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डोटासरा की भजनलाल सरकार को चुनौती-विधानसभा नहीं चलने देंगे:इंग्लिश मीडियम स्कूलों पर विवाद; बोले- स्कूल बंद करें, चूड़ियां थोड़ी पहनी हैं


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डोटासरा की भजनलाल सरकार को चुनौती-विधानसभा नहीं चलने देंगे:इंग्लिश मीडियम स्कूलों पर विवाद; बोले- स्कूल बंद करें, चूड़ियां थोड़ी पहनी हैं

डोटासरा की भजनलाल सरकार को चुनौती-विधानसभा नहीं चलने देंगे:इंग्लिश मीडियम स्कूलों पर विवाद; बोले- स्कूल बंद करें, चूड़ियां थोड़ी पहनी हैं

जयपुर : पिछली कांग्रेस सरकार के समय खोले गए इंग्लिश मीडियम स्कूलों को बंद करने या बने रहने देने को लेकर मौजूदा भाजपा सरकार रिव्यू कर रही है। इसे लेकर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और पूर्व सरकार में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने चुनौती दी है। इस पर डोटासरा से हमारे मीडिया कर्मी की सीधी बात-

मीडिया कर्मी : कांग्रेस सरकार ने इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले थे तो इन्फ्रास्ट्रक्चर क्यों नहीं दिया?

स्कूलें बंद की तो बच्चों के भविष्य का क्या होगा? आज सवा सात लाख बच्चे इंग्लिश मीडियम में पढ़ रहे हैं। 3737 स्कूल हैं। उनमें लॉटरी से एडमिशन हो रहे हैं। एक-एक सीट पर औसतन 25 बच्चों की वेटिंग है। वर्तमान में 48 हजार से ज्यादा आवेदन आए हैं एडमिशन के लिए। इन स्कूलों के लिए 40 लाख किताबें छप चुकी हैं। है इनकी हिम्मत जो सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूलों में पढ़ रहे सवा 7 लाख बच्चों को प्राइवेट इंग्लिश मीडियम स्कूलों में फ्री में पढ़ा देंगे और टीचर्स ले लो। कौन मना कर रहा है। ये राज्य के ट्रस्टी हैं, मालिक थोड़े ही हैं।

मीडिया कर्मी : स्कूलों को बंद करने या खुले रहने के लिए सरकार ने प्रस्ताव मांग लिए हैं, क्या कहेंगे?

-ये स्कूलों को बंद नहीं कर सकते। मैं चुनौती देता हूं। ये बंद कैसे कर सकते हैं। अगर इन्होंने ये दुस्साहस कर लिया और गलत कदम उठा लिसा तो हम विधानसभा ही नहीं चलने देंगे। सड़क से सदन तक हम दोनों में इन्हें घेरने का काम करेंगे। मेरा ओपन चैलेंज है। वो जमाना गया जब ये 20 हजार स्कूल बंद करके चले गए थे। हाथों में चूड़ियां नहीं पहन रखी हैं। विपक्ष सशक्त है। इनको नाकों चने चबा देंगे, यदि स्कूलों को बंद करने की सोच भी लिया तो।

शिक्षा मंत्री ने हाल ही में कहा था कि सरकारी स्तर पर रिव्यू करने के साथ ही हम यह भी देखेंगे कि महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति के अनुरूप है भी या नहीं है।
शिक्षा मंत्री ने हाल ही में कहा था कि सरकारी स्तर पर रिव्यू करने के साथ ही हम यह भी देखेंगे कि महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति के अनुरूप है भी या नहीं है।

मीडिया कर्मी : मातृभाषा को प्रमोट करने की बात करना गलत है?

-भाजपा की केंद्र सरकार ही नई शिक्षा नीति लेकर आई। नई शिक्षा नीति के पैरा 4.14 में केवल मातृ भाषा ही नहीं, अंग्रेजी में पढ़ाने को लेकर लिखा है। जबकि पैरा 4.20 में लिखा गया है कि भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी में उच्चतर गुणवत्ता वाले कोर्स के अलावा विदेशी भाषाएं जैसे कोरियन, जापानी, थाई, फ्रेंच, जर्मन, स्पेनिश, पुर्तगाली और रूसी भी माध्यमिक स्तर तक व्यापक रूप से अध्ययन के लिए उपलब्ध कराई जाए। वो तो हिंदी और अंग्रेजी के अलावा विदेशी भाषाओं पर जोर दे रहे हैं और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर इंटरनेशनल लैंग्वेज पर भी आपत्ति कर रहे हैं। वे तो कह भी चुके हैं कि अब पाठ्यक्रम में बच्चे कौवे को कागला और मटकी को मटकों पढ़ेंगे…।

मीडिया कर्मी : आरोप है कि आपकी सरकार के समय खोले गए इंग्लिश मीडियम स्कूलों में इन्फ्रास्ट्रक्चर नहीं है?

-यदि इन्फ्रास्ट्रक्चर नहीं है, ठीक करो न। सरकार तो अब आपकी आ गई है न। अब हमारी ड्यूटी थोड़ी है। इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करना, कोई कमी है तो ठीक करना और कोई टीचर लगाना तो आपकी सरकार की ड्यूटी है न।

मीडिया कर्मी : कहा जा रहा है कि इनमें अंग्रेजी मीडियम के टीचर्स ही नहीं?

-‌तब हमारी सरकार ने 10 हजार टीचर्स की भर्ती की। इंटरव्यू से ग्रेड सेकंड टीचर लगाए। लिखित परीक्षा लेकर ग्रेड थर्ड के टीचर्स को इंग्लिश मीडियम के लिए भर्ती किया गया। लिखित टैस्ट लिया गया कि आप इंग्लिश मीडियम में पढ़ा सकते हो या नहीं, उसके आधार पर 3737 स्कूलों का स्ट्रक्चर तैयार किया।

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