रामकृष्ण मिशन में जिला स्तरीय विवेक चिंतन प्रतियोगिता:वेद मंत्र का किया व्याख्यान, मिशन सचिव बोले-संस्कृत है समृद्ध भाषा
रामकृष्ण मिशन में जिला स्तरीय विवेक चिंतन प्रतियोगिता:वेद मंत्र का किया व्याख्यान, मिशन सचिव बोले-संस्कृत है समृद्ध भाषा

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : आज़ाद अहमद खान
खेतड़ी : खेतडी कस्बे के रामकृष्ण मिशन अजीत विवेक संग्रहालय परिसर में चल रही तीन दिवसीय जिला स्तरीय विवेकानन्द साहित्यिक प्रतियोगिता विवेक चिन्तन में बुधवार को वेद मंत्र का व्याख्यान किया गया। मिशन सचिव स्वामी आत्मनिष्ठानन्द महाराज की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम में बच्चों को संस्कृत भाषा के महत्व के बारे में जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में सबसे पहले स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा के समक्ष द्वीप प्रज्जवलन और पुष्पार्पण से कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में स्वामी आत्मनिष्ठानंद महाराज ने कहा कि संस्कृत समृद्ध भाषा ओर ज्ञान का भंडार है। इसकी उपयोगिता को समझते हुए मनुष्य को अपने जीवन में उतारना चाहिए। वर्तमान समय में केवल भारत देश में ही नहीं विदेशों में भी संस्कृत भाषा का उपयोग किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बच्चों में महान् गुण और महापुरुषों के विचारों से उनके जीवन में अच्छे चरित्र का गठन होता है। शिक्षित राष्ट्र व बच्चों की नींव मजबूत करने में एक शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसलिए बच्चों को संस्कारवान शिक्षा देकर उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए। प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन में धर्म व संस्कृति की महत्वत्ता का ज्ञान होने से ही वह समाज हित में शिक्षा को प्रसारित कर सकता है। रामकृष्ण मिशन स्वामी विवेकानंद के आदर्दिशों के अनुरूप समाज हित में होने वाले कार्यों को बढ़ावा दे रहा है।
मिशन परिसर में आयोजित विवेक चिंतन प्रतियोगिता में तीन दिन में 700 प्रतिभागी भाग लिया। उन्होंने कहा कि मनुष्य ब्रह्मांड की समस्त शक्तियों से पूर्ण है तथा इस प्रकार के आयोजन से बच्चों में उच्च संस्कारो का विकास होता है।
प्रतियोगिता में भाषण, कविता पाठ, साहित्य विधा की एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दी गई। फरवरी को पुरुस्कार समारोह होगा। इस मौके पर तहसीलदार विवेक कटारिया, स्वामी योगयुक्तानन्द, स्वामी मुरारीशानन्द, स्वामी प्रशान्तानन्द, स्वामी हरिहरानन्द, ब्रम्हचारी ब्रम्हचैतन्य, बख्सीराम सोनगरा, शिवराम सैनी, बसंत जैदिया, गोपी, चन्द्रमोहन, राजू यादव, सुमन सांखला, बिन्दु कुमारी, सुरेन्द्र कुमार,आत्माराम, जैनब, राजीव सिंह, निर्भयराम, धर्मपाल यादव, उषा कटेवा, बख्शी राम सोंगरा, शिवराम सैनी, चन्द्रमोहन, सुनिल कुमार, जतिन, शंकर शर्मा सहित शिक्षक एवं नागरिक उपस्थित रहे।