अजमेर में मौलाना की हत्या का मामला:CCTV में नजर आए संदिग्धों की तलाश; जांच में जुटी पुलिस
अजमेर में मौलाना की हत्या का मामला:CCTV में नजर आए संदिग्धों की तलाश; जांच में जुटी पुलिस

अजमेर : अजमेर की मस्जिद में मौलाना की हत्या को लेकर पुलिस जांच में जुटी है। क्षेत्र के सीसीटीवी में नजर आए तीनों संदिग्धों की भी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है। कुछ लोगों को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है, और उनसे पूछताछ की जा रही है, लेकिन फिलहाल कोई खुलासा नहीं किया है।
बता दें कि 28 अक्टूबर को मस्जिद के मुख्य मौलाना जाकिर हुसैन की तबीयत बिगड़ने के कारण मौत हो गई थी। इसके बाद मस्जिद के मुख्य मौलाना की जिम्मेदारी मोहम्मद माहिर (30) को दी गई थी। इसके बाद शुक्रवार रात को उनकी हत्या कर दी गई। हत्या तीन बदमाशों ने की।

यह है मामला
रामगंज थाना के कंचन नगर स्थित मोहम्मदी मदीना मस्जिद में शुक्रवार देर रात करीब 2 बजे मौलाना मोहम्मद माहिर (30) की हत्या कर दी गई। तीन नकाबपोश बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया। घटना के समय मस्जिद में 6 नाबालिग भी थे। बदमाशों ने इन बच्चों को भी धमकाया।
रात करीब तीन बजे जब बच्चे चिल्लाते हुए बाहर आए तो आस-पास के लोगों को वारदात की जानकारी हुई। इसके बाद पुलिस को सूचना मिली। पुलिस ने जांच में पाया कि तीनों बदमाश मस्जिद के पीछे बने एक रास्ते से अंदर घुसे थे। इसके बाद मौलाना की हत्या की और उसी रास्ते से फरार हो गए।
मौके पर तलाशी ली गई तो उनका मोबाइल भी नहीं मिला। आशंका है कि बच्चे किसी को फोन न कर दें, इसके लिए वे मोबाइल भी साथ ले गए। मस्जिद के पीछे एक बाड़ा बना हुआ है, जहां से दो डंडे बरामद हुए। पुलिस ने आजाद नगर खानपुरा अजमेर निवासी मौ. तौसिफ अशरफ की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया।

6 महीने पहले मुख्य मौलाना की जिम्मेदारी मिली थी
पड़ोसी शरीफ ने बताया कि मौलाना माहिर करीब 7 साल पहले यहां रामपुर (UP) से आए थे। यहां रहकर बच्चों को पढ़ाते थे। इनका परिवार रामपुर में ही रहता है। यहां वो अकेले ही रहते थे। मस्जिद में मौलाना के साथ 15 बच्चे रहते थे। ईद के कारण सारे बच्चे अपने घर चले गए थे।
परसों ही गांव से लौट कर बच्चे अजमेर आए। 28 अक्टूबर को मस्जिद के मुख्य मौलाना जाकिर हुसैन की तबीयत बिगड़ने के कारण मौत हो गई थी। इसके बाद मस्जिद के मुख्य मौलाना की जिम्मेदारी मोहम्मद माहिर को दी गई थी।