[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

स्कूल में कोई बच्चा ईसाई नहीं, मैडम कराती हैं ‘प्रेयर’:गुस्साए गांव वालों ने स्कूल पर जड़ा ताला; CBO ने शिक्षा निदेशक को भेजी रिपोर्ट


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
झुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

स्कूल में कोई बच्चा ईसाई नहीं, मैडम कराती हैं ‘प्रेयर’:गुस्साए गांव वालों ने स्कूल पर जड़ा ताला; CBO ने शिक्षा निदेशक को भेजी रिपोर्ट

स्कूल में कोई बच्चा ईसाई नहीं, मैडम कराती हैं 'प्रेयर':गुस्साए गांव वालों ने स्कूल पर जड़ा ताला; CBO ने शिक्षा निदेशक को भेजी रिपोर्ट

चिड़ावा (झुंझुनूं) : झुंझुनूं जिले के एक सरकारी स्कूल में क्रिश्चियन प्रार्थना करवाने पर एक गांव में ग्रामीणों का जबरदस्त विरोध देखने को मिला है। गुस्साए ग्रामीणों ने सभी विद्यार्थियों और स्टाफ को बाहर निकालकर ताला लगा दिया और मौके पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। मामला झुंझुनूं जिले के चिड़ावा के चनाना गांव में स्थित महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल का है।

सूचना मिलने पर सीबीईओ कैलाश चंद्र शर्मा, एसीबीईओ सुशील शर्मा सहित अन्य अधिकारी स्कूल पहुंचे और ग्रामीणों से समझाने का प्रयास किया। ग्रामीणों ने अधिकारियों को बताया कि स्कूल की अध्यापिका प्रेमलता ओला काफी दिनों से बच्चों को ईसाई धर्म की शिक्षा दे रही है। स्कूल की लैब में वे विद्यार्थियों से प्रार्थना भी करवाती हैं। कई बार शिकायतों के बाद भी इन्हें हटाने से की कार्रवाई नहीं हुई। पहले भी इसको लेकर विद्यालय प्रधानाचार्य से जवाब मांगा गया था, लेकिन इसके बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई।

भाजपा नेता राजकुमार मुंड का कहना है कि ये मैडम केवल लैब में बैठी रहती हैं। इनका भाई लैब असिस्टेंट है। उसके साथ मिलकर ये बच्चों को ईसाई धर्म की शिक्षा लैब में दे रही हैं। ये दोनों क्लास में भी नहीं जाते, जबकि स्कूल में ईसाई धर्म का कोई विद्यार्थी भी नहीं है। इस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

पंचायत समिति सदस्य सुमन ने कहा कि लंबे समय से इनकी गतिविधियां संदिग्ध रही हैं। बच्चों को पराए धर्म की शिक्षा देने में लगी रहती है। पहले भी एक कार्यक्रम में प्रेमलता ओला ने सार्वजनिक रूप से स्कूल में ईसाई प्रार्थना करवाई थी। अब तो बड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

शिक्षा विभाग के निदेशक को भेजा पत्र
गुस्साए ग्रामीणों ने विद्यालय को ताला लगाकर अध्यापिका को हटाने पर ही ताला खोलने की बात कही। इसके बाद शिक्षा अधिकारियों ने बैठक कर अध्यापिका को यहां से हटाने के लिए शिक्षा विभाग के निदेशक को पत्र भेजने और अध्यापिका को तब तक के लिए सीबीईओ कार्यालय चिड़ावा लगाने का फैसला लिया गया। जिसके बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ।

इस मामले में चिड़ावा ब्लॉक के सीबीओ कैलाशचंद्र शर्मा ने कहा- पहले भी शिकायत आई थी। आज फिर अध्यापिका प्रेम ओला के खिलाफ प्रदर्शन हुआ है। अब अध्यापिका के खिलाफ कार्रवाई के लिए एक पत्र शिक्षा विभाग के निदेशक को भेजा जा रहा है। वहीं कार्रवाई होने तक अध्यापिका को चिड़ावा सीबीईओ कार्यालय में हाजिरी देने के निर्देश दिए हैं।

Related Articles