आसाराम की चौथी सस्पेंशन ऑफ सेंटेश एप्लिकेशन कैंसिल:बीमारी का हवाला देकर महाराष्ट्र में इलाज के लिए मांगी थी बेल, कोर्ट ने खर्चा स्वयं उठाने को कहा, मना करने पर हुई खारिज
आसाराम की चौथी सस्पेंशन ऑफ सेंटेश एप्लिकेशन कैंसिल:बीमारी का हवाला देकर महाराष्ट्र में इलाज के लिए मांगी थी बेल, कोर्ट ने खर्चा स्वयं उठाने को कहा, मना करने पर हुई खारिज

जोधपुर : पोक्सो मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आसाराम की चौथी एसओएस ( सजा निलंबन करने का प्रार्थना पत्र) एप्लिकेशन भी आज हाईकोर्ट ने खारिज कर दी। आसाराम अपनी बीमारी का हवाला देते हुए और महाराष्ट्र के आयुर्वेदिक अस्पताल में इलाज करवाने को लेकर चौथी एप्लिकेशन लगाई थी। हाईकोर्ट ने पुलिस कस्टडी में इलाज करवाने और सभी खर्च स्वयं उठाने को कहा इस पर आसाराम के वकील ने इनकार कर दिया। जिस पर हाईकोर्ट ने चौथी एप्लिकेशन भी खारिज कर दी। हाईकोर्ट जस्टिस विजय विश्नोई व विनित कुमार माथुर की डबल बेंच ने सुनवाई के बाद आसाराम के पैरोल की चौथी एप्लिकेशन को खारिज करने के आदेश दिए।
बता दें कि 29 नवम्बर को जोधपुर हाईकोर्ट में अपने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए कोर्ट से SOS की याचिका लगाई । पहली तारीख 11 दिसम्बर पड़ी उस दिन सरकारी वकील ने रिप्लाई फाइल करने के लिए समय मांगा। अगली तारीख कोर्ट ने 18 दिसम्बर दी, लेकिन उस दिन आशाराम के वकील देव दत्त कामत नहीं पहुंच सके और उनके जूनियर ने अगले दिन की तारीख मांगी। इस पर कोर्ट ने अगली तारीख 5 जनवरी दी ।
5 जनवरी को आसाराम की ओर से सीनियर देववत्त कामत बहस के लिए उपस्थित हुए उन्होंने आसाराम की उम्र का हवाला देते हुए और 10 वर्ष से अधिक जेल में काटने का कह कर उनके इलाज के लिए बेल मांगी।
उन्होंने कहा कि आसाराम हार्ट की बीमारी से ग्रसित है और दिन ब दिन उनकी तबीयत खराब होती जा रही है। उन्होंने बताया कि उनको पिछले वर्ष नवंबर और दिसंबर में अटैक आया। 8 नवंबर को तो उनकी हालत बहुत नाजुक थी। जोधपुर एम्स के डॉक्टर्स ने एंजियोप्लास्टि के लिए कहा है। उनकी किडनी भी खराब होने से एंजियोग्राफी में खतरा है।
उन्होंने ने कोर्ट से कहा कि वह महाराष्ट्र के मल्टी डिसीप्लेनरी कार्डिक केयर क्लिनिक माधवबाग हॉस्पिटल में इलाज करवाना चाहते हैं। इस हॉस्पिटल में आसाराम का आयुर्वेदिक व आधुनिक मेडिकल साइंस से इलाज होगा। वहां के डॉक्टर्स से कंसर्न के बाद डॉक्टरों ने इलाज और संपूर्ण ह्रदय शुद्धिकरण में 7 दिन का समय लगेगा। आसाराम के वकील ने 14 दिन की इलाज के लिए पैरोल मांगी।
एप्लिकेशन खारिज हो
सरकार की ओर से डबल एजी अनिल जोशी ने कहा कि आसाराम का इलाज एम्स में चल रहा है। एम्स में बेहतर डॉक्टर हैं। जोधपुर में करवड आयुर्वेदिक हॉस्पिटल भी है लेकिन आसाराम जोधपुर में ही अपना इलाज करवा सकते हैं। जोशी ने यह भी कहा कि आसाराम की तीन बार बेल एप्लिकेशन खारिज हो चुकी है। ऐसे में इस एप्लिकेशन को भी खारिज किया जाए।
कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद 5 जनवरी को कोर्ट ने उपचार के लिए माधवबाग हॉस्पिटल भेजने के लिए राजी हुई लेकिन साथ में यह भी आदेश दिए कि आसाराम अपना इलाज पुलिस कस्टडी में करवाएंगे और खर्च स्वयं उठाएंगे। 9 जनवरी को इसका एफेडेविट पेश करने को कहा।
9 जनवरी को आशाराम की ओर से एक नया एफिडेविट फाइल हुआ जिसमें आशाराम ने बताया कि ज़ब वो जेल से बाहर थे तब उन्हें महज दो ही बीमारी थी, एक त्रिनाड़ी शूल और दूसरा पीठ का दर्द। लेकिन जेल के वातावरण और पुलिस हिरासत के तनाव के कारण स्वास्थ्य इतना बिगड़ गया है कि वो अब अपने शरीर की बीमारियां अंगुलियों पर गिन भी नहीं पाता, इसलिए उपचार के लिए 14 दिन की जमानत दी जाए। और पुलिस कस्टडी में इलाज करवाने और इलाज का खर्च भी स्वयं उठाने का राजी नहीं हुआ। इस पर कोर्ट ने सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया। आज फैसला सुनाते हुए हाईकोर्ट ने आसाराम की चौथी एसओएस एप्लिकेशन भी खारिज कर दी।