मौत के बाद भी दुनिया देखेंगी ज्योत्सना की आंखें:परिजनों ने किया नेत्रदान, 2 लोगों को मिलेगी रोशनी
मौत के बाद भी दुनिया देखेंगी ज्योत्सना की आंखें:परिजनों ने किया नेत्रदान, 2 लोगों को मिलेगी रोशनी
जोधपुर : जोधपुर के निकटवर्ती हिंगोला गांव की बेटी ज्योत्सना अपनी मौत के बाद भी दूसरों के जीवन में रोशनी कर गई। अब उसकी आंखें दो लोगों की दुनिया रोशन करेंगी। हिंगोला गांव की रहने वाली ज्योत्सना राजपुरोहित (21) शनिवार दोपहर घर के बने टांके से पानी भर रही थी। चक्कर आने से टांके में गिर गई। परिजनों ने टांके से निकालकर जोधपुर के मथुरादास माथुर हॉस्पिटल लाए। जहां शनिवार शाम 7 बजे उसने दम तोड़ दिया।
ज्योत्सना की मौत के बाद चाचा मदन सिंह ने आई डोनेट करने की इच्छा जताई। मदन सिंह ने बताया उन्होंने तय किया की उनकी भतीजी इस दुनिया से चली गई, लेकिन किसी और की दुनिया जरूर रोशन होनी चाहिए। आई बैंक सोसाइटी को सूचना दी गई। इसके बाद रविवार को सोसायटी की टीम ने नेत्रदान की प्रोसेस शुरू की। अब उसकी आंखों से दो लोगों को रोशनी मिलेगी। बता दें की ज्योत्सना पांच बहन-भाइयों में सबसे छोटी थी। बीए फाइनल पूरी करने के बाद बीएड कर रही थी। वहीं सोमवार को सगाई की रस्म भी होनी थी। इसके लिए रिश्तेदार भी आए हुए थे, घर में खुशी का माहौल था, लेकिन अचानक हुए इस हादसे ने सबको रुला दिया। पढ़ाई में होशियार ज्योत्सना ने कक्षा 12 में 80 प्रतिशत, बीए में 65 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे। उसका सपना आईएएस बनने का था।