में यहाँ के नागरिकों को आन्दोलन के अलावा कुछ भी नही सूझ रहा है। पलायन की की मजबूरी में हमारे सामने दो ही विकल्प हैं एक ताजेवाला हैड पर लाखों की संख्या में पहुँच कर वहीं बस जाना और वहीं रहना या फिर दूसरा सरकार से दो दो हाथ में लड़ाई लड़ने की तैयारी में लग जाऐंगे। आन्दोलन उच्च स्तर पर ऐसा होगा कि जमाना याद रखेगा, इतिहास रचा जाऐगा।
शेखावाटी वासियों का गुस्सा इस बात का भी है कि सरकारों ने आज तक क्या किया क्यों नहीं सोचा पानी तो सबसे महत्वपूर्ण बिंदु है जिसके बिना जीवन की क्या कल्पना है, ऐसे गम्भीर मुद्दे पर भी सरकारों का ध्यान नहीं जाता है तो मतलब साफ है कि इन नेताओं को देश सेवा व देशभक्ति से कोई लेना देना नहीं है जनता को बहला फुसला कर, बरगलाकर वोट लेना, ऐश करना और घर भरने के अलावा कुछ भी मतलब नहीं है लेकिन इसबार बुरे फंसेंगे ये शेखावाटी का लाल पिछे नहीं हटेगा देश में पानी के लिए ब्लैक, अफरा तफरी, अराजकता व मारामारी मचेगी तो इनका जमीर कैसे बचेगा।
धरने पर आज किसान सभा के तहसील अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह, कोषाध्यक्ष महेश चाहर, जिला उपाध्यक्ष बजरंग बराला, शेखावाटी नहर आन्दोलन प्रवक्ता विजेंद्र शास्त्री, ताराचंद तानाण, शेरसिंह जांगिड, सुनिल महीपाल, नानडराम व शीशराम भुकाना, नरेश ढाढौत, जितेंद्र व अमन चौराडी, मनोज, छोगाराम किढवाना, सौरभ, करण, जयन्त, जयसिंह, राजेश, सतपाल, अनिल, सोनी देवी व वीरमती देवीलाखू, निहलसिंह सिलारपुरी, महेन्द्र आदि उपस्थित रहे।