बिना बिजली के पानी को प्यूरीफाई, जेब में रख सकेंगे:गगनयान के लिए DRDO जोधपुर ने पॉकेट पोर्टेबल प्यूरिफिकेशन किट बनाया
बिना बिजली के पानी को प्यूरीफाई, जेब में रख सकेंगे:गगनयान के लिए DRDO जोधपुर ने पॉकेट पोर्टेबल प्यूरिफिकेशन किट बनाया

जोधपुर : गगनयान प्रोजेक्ट के लिए प्यूरीफायर की जरूरत पड़ी तो DRDO जोधपुर ने पॉकेट पोर्टेबल प्यूरिफिकेशन किट बना दिया। इस किट का ट्रायल बॉम्बे में नेवल डॉकयार्ड में हो चुका है। गगनयान के साथ ही जवानों को ड्यूटी के दौरान भी शुद्ध पानी मिले, इसमें भी यह सी वाटर प्यूरिफिकेशन किट काम आएगा। किट इतना छोटा, हल्का है कि जेब में आ जाता है।
हर तरह का गंदा पानी कर देता है पीने लायक
इस प्यूरिफायर में समुद्री या कोई भी गंदा पानी, इससे पीने योग्य हो जाता है। साथ ही टीडीएस भी घट जाता है। बिना बिजली के पानी को प्यूरीफाई कर रहा प्लास्टिक पाउच रूपी किट, एक बार में 500 एमएल पानी मिलेगा। डीआरडीओ द्वारा बनाए इस प्यूरीफिकेशन किट का आकार प्लास्टिक के पाउच जैसा है। पाउच में एक सरल और कॉम्पैक्ट प्रणाली विकसित की है। इसमें एक छोटा मेमरेन लगा है। इस पाउच में 500 एमएल पानी एक बार में एकत्रित कर के दो अन्य केमिकल उसमें मिलाया जाता है।इसके बाद समुद्र का खारा बिना पीने योग्य पानी भी पेयजल बन जाता है।
30 मिनट में पानी प्योर
दोनों केमिकल को मिलाकर पीने योग्य पानी बनाने में करीब 30 मिनट का समय लगता है। इसमें पहले डीएम 1(इसमें एनाइन है) को मिलाया जाता है। इसके करीब 10 मिनट बाद डीएम-2 (इसमें क्रेटाइन होता है) मिलाया जाता है। इसके 20 मिनट बाद पानी को पीया जा सकता है। इतना ही नहीं, समुद्र के पानी का टीडीएस 35000 होता है, वह पानी का टीडीएस स्तर भी पीने के स्तर तक लाया जाता है। इस पूरे प्रोसेस में कहीं भी बिजली की जरुरत भी नहीं होती है। इस किट को कई बार उपयोग में लिया जा सकता है।
मार्केट में लाने के लिए 4 फर्म को टीओटी दी
डीआरडीओ ने इस तकनीक को मार्केट करने के लिए 4 फर्म को ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी (टीओटी) दी है। डीआरडीओ ने अपनी इस टेक्नोलॉजी को 4 निजी कंपनी के साथ मार्केट करने के लिए एमओयू किया है। इसके अलावा डीआरडीओ ने दूरवर्ती इलाके में काम करने वाले देश के जवानों के लिए एक बोतल का निर्माण भी किया है। जिसमें भी मेमरेन लगा है। गंदा पानी भी पीने योग्य बनाया जाता है। इस बोतल में कोई भी अन्य केमिकल मिलाने की जरूरत नहीं होती है।