एयर होस्टेस स्टूडेंट संग एक हफ्ते फ्लैट में रहा शूटर:युवती का पति हथियारों के साथ फरार, AK-47 भी हो सकती है; उसी ने दिए पिस्टल-रुपए
एयर होस्टेस स्टूडेंट संग एक हफ्ते फ्लैट में रहा शूटर:युवती का पति हथियारों के साथ फरार, AK-47 भी हो सकती है; उसी ने दिए पिस्टल-रुपए

जयपुर : सुखदेव गोगामेड़ी हत्याकांड के हथियार सप्लाई करने वाली एयर होस्टेस स्टूडेंट पूजा सैनी उर्फ पूजा बत्रा को जयपुर से गिरफ्तार किया गया है। वहीं, जांच के दौरान पूजा के घर से मिली AK-47 गन की जानकारी ने भी सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है। गिरफ्तार पूजा का हिस्ट्रीशीटर पति पुलिस के पहुंचने से पहले ही हथियारों के जखीरे के साथ फरार हो गया।
आरोपी पति-पत्नी ने ही शूटर नितिन फौजी को करीब एक सप्ताह तक अपने घर पर रखा था। फौजी ने अपने लिए महेंद्र के पास मौजूद हथियारों में से तुकी मेड दो जिगाना पिस्टल और दो मैग्जीन ली थी। महेंद्र ने ही शूटरों को हत्याकांड वाले दिन अजमेर रोड के पास अपनी कार से पहुंचाया था। गोगामेड़ी हत्याकांड की जांच के लिए नेशनल इंवेस्टिगेटिव एजेंसी (NIA) की टीम भी जयपुर पहुंच चुकी है।

पुलिस को हत्याकांड के 2 दिन बाद मिली थी जानकारी
एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश चन्द्र बिश्नोई ने बताया- गोगामेड़ी की हत्या के दो दिन बाद इनपुट मिला था कि नितिन फौजी घटना करने से पहले प्रताप नगर में कहीं रुका था। इस स्थान का पता करने के लिए एडिशनल डीसीपी रामसिंह शेखावत के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। ये वही फ्लैट था जिसमें पूजा सैनी अपने पति महेंद्र उर्फ समीर के साथ 48 इनकम टैक्स कॉलोनी जगतपुरा में किराए के फ्लैट में रहती है। इस फ्लैट से एक AK- 47 की फोटो भी मिली है। जो राजू ठेहट की हत्या से जुड़ी हो सकती है।
28 नवंबर को ही जयपुर आ गया था नितिन फौजी
पूजा ने पुलिस का बताया- नितिन फौजी हिसार से किराए की टैक्सी लेकर 28 नवंबर को ही जयपुर के प्रताप नगर पहुंच गया था। पूजा के फ्लैट में एक लड़का-लड़की भी किराए पर रहते हैं। महेंद्र ने दोनों लड़के-लड़कियों को दूसरे कमरे में शिफ्ट कर दिया। उनके कमरे में नितिन फौजी को रुकवाया। इस कमरे का दरवाजा हमेशा बंद रहता था। पूजा ही नितिन फौजी के लिए खाना बनाती थी और वो कमरे से बाहर नहीं आता था। पूजा ने बताया- उसका पति महेंद्र करीब डेढ़ साल से इस फ्लैट में किराए से रहता है। अपने मोबाइल से रोहित गोदारा व विरेंद्र चारण की नितिन फौजी से बात करवाता था।
तीन पिस्टल लेकर गया था फौजी
5 दिसंबर को घटना वाले दिन महेंद्र ने आधा दर्जन से अधिक पिस्टल व भारी मात्रा में कारतूस दिखाए थे। इन हथियारों में से नितिन फौजी ने अपने लिए दो पिस्टल व दो मैग्जीन रखी। एक पिस्टल और 2 मैगजीन दूसरे शूटर के लिए रखी। पूजा ने बताया- महेन्द्र ने 50-50 हजार की दो नोटों की गड्डियां भी नितिन फौजी को दोनों शूटर्स के लिए दी थी।
इसके बाद सुबह करीब 10 बजे नितिन फौजी को महेंद्र अपनी सियाज गाड़ी में अजमेर रोड ले गया। यहां पहले से शूटर रोहित राठौड़ इंतजार कर रहा था। महेंद्र कुमार ने अपनी कार में रोहित राठौड़ को बिठाया। रोहित को भी एक पिस्टल और दो मैगजीन दी। साथ ही 50 हजार रुपए दी। फिर दोनों को गाड़ी से नीचे उतारा था। बेस्ट ऑफ लक कहकर रवाना हो गया।

लॉरेंस की गैंग से जुड़ा है पूजा का पति महेंद्र
पुलिस जांच में महेंद्र के फ्लैट की तलाशी में कई वाहनों की आरसी, पैन कार्ड, आधार कार्ड, मैमोरी कार्ड मिले हैं। साथ ही एक एके 47 की फोटो भी मिली है। हथियार तस्करी के लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नेटवर्क संचालित करने के अहम सबूत मिले है। इस बात के भी तथ्य सामने आ रहे हैं कि लॉरेंस गैंग द्वारा की गई कई घटनाओं में महेंद्र और पूजा का हाथ हो सकता है।

फौजी ने क्यों चुनी तुकी मेड जिगाना पिस्टल?
- जिगाना तुर्की मेड सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल है, जो भारत में प्रतिबंधित है। इससे एके-47 की तरफ बर्स्ट फायर किए जा सकते हैं।
- एक बार में 15 से ज्यादा राउंड लगते हैं यानी बार-बार लोड करने की जरूरत ही नहीं रहती।
- कीमत 8 से 10 लाख रुपए बताई जा रही है। बड़ी वारदात के लिए लॉरेंस गैंग इसे ही इस्तेमाल करते हैं। क्योंकि ये जाम नहीं होती है।
- महंगी होने के कारण मास्टरमाइंड वारदात के बाद हथियार शूटर के पास नही छोड़ते। अपने कब्जे में ले लेते हैं ताकि पुलिस जब्त न कर सके। शूटरों से रिकवरी नहीं होने से केस भी कमजोर पड़ता है।

पूजा से 2018 में कोटा में मिला था महेंद्र, 2022 में मंदिर में शादी की, गांव में भी एक पत्नी
- एडिशनल कमिश्नर कैलाश बिश्नोई ने बताया कि काेटा के गुमानपुरा का हिस्ट्रीशीटर महेन्द्र शादीशुदा है। पूजा व महेन्द्र 2018 में पहली बार कोटा में मिले थे। 2022 में मंदिर में शादी कर ली। बताया जा रहा है कि महेन्द्र गांव में एक शादी कर रखी है।
- हथियार सप्लाई के दौरान महेंद्र का लॉरेंस गैंग से संपर्क हो गया। जयपुर में वह केवल लॉरेंस गैंग के लिए काम देखने लगा। हथियार तस्करी के दौरान पूजा को साथ रखता ताकि पुलिस को शक ना हो। आरोपी के फ्लैट में लॉरेंस गैंग से जुड़े होने के अहम सबूत मिले हैं।
- राेहित गोदारा की शूटरों के पकड़े जाने की पोस्ट देखते ही महेंद्र हथियार लेकर फरार हो गया और दूसरा फ्लैट तलाशने लगा। पूजा से चोरी छिपे मिलने आता था।
- एडिशनल डीसीपी रामसिंह शेखावत ने बताया कि फ्लैट में महेंद्र और पूजा के कई आईडी मिले हैं। जांच में पता चला कि ये हर जगह अपनी पहचान बदलकर रखते थे।
#WATCH | Delhi: Visuals from the Crime Branch Office where the accused in the Sukhdev Singh Gogamedi murder case was brought. pic.twitter.com/8NDUqfFwQB
— ANI (@ANI) December 10, 2023
एनआईए की टीम जयपुर पहुंची, एफआईआर दर्ज, आज से जांच
गृह विभाग ने एनआईए को जांच की अनुशंसा भेजी थी, जिसकी केन्द्रीय गृह विभाग से अनुमति मिलने के बाद एनआईए ने एफआईआर दर्ज कर ली और आईजी केबी वंदना की टीम जयपुर पहुंच गई। आज एनआईए कोर्ट में एप्लीकेशन लगाकर पकड़े गए आरोपियों की कस्टडी और मुकदमे की पत्रावली लेगी।
विदेशी हथियारों का होना बड़ी सिरदर्दी बन चुका है। अभी तक हुई पूछताछ में सामने आया है कि रोहित राठौड़ और नितिन फौजी को आपस में मिलने के दौरान अलग-अलग नाम बताने के निर्देश दिए थे ताकि पुलिस कार्रवाई के दौरान गुमराह करते रहें।
करणी सेना के अध्यक्ष को घर में घुसकर गोलियां मारी थीं
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। उन पर 5 दिसंबर को दोपहर करीब 1:03 बजे 2 बदमाशों ने गोलियां बरसाईं और भाग निकले थे। गोगामेड़ी को मेट्रो मास हॉस्पिटल ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। गोगामेड़ी के साथ घटना के दौरान मौजूद गार्ड अजीत सिंह गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बदमाशों की फायरिंग में नवीन शेखावत की भी मौत हो गई थी। नवीन ही बदमाशों को गोगामेड़ी के घर ले गया था।