शिक्षका को बहाल करने और आरोपियों एवं विद्यालय के आरोपी स्टाफ के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करने की मांग को लेकर दिया ज्ञापन
शिक्षका को बहाल करने और आरोपियों एवं विद्यालय के आरोपी स्टाफ के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करने की मांग को लेकर दिया ज्ञापन

चूरू : अजाक जिलाध्यक्ष हंसराज सावां के नेतृत्व में अनुसूचित जाति अधिकारी कर्मचारी संघ द्वारा दिनांक 26 जनवरी, 2024 को भारत के 75 वें गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान बारां जिले के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय लकडाई, तहसील किशनगंज, थाना नाहरगढ़ में पदस्थापित शिक्षका हेमलता बैरवा के अपने संवैधानिक लोक सेवक के उत्तरदायित्वों का निर्वहन करने के दौरान स्थानीय ग्रामीण सदस्यों एवं विद्यालय के कुछ स्टाफ द्वारा राष्ट्रीय पावन पर्व के आयोजन के दौरान जानबूझकर व्यवधान उत्पन्न किए जाने एवं शिक्षिका को सार्वजनिक रूप एवं जाति सूचक शब्दों से तिरस्कार करते हुए अपमानित किए जाने तथा विभाग द्वारा शिक्षिका हेमलता बैरवा को निलम्बित किये जाने के विरोध में आज अतिरिक्त जिला कलक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया।
जिलाध्यक्ष सावां ने बताया कि स्कूल के स्टाफ तथा कुछ स्थानीय ग्रामीणों के साथ मिलकर जबरदस्ती कार्यक्रम में व्यवधान डालकर सरस्वती मूर्ति की पूजा करने का अनावश्यक दबाव डालकर उसे डराने धमकाने एवं प्रताड़ित करने का कार्य किया गया जो संपूर्ण नारी समाज के लिए एक बहुत ही शर्मनाक घटना है। पूर्व भी प्रदेश में अनुसूचित जाति, जनजाति समुदाय एवं महिलाओं के साथ उत्पीड़न एवं सामूहिक बलात्कार की घटनाएं निरंतर होने के संबंध में संस्था द्वारा माननीय मुख्यमंत्री के ध्यान में लाया जा चुका है। इसके उपरांत भी महिला उत्पीड़न की घटनाओं में कोई कमी नजर नहीं आ रही है जिससे प्रदेश के अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय में बहुत ही आक्रोश एवं असंतोष व्याप्त है।
शिक्षिका की सुरक्षा, संरक्षण हेतु समस्त आवश्यक कदम उठाए जाने तथा हाल ही में शिक्षिका हेमलता बैरवा निलम्बन समाप्त कर सेवा में बहाल करने की मांग की है।
संघ के प्रदेश प्रतिनिधि मोहनलाल अर्जुन, शीशराम माहिच, डॉ निरंजन चिरानियां, सांवतराम बरोड़, रामावता पिपरालिया, राजकुमार चिड़दिया, रामकुमार शिला, सुभाष जिनोलिया, जयसिंह शीला, दीपक पटीर, रामचन्द्र गोयल, सीताराम खरोड़, मदनलाल श्यामपुरा, राकेश भामासी, सतीश कड़वासरा, महेन्द्र कुमार, सुभाष जिनोलिया, तथा कोषाध्यक्ष अभिषेक सरोवा उपस्थित रहे।