[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

सिंघाना : सिंघाना की आबादी डेढ़ लाख, डॉक्टर एक:इलाज के लिए भटक रहे लोग, सीएचसी में रोजाना 400-500 मरीजों की है ओपीडी


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
ब्रेकिंग न्यूज़राजस्थानराज्य

सिंघाना : सिंघाना की आबादी डेढ़ लाख, डॉक्टर एक:इलाज के लिए भटक रहे लोग, सीएचसी में रोजाना 400-500 मरीजों की है ओपीडी

सिंघाना की आबादी डेढ़ लाख, डॉक्टर एक:इलाज के लिए भटक रहे लोग, सीएचसी में रोजाना 400-500 मरीजों की है ओपीडी

सिंघाना : सिंघाना के राजकीय अस्पताल में डॉक्टर नहीं होने से मौसमी बीमारियों से परेशान ग्रामीणों को इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है। सीएचसी केंद्र सिंघाना पर वर्तमान में 3 डॉक्टर पदस्थापित हैं। जिनमें से 2 डॉक्टर का पीजी में सिलेक्शन होने के कारण वह बीकानेर और जोधपुर मेडिकल कॉलेज में पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स के लिए रिलीव हो गए। उसके बाद एक मात्र कार्यरत डॉक्टर धर्मेंद्र सैनी का कोटपूतली ट्रांसफर हो गया। डॉ धर्मेंद्र के चले जाने के बाद सरकारी अस्पताल में कोई भी डॉक्टर काम करने के लिए नहीं रह जाएगा।

मौसमी बीमारियों कारण इस समय सीएचसी में 400-500 की ओपीडी है। वहीं अस्पताल में महीने में 40 डिलीवरी हो रही है। अक्टूबर महीने में मौसमी बीमारियां जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, खांसी जुखाम के अधिक मरीज होने के कारण डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ की अधिक आवश्यकता हो रही है। अस्पताल में डॉक्टर नहीं होने से अस्पताल की पूरी व्यवस्था ही चौपट हो गई है। डॉक्टर की कमी को लेकर ग्रामीणों ने सीएमएचओ झुंझुनू को पहले भी पत्र एवं व्यक्तिगत रूप से सूचना देकर अवगत करवाया है। इसके अलावा क्षेत्रीय विधायक से भी अस्पताल में डॉक्टर लगाने को लेकर गुहार लगा चुके हैं।

सीएचसी में डॉक्टर्स के 5 पद हैं स्वीकृत

अस्पताल में पांच डॉक्टर्स के पद स्वीकृत हैं। जिसमें से एक सीनियर मेडिकल ऑफिसर, एक जूनियर स्पेशलिस्ट मेडिसिन, एक जूनियर स्पेशलिस्ट सर्जरी, दो मेडिकल ऑफिसर के पद स्वीकृत हैं। पांच में से तीन पदों पर ही डॉक्टर पदस्थापित थे। अस्पताल पर ओपीडी, आईपीडी, एमएलसी केस ,पोस्टमार्टम डिलीवरी एंड प्रशासनिक कार्य बहुत अधिक है। वर्तमान समय में अस्पताल में सेवाएं दे रहे डॉ धर्मेंद्र कुमार सैनी (स्त्री रोग विशेषज्ञ) का स्थानांतरण कोटपूतली जिला अस्पताल में हो रखा है।

डॉक्टर तुलसी शर्मा को मानसिक रोग चिकित्सा विज्ञान में बीकानेर मेडिकल कॉलेज पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए आवंटित हुआ है और डॉ विपिन कसाना को पीडियाट्रिक्स जोधपुर आवंटित हुआ है। ऐसे में अस्पताल में डॉक्टर नहीं होने से सिंघाना क्षेत्र की जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

सिंघाना अस्पताल के अधीन आती है करीब डेढ़ लाख की आबादी

सिंघाना का राजकीय अस्पताल की सिंघाना पंचायत समिति क्षेत्र का सबसे बड़ा अस्पताल है। इस अस्पताल के अधीन करीब डेढ़ लाख की आबादी आती है। इसके अलावा भैसावत कलां, सांवलोद, डुमोली खुर्द, हिरवा व घरडा़ना खुर्द मे पीएचसी बनी हुई है। सिघाना सीएचसी मे गुजरवास, बनवास, ढाणा, हुक्मा की ढाणी, माकड़ो, देवीपुरा, पिठौला, मोई सद्दा, खानपुर सहित एक दर्जन गांवों के लोग उपचार के लिए आते है। ऐसे में उन्हें अस्पताल में डॉक्टर नहीं मिलने से उपचार के लिए भटकना पड़ रहा है तथा मजबूरी में निजी अस्पतालों में जाना पड़ रहा है। अस्पताल में चिकित्सक नहीं होने से सरकार की योजनाओं का भी आमजन को लाभ नहीं मिल पा रहा है।

कार्यवाहक सिंघाना बीसीएमओ डॉ धर्मेंद्र सैनी ने बताया कि उनके पास सीएचसी प्रभारी का भी चार्ज है, लेकिन उनका कोटपूतली में तबादला हो रखा है। वहीं राज्य सरकार द्वारा अभी तक कोई डॉक्टर अस्पताल में नहीं लगाए जाने के कारण मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है। इसको लेकर विभाग के उच्च अधिकारियों को भी अवगत कराया है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *