जीएसटी टीम ने पकड़ी फर्जी फर्म:52 लाख का लिया बोगस इनपुट क्रेडिट, दो माह में 1 करोड़ 89 लाख टर्नओवर, धनूरी गांव में रजिस्ट्रेड है यह फर्म
जीएसटी टीम ने पकड़ी फर्जी फर्म:52 लाख का लिया बोगस इनपुट क्रेडिट, दो माह में 1 करोड़ 89 लाख टर्नओवर, धनूरी गांव में रजिस्ट्रेड है यह फर्म

झुंझुनूं : फर्जी दस्तावेजों से फर्जी फर्म बनाकर जीएसटी क्रेडिट इनपुट के फर्जीवाड़े के खेल का स्टेट जीएसटी टीम ने खुलासा किया है। इस फर्जी फर्म ने दो माह में 1करोड़ 89 लाख का फर्जी टर्नओवर दिखा 52 लाख का बोगस क्रेडिट इनपुट दिया हैं। जिस एड्रेस पर इस फर्म को दिखाया गया वहां स्टेट जीएसटी टीम को कुछ नहीं मिला।
स्टेट जीएसटी टीम ने पोर्टल पर जांच की। जांच में पाया कि धनुरी इमरान ट्रेंडिंग कम्पनी रजिस्ट्रेड है। यह कम्पनी 2023 में रजिस्ट्रेड हुई है।
जांच में इसका लेनदेन संदिग्ध पाया गया। गहनता से जांच की तो पाया की एक आधार कार्ड व पेन कार्ड दिल्ली का एड्रेस था। वहीं बिजली के बिल धनुरी के इमरान पुत्र जाकिर खान का लगा हुआ था। लेकिन इसमें एडिटिंग की हुई पाई गई। इन डॉक्यूमेंट्स से झुंझुनूं के धनुरी में पंजीकृत करवा लिया गया।
स्टेट जीएसटी सहायक आयुक्त सुनील जानू के नेतृत्व में टीम धनुरी गांव में फर्म के एड्रेस पर पहुंची तो वहां स्टेट जीएसटी टीम को कुछ भी नहीं मिला।
इस मकान के एड्रेस पर फर्म पंजीकृत होने की बात सुनकर इमरान पुत्र जाकिर सन रह गया।. स्टेट जीएसटी टीम को इमरान पुत्र जाकिर ने बताया कि उसको कोई जानकारी नहीं है।
वह खुद दुबई रहता है। वह दिस्मबर में धनुरी आया है। यह बिल उनके पास केसे गया यह मुझे नहीं है।
फर्म दिसम्बर 2023 में हुई पंजीकृत
सहायक आयुक्त सुनील जानू ने बताया कि धनुरी गांव में एक एड्रेस पर फर्म को दिस्मबर 2023 में पंजीकृत करवा लिया गया था। .इनमें से इमरान ट्रेंडिंग दिसम्बर से मार्च के 3 महीनो में ही करीब 1करोड़ 89 रुपए का फर्जी टर्नओवर दिखा कर 52 लाख रुपए की बोगस इनपुट क्रेडिट कोटा ,भीलवाडा ,डूगरपुर ,अजमेर ,किसनगढ़ इसके साथ 14 से ज्यादा व्यापारियों को पास किया गया है।
टीम ने कार्रवाई करते हुए इमरान ट्रेंडिंग फार्म के पंजीयन निरस्त कर दिए हैं। इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को भेजी गई है। जिन फर्मों को बोगस इनपुट क्रेडिट दिया गया है, उनके क्षेत्राधिकारियों को कार्रवाई कर राजस्व वसूली सुनिश्चित करने के लिए पत्र लिखा गया है। जिन फर्मों को बोगस इनपुट टैक्स क्रेडिट पास की गई है, उनके क्षेत्राधिकारियों को राजस्व की वसूली के पत्र लिख दिये गये हैं। फर्जीवाड़ा करने वाले व्यक्ति व गलत इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ लेने वाली फर्मों के विरूद्ध जी.एस.टी. नियमों के तहत सख्त कार्यवाही की जावेगी। संयुक्त आयुक्त उमेश जालान ने बताया कि इससे पहले भी सहायक आयुक्त सुनील जानू व सहायक आयुक्त कुसुम चाहर की टीम मलसीसर, बास बुडाना, अजाड़ी कला, बलरिया व अलसीसर में 8 फर्जी फर्मों के विरूद्ध त्वरित कार्यवाही कर करोड़ो रूपये के राजस्व को बचा चुकी है।
फर्जी पंजीयन करवाकर धोखाधड़ी करने वाली फर्मे विभाग व अधिकारियों की रडार पर हैं। टीम में सहायक आयुक्त सुनील जानू, सहायक आयुक्त कुसुम चाहर व राज्य कर अधिकारी शक्ति सिंह शामिल रहे।