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रीयूनियन मीट का हुआ आयोजन, 46 साल बाद 10वीं बैच के मिले दोस्त, पुरानी यादों को ताजा कर हुई आंखे नम


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रीयूनियन मीट का हुआ आयोजन, 46 साल बाद 10वीं बैच के मिले दोस्त, पुरानी यादों को ताजा कर हुई आंखे नम

रीयूनियन मीट का हुआ आयोजन, 46 साल बाद 10वीं बैच के मिले दोस्त, पुरानी यादों को ताजा कर हुई आंखे नम

जनमानस शेखावाटी ब्यूरो  चीफ : आज़ाद अहमद खान

खेतड़ी नगर : केसीसी की केंद्रीय विद्यालय में गुरूवार को 1978 में कक्षा 10वीं में पढने वाले सहपाठियों का पुनर्मिलन समारोह का आयोजन किया गया। केवी स्कूल में हुए री-यूनियन मीट समारोह में 46 साल बाद हुई मुलाकात में देश-विदेश से आएं सहपाठियों ने पुरानी यादे ताजा की एक दुसरे से मिल कर चेहरों पर मुस्कान आ गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य प्रहलादसिंह ने की।

कार्यक्रम आयोजक रंजन सरकार ने बताया कि केसीसी केंद्रीय विद्यालय नंबर 1 में 1978 के 10वीं बैच के दोस्तों ने पुनर्मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया है। उन्होंने बताया कि चाहे बिजनेस करो, एनआरआई बन जाओ, कुछ भी करो पर दोस्तों से दूर मत जाओ.. आप चाहे जितनी नेटवर्किंग कर लें, क्लब्स के मेंबर्स बन जाएं… पर पुराने दोस्तों को कोई रिप्लेस नहीं कर सकता। इसलिए लाइफ में कुछ भी कर लो, मगर दोस्तों से दूर मत जाओ। पुनर्मिलन समारोह में 46 साल बाद मिले सहपाठियों ने बच्चों के साथ अपने अनुभव सांझा किए। रंजन सरकार ने कहा कि दसवीं-बाहवीं कक्षा में नबर कम आने से कुछ नही होता, सिर्फ आगे बढने का जज्बा होना चाहिए।

बेंगलुरु से आए जयप्रकाश नायडू ने बताया कि जरूरी नही पर्दे के सामने आने वाला ही आगे बढता है, पर्दे के पीछे रहने वाला भी आगे बढ सकता है सिर्फ उसे अपना लक्ष्य निर्धारित ककरना चाहिए। फरीदाबाद से आए अशो गुप्ता ने पढ़ाई के समय के बारे में बताया। इसी प्रकार मंजू शर्मा, अजय शुक्ला, गोविंदसिंह तंवर आदि ने भी अपना अनुभव सांझा किया।

प्राचार्य प्रहलादसिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि केवी स्कूल अपने पुराने बच्चों को बुला कर उनके द्वारा बच्चों के साथ अनुभव सांझा करने का प्रयास करती है, उन्होंने कहा कि इस प्रकार के प्रोग्राम हर साल मनाने का निर्णय लिया। प्राचार्य प्रहलादसिंह ने 46 साल मिलने वाले सहपाठियों को गुलाब का पौधा देकर सम्मानित किया। इसी प्रकार पुनर्मिलन समारोह में आए सहपाठियों ने प्रतिभावान बच्चों को सम्मानित किया।

इस दौरान स्कूली बच्चों ने एक से बढ कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुती दी। बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए जा रहे सांस्कृतिक कार्यक्रम में सहपाठियों ने भी अपनी याद ताजा करते हुए बच्चों के साथ नृत्य किया। उन्होंने स्वामी विवेकानंद की कृम स्थली रामकृष्ण मिशन म्यूजियम, पढाई के दौरान रहे अपने आवास स्थान का भी भ्रमण किया। पुनर्मिलन में 46 साल बाद देश-विदेश के कोने-कोने से मिलने आएं तो वह सभी भावुक हो गए और आंखें नम हो गई। इससे पूर्व सभी मित्र 27 फरवरी को जयपुर के एक रिसॉर्ट में मिले, 28 फरवरी की शाम को कॉपर पहुंचे।

समारोह में उदयपुर से गीता कुलश्रेष्ठ, इंदोर से प्रतिभा, नागपुर से रंजना भंडारी, कॉलकत्ता से रंजीता साहना, पनवेल से संजय चीखलीकर, उदयपुर से सुनील भटनागर, अरूणाचल प्रदेश से वसुधा भींडे, कोलिहान गनर मुलचंद, ऊर्मिला माला, एसके बंसल, रामनिवास, शंकर तिवाड़ी आदि शामिल हुए।

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