[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

नोबल स्कूल के नो छात्रों का सैनिक स्कूल में चयन


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
झुंझुनूंटॉप न्यूज़बुहानाराजस्थानराज्य

नोबल स्कूल के नो छात्रों का सैनिक स्कूल में चयन

नोबल स्कूल के नो छात्रों का सैनिक स्कूल में चयन

जनमानस शेखावाटी संवाददाता: योगेश कुमार

बुहाना : नोबल सीनियर सेकेंडरी स्कूल देवलावास में अध्यनरत छात्र निशु पुत्री सुनील कुमार निवासी झारोड़ा खुशी पुत्री कश्मीर सिंह निवासी छोटी पचेरी जिहान खान पुत्र इंतजार अली गांव देवलावास मधु पुत्री दीपक कुमार गांव देवलावास प्राची स्वामी पुत्री गिरधारी लाल स्वामी गांव सिंघाना साक्षी पुत्री विजय सिंह गांव बालोत प्रत्यूष शर्मा पुत्र प्रवेंद्र कुमार गांव बालोत हर्ष पुत्र कृष्ण कुमार गांव ढाणी खैराना का सैनिक स्कूल में चयन हुआ है।

इस चयन में मुख्य भूमिका अदा की है विद्यालय की अध्यापिका मंजू मैडम ने जिन्होंने कठोर मेहनत करके इन सभी बालकों को सैनिक स्कूल के लिए तैयार किया है मंजू मैडम ने विद्यालय समय के उपरांत भी विद्यालय में रहकर इन छात्रों को अच्छी पढ़ाई करवाई तथा अनुशासन का पाठ पढ़ाया तथा कड़ी मेहनत करवाई इसी का नतीजा हैकि इस नोबल विद्यालय के 10 में से 9 बच्चों का सैनिक स्कूल में चयन हुआ है इन छात्रों का चयन होने पर नोबल ग्रुप के डायरेक्टर डॉक्टर संदीप नेहरा ने मंजू मैडम अन्य स्टाफ सदस्यों को बधाई दी है तथा सैनिक स्कूल में चयन होने वाले सभी बच्चों को सम्मानित किया है।

इस अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए संदीप नेहरा ने कहा की हमारे संस्थान में छात्रों को कठोर मेहनत करवाई जाती है तथा अनुशासन उनमें कूट-कूट कर भरा जाता है ऊसी का यह प्रतिफल है कि स्टाफ के सदस्यों द्वारा जो कठोर कठोर परिश्रम करवाया जाता है जिसके कारण जो भी परीक्षाएं आयोजित होती हैं नोबेल समूह के छात्रों का उस परीक्षा में अवश्य चयन होता है इसके लिए डॉक्टर संदीप नेहरा एकेडमिक डायरेक्टर सुमन नेहरा व डिप्टी डायरेक्टर अशोक शर्मा प्रिंसिपल कृष्ण कुमार यादव अंग्रेजी माध्यम प्रिंसिपल प्रीति पारीक ने समस्त स्टाफ सदस्यों को चयनित होने वाले छात्रों को तथा उनके अभिभावकों को बधाई दी है तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

बुहाना क्षेत्र में नोबेल स्कूल आज अपनी अलग ही पहचान बना रहा है इस विद्यालय की खासियत है कि इसमें अनुशासन को सर्वोपरि स्थान दिया जाता है तथा समय की पाबंदी का पाठ पढ़ाया जाता है समस्त स्टाफ व छात्र समय पर आते हैं तथा कठिन मेहनत करते हैं जिसके फल स्वरुप ही इस विद्यालय का परीक्षा परिणाम हमेशा सत प्रतिशत रहता है तथा छात्र अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होते हैं तथा वो आगे जाकर डॉक्टर इंजीनियर बनते हैं इस संस्था में कार्यरत स्टॉप अनुभवी व मेहनती है तथा वह कठोर मेहनत कर छात्रों को आगे बढ़ाने हेतु प्रेरित करता है। सैनिक स्कूल में 9 छात्रों का चयन होने पर स्टाफ के समस्त सदस्यों ने छात्रों को बधाई दी है l

Related Articles