गहलोत बोले-केंद्र के नेता आए, उपराष्ट्रपति को नहीं भेजें:कहा- ये संवैधानिक पद है, एक साथ पांच जिलों का दौरा किया, क्या तुक है
गहलोत बोले-केंद्र के नेता आए, उपराष्ट्रपति को नहीं भेजें:कहा- ये संवैधानिक पद है, एक साथ पांच जिलों का दौरा किया, क्या तुक है

बहरोड़ : केंद्र के कोई भी नेता यहां आए, मुझे कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन उपराष्ट्रपति को नहीं भेजें! क्योंकि उपराष्ट्रपति का पद संवैधानिक होता है। उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति का हम सम्मान करते हैं। अब कल उपराष्ट्रपति आए और एक साथ पांच जिलों का दौरा किया, क्या तुक है? यह चुनाव का माहौल है। मुख्यमंत्री अशोक ने ये बात बहरोड़ विधानसभा क्षेत्र के गांव काठुवास में कही। वे यहां वे यहां कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली के माता-पिता की मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे। उनके साथ राजस्थान और हरियाणा के कांग्रेस नेताओं ने कार्यक्रम में शिरकत की।
केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उनके नेता यहां आ रहे हैं। इन्होंने इतना धन इकट्ठा कर लिया कि दूसरी पार्टी को निचोड़ दिया। इन्होंने ऐसा माहौल कर दिया कि कोई भी उद्योगपति दूसरी पार्टी नेताओं से मिल नहीं सकता, अगर मिल गया तो शाम को ED पहुंच जाएगी। जैसे राजेंद्र यादव गृह राज्य मंत्री घर पहुंच गई। इनकम टैक्स और ED के अधिकारी भी दबाव में काम कर रहे हैं। अब तो वह भी कहने लग गए हैं कि आधे लोगों को हम गायब कर देते हैं। पहले कह देते हैं हम आधे घंटे बाद आ रहे हैं, आप चले जाए। अब तो वह भी समझ गए हैं कि कब तक गृह मंत्रालय हमें कार्रवाई करने के लिए दबाव बनाता रहेगा और भेजता रहेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक रेकी नहीं हो और प्रूफ नहीं हो कि इसने बेईमानी की है, करप्शन किया है। तब तक कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। पुख्ता होने पर रेड मारो, जेल भेजें, हम स्वागत करेंगे। जिन राज्यों में दूसरी पार्टी की सरकार है। वहां इनकम टैक्स जा रहा है और ED जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के जो नेता मेरी आलोचना करता हैं। मुझे अच्छा लगता है। क्योंकि मुझे फीडबैक मिलता है।
हम गुड गवर्नेंस के लिए सर्वे 2023 करवा रहे हैं। हमें अच्छा लग रहा है। हमारी आलोचना हो रही है, किसी को दुख हो रहा है, कोई बुराई कर रहा है, हमारे पास लगातार फीडबैक आ रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र के नेता समझते हैं कि जो भी हमने कर दिया वह सब कुछ ठीक है। उनके अंदर घमंड है। घमंड में काम कर रहे हैं। लेकिन यह घमंड लोकतंत्र में काम नहीं आता। जनता ही माई-बाप होती है। जनता जो फैसला करती है। वह सबको मंजूर करना पड़ता है।
सीएम ने कहा विश्व गुरु बनने की बात करते हैं, लेकिन विश्व गुरु तब बनोगे ना जब यहां भुखमरी नहीं रहेगी, कुपोषण नहीं रहेगा, शांति और सद्भाव रहेगा, हैप्पीनेस इंडेक्स बढ़ेगा, आय बढ़ेगी।

चुनावी माहौल चल रहा है, आप आ रहे हैं
एक जमाना था? जब राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और गवर्नर जब राज्य में आते थे तो मुख्यमंत्री से पूछा करते थे कि हम आए या ना आए। यह प्रोग्राम किस स्तर का है। हमारे लेवल का है या नहीं। लेकिन यह सिस्टम सब खत्म कर दिया। जब भैरूसिंह शेखावत उपराष्ट्रपति बने तब में मुख्यमंत्री था, हमने उनका स्वागत किया। उनकी पार्टी ने नहीं किया, बल्कि मैंने किया और वह कभी जिंदगी भर तक भूल नहीं सकते।
धनकड़ साहब उप राष्ट्रपति बने हैं। हमने सीएम हाउस में सम्मान किया। वह राष्ट्रपति बने हमारी शुभकामनाएं उनके साथ हैं। आजादी के बाद पहली बार शेखावत साहब उपराष्ट्रपति बने थे हमें गर्व हुआ। प्रतिभा पाटिल जी राष्ट्रपति बनी हमें गर्व हुआ। धनकड़ जी उपराष्ट्रपति बने हमें खुशी हुई। लेकिन चुनावी माहौल चल रहा है। आप आ रहे हैं। जनता में तरह-तरह का मैसेज जाएगा।
गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम लिए बगैर वार किया
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने ओपीएस लागू कर दिया। आरजीएस लागू कर दिया। फसल बीमा बना दी, शहरी रोजगार योजना बना दी है। लेकिन राष्ट्रीय परियोजना लागू करने का वादा प्रधानमंत्री जी ने किया था। गजेंद्र शेखावत का नाम लिए बगैर कहा कि पानी वाले मंत्री ने एक राष्ट्रीय योजना लागू नहीं करवाई। उन्होंने जिद कर रखी है कि हम घोषित नहीं करेंगे और हमने जिद कर रखिए कि बनवा के रहेंगे।

भाजपा से योजनाएं बंद नहीं करने की मांगी गारंटी
उन्होंने भाजपा के नेताओं से कहा कि वह पहले ये गारंटी लें, वर्तमान सरकार की जो योजनाएं चल रही है। उनको हम कभी बंद नहीं करेंगे। गृहमंत्री अमित शाह ने कई जगह सरकार गिरा दी। लेकिन राजस्थान में उनकी दाल नहीं गली। महाराष्ट्र गिरा दिया, मध्य प्रदेश गिरा दिया। अब उनके दिल में जलन है की राजस्थान में दाल नहीं गली। उनको यही तकलीफ है। आप हॉर्स ट्रेडिंग करके खरीद-फरोख्त करके सरकार गिराओगे तो लोकतंत्र कहां रह जाएगा। चुनाव की आवश्यकता ही क्या है। जब राजस्थान में सरकार नहीं गिरी तो अब यह यहां लगातार आ रहे हैं। केंद्र के मंत्री, मुख्यमंत्री और सालभर में 8 से 9 बार प्रधानमंत्री भी आ गए हैं। यहां आ जाइए कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है।
विकास के नाम पर सहयोग की अपील
उन्होंने कहा कि केंद्र के नेताओं से मुकाबला करने के लिए मुझे आमजन का सहयोग चाहिए। अगर हमारे प्रदेश की जनता को लगता है कि गांव में विकास हुआ है, बिजली फ्री हुई है, सड़कें बनी है, पानी मिला है। स्कूल खुलें हैं, तहसील-उपतहसील बनी है। तो वो मुझे सहयोग जरूर दें। अब बीजेपी वाले आएंगे कैंपेनिंग करेंगे। रैली निकालेंगे, क्योंकि उन्हें जिंदगीभर यह दर्द रहेगा कि हम राजस्थान में सरकार गिरा नहीं पाए। इसके अलावा सीएम गहलोत ने कोरोना में आम जन के सहयोग की सराहना की।

ये लोग उपस्थित रहे
कार्यक्रम के दौरान मंत्री शकुंतला रावत, पूर्व सांसद करण सिंह यादव, हरियाणा के पूर्व मंत्री राव दानसिंह, नरेंद्र सिंह यादव, महिला आयोग सदस्य सुमन यादव, पूर्व विधायक महिपाल यादव, कांग्रेस जिला अध्यक्ष योगेश मिश्रा, आईसीसी देवेंद्र यादव, विधायक कांति मीणा, कृष्ण मुरारी गंगावत, जिला प्रमुख बलबीर छिल्लर, कांग्रेस नेता डॉ आर सी यादव, कविता यादव, सुंदरनाथ महाराज, पीसीसी सचिव संजय यादव, बस्तीराम यादव सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारी मौजूद रहे।