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जयपुर आर्ट फेयर में कला के विभिन्न रंग:फेयर में आर्च कॉलेज के स्टूडेंट्स ने डिजाइनर आउट फिट और उसे कॉम्प्लीमेंट करती ज्वेलरी को प्रदर्शित किया


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जयपुर आर्ट फेयर में कला के विभिन्न रंग:फेयर में आर्च कॉलेज के स्टूडेंट्स ने डिजाइनर आउट फिट और उसे कॉम्प्लीमेंट करती ज्वेलरी को प्रदर्शित किया

जयपुर आर्ट फेयर में कला के विभिन्न रंग:फेयर में आर्च कॉलेज के स्टूडेंट्स ने डिजाइनर आउट फिट और उसे कॉम्प्लीमेंट करती ज्वेलरी को प्रदर्शित किया

जयपुर : राजस्थान इनोवेशन सेंटर में आयोजित जयपुर आर्ट फेयर में आर्च कॉलेज के स्टूडेंट्स ने भी अपने द्वारा बनाए गए इंस्टालेशन प्रदर्शित किये। जिसमें फैशन, इंटीरियर और कम्युनिकेशन डिज़ाइन डिपार्टमेंट के स्टूडेंट्स के काम शामिल है। स्टूडेंट्स के काम के द्वारा सांस्कृतिक टेपेस्ट्री के माध्यम से अपनी पहचान को दिखने का प्रयास किया गया है। जिसके अनुसार हमारी संस्कृति हमारी पहचान को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। आर्च कॉलेज हमेशा से ही भारतीय कला और संस्कृति के साथ डिजाइन एजुकेशन को जोड़कर ही आगे बढ़ा है। इस फेयर का आयोजन फिक्की फ्लो द्वारा किया गया है।

आर्ट फेयर के दौरान लोगों ने आर्च कॉलेज के स्टूडेंट्स के काम को काफी पसंद किया। इन इंस्टालेशन में रिस्पॉन्सिबल फैशन को ध्यान में रखकर तैयार किये गए गारमेंट्स, सस्टेनेबल फर्नीचर शामिल है। जिनके माध्यम से यह दर्शाने की कोशिश की गई है कि स्किल, कला और इनोवेशन के द्वारा डिजाइन की गयी चीज़े न सिर्फ लोगों को आकर्षित करती है बल्कि हमारे आस- पास की समस्याओं का समाधान भी करती है।

स्टूडेंट को उत्साहित करने, आर्च कॉलेज की डायरेक्टर अर्चना सुराना ने भी जयपुर आर्ट फेयर का विजिट किया, जो कि फिक्की फ्लो के नेशनल गवर्निंग बोर्ड की मेंबर भी है। उनके अनुसार डिजाइन में स्किल और इनोवेशन दोनों का ही बहुत महत्त्व है। हमारा देश और राज्य हमेशा से ही अपनी कला और संस्कृति के लिए जाना जाता है। जयपुर में बहुत ही ऐसी पारंपरिक कला और तकनीक है जिनके उपयोग से आज भी बेहतरीन कपडे,ज्वेलरी और प्रोडक्ट तैयार किये जाते है। आर्च कॉलेज में हम स्टूडेंट को इस तरह के आर्ट फेयर में जाने और पार्टिसिपेट करने के लिए हमेशा से ही मोटिवेट करते रहे है जिससे कि वो अपनी संस्कृति को समझकर उससे प्रेरित हो सके।

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