झुंझुनूं : शिक्षकों को अब अपना असेसमेंट खुद ही करना होगा। यही नहीं उन्हें अपना असेसमेंट कर इसे ऑनलाइन अपलोड करना होगा।
शिक्षकों को ऑनलाइन ही यह भी बताना होगा शैक्षणिक कार्य के दौरान उन्हें किस प्रकार की चुनौतियों और कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। शिक्षकों से शैक्षणिक कार्य में आ रही चुनौतियां का पता मिलने के बाद उनके समाधान के लिए योजनाएं बनाई जाएगी।
शिक्षा विभाग की वार्षिक कार्ययोजना के तहत शिक्षक से लेकर संस्थाप्रधानों को गत जुलाई से दिसंबर तक किए गए कार्यों का स्व मूल्यांकन करना होगा। इसके लिए राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की ओर से तिथियां निर्धारित कर ली गई है।
बतानी होगी कठिनाइयों व चुनौतियों
राज्य में कार्यरत माध्यमिक एवं प्रारम्भिक शिक्षा के कक्षा 1 से 12 में अध्यापन कराने वाले शिक्षकों एवं संस्थाप्रधानों के कार्यों का स्व-मूल्यांकन, शिक्षण के दौरान आने वाली कठिनाइयों व चुनौतियों के आकलन एवं शिक्षक प्रशिक्षणों का डेटाबेस तैयार करने के लिए शिक्षक मूल्यांकन प्रपत्र विकसित किया है। प्रत्येक शिक्षक एवं संस्थाप्रधान को शिक्षक मूल्यांकन प्रपत्र ऑनलाइन भरना है।
परिषद ने शिक्षकों को शिक्षक मूल्यांकन प्रपत्र द्वितीय जुलाई से दिसम्बर 2023 में संपादित कार्यों को सम्मिलित कर अपलोड करने के निर्देश दिए है। जिला शिक्षा अधिकारी सुभाष ढाका ने बताया कि प्रारम्भिक शिक्षा के समस्त लेवल के 1, 2 शिक्षक एवं संस्था प्रधानों को 29 जनवरी से तीन फरवरी तक टीएएफ अपलोड करने थे। माध्यमिक शिक्षा के अध्यापक लेवल 1, 2 एवं समस्त वरिष्ठ अध्यापकों को पांच से दस फरवरी और माध्यमिक शिक्षा के व्याख्याता, संस्थाप्रधान, मॉडल विद्यालय के शिक्षक, संस्थाप्रधानों को 12 से 17 फरवरी तक शिक्षक मूल्यांकन प्रपत्र ऑनलाइन अपलोड करने होंगे।
यह दिए निर्देश
प्रत्येक शिक्षक एवं संस्था प्रधान को शिक्षक मूल्यांकन प्रपत्र ऑनलाइन भरना है। यह स्टाफ कॉर्नर स्टाफ लॉगिन से भरा जाएगा। प्रपत्र पर आवश्यक टिप्पणी संबंधित नियंत्रण अधिकारी (विद्यालय, पीईईओ या सीबीईओ) के लॉगिन से की जाएगी।
नियंत्रण अधिकारी को अधीनस्थ कार्मिकों की गई प्रविष्ठि से सम्बन्धित प्रमाण-पत्रों की जांच उपरान्त ही प्रमाणीकरण करने, ऑनलाइन व ऑफलाइन प्रशिक्षण की सूचना पोर्टल पर अपलोड करते समय प्रशिक्षण का प्रमाण-पत्र जारी होना आवश्यक होगा। एडीपीसी, सीबीईओ, पीईईओ को टीएफ रिपोर्ट का नियमित अवलोकन कर समयावधि में ऑनलाइन फीडिंग करवाने के निर्देश दिए गए हैं।