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133 वें दिन भी धरना जारी : बिना भेदभाव किसानों के साथ आमतौर पर नट, सांसी, लुहार, भोपा, धाणक, हर घुम्मकड़ जाती का साथ


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133 वें दिन भी धरना जारी : बिना भेदभाव किसानों के साथ आमतौर पर नट, सांसी, लुहार, भोपा, धाणक, हर घुम्मकड़ जाती का साथ

चिडावा : चिडावा-सिघाना सड़क मार्ग बस स्टैंड लालचौक पर नहर की मांग कर रहे किसानों का धरना किसान सभा के बैनर तले किसान सभा के तहसील अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में आज 133 वें दिन भी जारी रहा। तथा मच गई होड़ यमुना नहर आन्दोलन के समर्थन में नवजात शिशुओं से लेकर नब्बे साल के बुजुर्ग भी कुद पडे नहर मांग के सहयोग में सभी बसवान, घुम्मकड़ व विदेशी भारतीय भी इस आन्दोलन में कूदने का मानस बना चूके हैं। सिर्फ और सिर्फ इन्तजार है तो बस आचार संहिता के तुरंत बाद किसानों के हितों की रक्षा में तत्पर किसान सभा के बिगुल फूंकने व अह्वान का फिर तो पानी की मांग में दुखी ये शेखावाटी क्षेत्र में नहर आन्दोलन में ज्यान फूंक रहे नेताओं का कहना है कि हर आन्दोलन को पार कर अपना रिकार्ड कायम कर देगा ये आन्दोलन।

क्या सड़क, क्या बाजार, क्या रेल और क्या आम कच्चे रास्ते हरियाणा में जाने वाले हर रास्ते पर बन्द होगा। समय लग सकता है कोई सीमा नहीं है पर होगा ऐसा कि कभी हुआ ही नहीं। हाँ ये ज्ञात रहे कि होगा शान्तिपूर्ण कोई सार्वजनिक व निजी सम्पतियों का नुकसान नहीं किया जाऐगा। क्योंकि किसान आन्दोलन आजतक शालीनता से ही हुऐ हैं। यदि सरकार ने ही सामना करके छेड़ दिया तो बात अलग है वरना किसानों के आन्दोलन हुऐ तो हैं शांति से और अजगर के समान पडे रहता है। आखिर में अपनी गिरफ्त में सफलता लेकर ही उठेगा किसानों का हठ बहुत बड़ा होता है। ये सरकार समझती नहीं है।

आज भी धरने पर 35 किलोमीटर दूर से मोटरसाइकिल पर सवार होकर पहुंचे सास -बहू -बेटा नवजात शिशु को गोद में लेकर धरने में बैठे पुछा बच्चे को क्यों लाऐ हो तो कहा पिछे घर पर किसके भरोसे छोडेंगे इसलिए साथ ही लेकर आ गए। पानी ही ना मिला तो बच्चे कैसे जीऐंंगे। ये कहना है नहर के धरने में शामिल होने पहुंचे भोपा समाज के एक परिवार का व पानी के बिना छूट जाऐगी ये मातृभूमि शेखावाटी जो हमको आश्रय देती है। इसलिए इसके लिए बलिदान देने को तैयार हैं। हम जीवन यापन के लिए शेखावाटी क्षेत्र के अलावा कहीं नहीं जा सकते हैं। घुम्मकड़ जाती के लिए वरदान स्वरूप है शेखावाटी धरने पर समर्थन देने पहुंची कॉलेज छात्राओं ने कहा शिक्षा से भी पहले पानी है पिने का भी नहीं रहा है और सरकार जल्द से जल्द व्यवस्था करे वरना आन्दोलन बड़ा होगा।

धरने पर आज किसान सभा के जिला उपाध्यक्ष बजरंग बराला, कोषाध्यक्ष महेश चाहर, लोक कलाकार विजेंद्र शास्त्री, बनवारीलाल, महीपाल, सुभाष दशरापुर, मोनिका, हिमांशी, काजल, रामप्यारी, स्नेहलता मोई, अंजू गौरीर, प्रियंका, रमेशदेवी ढाढौत, नीलम भोपा जाखोद, श्रवण, संजय, कामरेड प्रेम किढवाना, घोटी, सतवीर, मुकेश, करण, जयन्त, सौरभ, जयसिंह कई ग्रामीण मौजूद रहे।

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