हरियाणा : मोनू मानेसर हरियाणा में गिरफ्तार, जेल भेजा:नूंह हिंसा से पहले भड़काऊ वीडियो जारी किए; नासिर-जुनैद को भिवानी में जिंदा जलाने का भी आरोप
16 फरवरी को भिवानी के पास एक जली बोलेरे गाड़ी में दो लोगाें के कंकाल मिले थे। पुलिस जांच में सामने आया कि यह कंकाल राजस्थान के भरतपुर जिले के घाटमिका गांव के जुनैद और नासिर के हैं। इस चार्जशीट में ही मोनू मानेसर का नाम आया था, तभी से पुलिस मोनू को गिरफ्तारी करने का प्रयास कर रही थी।

हरियाणा : नासिर-जुनैद हत्याकांड के सात महीने बाद गुरुग्राम की एक मार्केट से मोनू मानेसर को मंगलवार को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। हालांकि नासिर-जुनैद हत्याकांड में पहले मोनू मानेसर का नाम नहीं थी लेकिन जब पुलिस ने चार्जशीट दायर की तो उसका नाम सामने आया। इस हत्याकांड में जींद के गोरक्षक विकास का भी नाम आया था, लेकिन अभी तक विकास की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
#WATCH बजरंग दल के मोनू मानेसर को हरियाणा पुलिस ने हिरासत में लिया। अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है।
(वीडियो: एक स्थानीय दुकानदार के सीसीटीवी में देखा गया) pic.twitter.com/tcZiOv53DS
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 12, 2023
जींद में 15 दिन डेरा डाला
विकास पर राजस्थान पुलिस ने दस हजार रुपये का इनाम भी रखा हुआ है। नासिर और जुनैद हत्याकांड में जो स्कोर्पियाें गाड़ी प्रयोग की गई थी, वह 19 फरवरी को जींद की सोमनाथ गोशाला से राजस्थान पुलिस ने बरामद की थी। इस गाड़ी को राजबीर चला रहा था। इसके बाद से राजबीर का भी कोई सुराग नहीं है। राजस्थान पुलिस ने जींद में 15 दिन डेरा भी डाला, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी।

ये था पूरा मामला
16 फरवरी को भिवानी के पास एक जली बोलेरे गाड़ी में दो लोगाें के कंकाल मिले थे। पुलिस जांच में सामने आया कि यह कंकाल राजस्थान के भरतपुर जिले के घाटमिका गांव के जुनैद और नासिर के हैं। दोनों के अपहरण का मामला भी राजस्थान पुलिस पहले ही दर्ज कर चुकी थी। इसके बाद राजस्थान पुलिस ने इस हत्या के आरोप में आठ लोगों नूंह के अनिल, श्रीकांत, कैथल के कालू, करनाल के किशोर, भिवानी के मोनू, जींद के विकास, मुनक करनाल के शशिकांत तथा भिवानी के गोगी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी।

राजस्थान पुलिस जांच जींद तक पहुंची। यहां सोमनाथ गोशाला में खड़ी एक स्कोर्पियो गाड़ी को राजस्थान पुलिस ने बरामद किया। इस गाड़ी में लगे खून के धब्बों की जांच करवाई गई तो यह नासिर और जुनैद के डीएन से मैच कर गए। इससे साफ हो गया कि इस स्कोर्पियो गाड़ी में नासिर और जुनैन के साथ मारपीट की गई है या फिर इसी गाड़ी में उनकी हत्या करके दूसरी बोलेरे गाड़ी में इनको जलाया गया था। यह गाड़ी जिला परिषद सीईओ के नाम थी, जिसको राजबीर चलाता था। इस गाड़ी में हत्या के दिन जींद का विकास भी था।
#WATCH हरियाणा: मोनू मानेसर को पुलिस ने नूंह कोर्ट में पेश किया। pic.twitter.com/Z91tLwg9S6
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राजस्थान पुलिस ने जींद में कई दिन तक डेरा डाला, लेकिन विकास और राजबीर दोनों में कोई भी पुलिस के हाथ नहीं लगा। इसके बाद राजस्थान पुलिस यहां से वापस लौट गई थी। पुलिस ने विकास के नाम पर दस हजार रुपये का इनाम भी रखा। वहीं जब राजस्थान पुलिस नासिर-जुनैद हत्याकांड की चार्जशीट पेश की तो उसमें 27 लोगों के नाम सामने आए। राजस्थान पुलिस ने इस मामले में रिंकू सैनी को पुलिस ने उसी समय गिरफ्तार कर लिया था तथा भिवानी निवासी मोनू राणा व गोगी को बाद में गिरफ्तार किया था। इन लोगों से पूछताछ के आधार पर ही पुलिस ने चार्जशीट तैयार की थी। इस चार्जशीट में ही मोनू मानेसर का नाम आया था, तभी से पुलिस मोनू को गिरफ्तारी करने का प्रयास कर रही थी।
परिजनों ने लगाए थे आरोप
राजस्थान पुलिस को दिए बयान में नासिर-जुनैद के परिजनों ने कहा था कि 15 फरवरी को बजरंग दल के कुछ लोग नासिर और जुनैद का अपहरण करके ले गए थे। इनमें माेनू मानेसर, रिंकू सैनी के अलावा कुछ अन्य युवक भी थे, जो अपने आपको गोरक्षक बता रहे थे। परिजनों ने आरोप लगाए थे कि दोनों इन लोगों ने जिंदा जलाकर मारा था। आरोपियों ने नासिर-जुनैद पर गोकसी के आरोप लगाए थे और उनके घर से जबरदस्ती पिटाई करते हुए ले गए थे।
हरियाणा में खूब हुई थी महापंचायतें
जब नासिर-जनैद हत्याकांड में कथित गोरक्षकों के नाम सामने आए तो इसके बाद पूरे हरियाणा में महापंचायतों का दौर चला था। कैथल, जींद भिवानी, गुरुग्राम में महापंचायतें हुए और गोरक्षकों को बेकसूर बताया गया। इसमें राजस्थान पुलिस पर भी आरोप लगाए गए कि राजस्थान पुलिस जान-बूझकर हरियाणा के गोरक्षकों को इस मामले में घसीट रही है, जबकि इसमें गोरक्षकों का कोई हाथ नहीं है।
राजस्थान पुलिस ने भी लगाए थे हरियाणा पुलिस पर आरोप
नासिर-जुनैद हत्याकांड के बाद राजस्थान पुलिस ने भिवानी, जींद, कैथल, कुरुक्षेत्र, नूंह समेत हरियाणा के कई जिलों में दबिश दी थी, लेकिन एक भी आरोपी पुलिस के हाथ नहीं लगा। राजस्थान पुलिस एक महीने तक हरियाणा के शहरों तथा गांवों की खाक छानकर वापस चली गई थी। राजस्थान पुलिस हरियाणा पुलिस पर सहयोग नहीं करने के आरोप भी लगाए थे जबकि हरियाणा पुलिस ने राजस्थान पुलिस को पूरा सहयोग देने की बात कही थी।
मोनू मानेसर के 2 वीडियो सामने आए थे
नूंह में 31 जुलाई को ब्रजमंडल यात्रा के दौरान हुई हिंसा से पहले 2 वीडियो वायरल हुए थे। पहले वीडियो में मोनू मानेसर ने कहा था कि 31 जुलाई को वह ब्रजमंडल यात्रा में शामिल होगा। उसने लोगों को भी इस यात्रा में शामिल होने की अपील की थी। इसके बाद नूंह से भी दूसरे समुदाय से मोनू मानेसर को सोशल मीडिया पर चैलेंज करने किया गया था।
इसके बाद मोनू मानेसर का एक और वीडियो सामने आया था। जिसमें कहा गया कि बोला है तो आना ही पड़ेगा। कथित तौर पर इसी से दंगाईयों को शक हुआ कि मोनू यात्रा में आया हुआ है।
मोनू मानेसर की रिहाई के लिए प्रदर्शन, गुरुग्राम में महापंचायत बुलाई
मोनू मानेसर की गिरफ्तारी का पता चलते ही उसके समर्थकों ने गुरुग्राम में प्रदर्शन किया। वहीं विश्व हिंदू परिषद ने पंचायत बुलाकर करने और बड़ा फैसला लेने की चेतावनी दी है। गांव मानेसर के ग्रामीणों ने भी इसे राजनीतिक साजिश बता आंदोलन की बात कही है। VHP के जिला संयोजक देविंदर सिंह ने कहा कि नूंह पुलिस ने कांग्रेस MLA मामन खान को तो गिरफ्तार नहीं किया, बल्कि मोनू को अरेस्ट कर लिया।
मोनू मानेसर की गिरफ्तारी के बाद गुरुग्राम पुलिस के पास इनपुट्स यह भी है कि नाराज और गुस्साए मानेसर और आसपास के ग्रामीण नेशनल हाईवे- 48 को जाम कर सकते है। जिसके बाद एहतियात के तौर पर भीष्म मंदिर के पास भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

राजस्थान का नासिर-जुनैद हत्याकांड, जिसमें मोनू आरोपी
फरवरी में मिली थी नासिर-जुनैद की बोलेरो में जली लाशें
16 फरवरी 2023 को हरियाणा के भिवानी में बोलेरो गाड़ी में दो जली हुई लाशें मिलीं थीं। जांच में पता चला था कि ये लाशें राजस्थान के भरतपुर जिले के घाटमिका गांव के जुनैद और नासिर की थीं। हरियाणा के कई गो-रक्षकों पर उन्हें जिंदा जलाने का आरोप लगा था। इनमें सबसे चर्चित नाम मोनू मानेसर उर्फ मोहित यादव का था।
राजस्थान के जिला भरतपुर के पहाड़ी इलाके के गांव घाटमीका निवासी नासिर (28) और जुनैद (33) को 15 फरवरी को किडनैप किया गया था। अगले दिन हरियाणा के भिवानी में बोलेरो में दोनों के कंकाल बरामद हुए थे। इस मामले में दोनों के परिवार ने बजरंग दल से जुड़े गोरक्षक मोनू मानेसर और उसके साथियों पर मारपीट के बाद दोनों को जिंदा जलाकर मार देने का आरोप लगाया था।
इसके बाद भरतपुर थाना पुलिस ने मोनू मानेसर सहित अन्य लोगों पर विभिन्न धाराओं में केस भी दर्ज किया था। पुलिस इस केस में फरार 8 आरोपियों की फोटो भी जारी कर चुकी है।

हरियाणा पुलिस से संपर्क में राजस्थान पुलिस
भरतपुर के SP मृदुल कछावा का कहना है हमें जानकारी मिली है कि हरियाणा पुलिस ने मोनू मानेसर को हिरासत में लिया है, जिसकी नासिर-जुनैद (लिंचिंग) केस में तलाश थी। हरियाणा पुलिस अपनी आगे की प्रक्रिया कर रही है और हमारे अधिकारी उनके संपर्क में हैं। जब उनकी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी, तब हमारी (जिला पुलिस) प्रक्रिया शुरू होगी।
नासिर-जुनैद हत्याकांड की पूरी कहानी
भाई की ससुराल से लौट रहे थे, बीच रास्ते में रोक लिया
जुनैद के चचेरे भाई इस्माइल ने आरोप लगाया था कि जुनैद और नासिर 14 फरवरी को भोरूबास सिकरी गांव गए थे। यहां उनके भाई की ससुराल है। रात में वहीं रुक गए थे। बुधवार सुबह यानी 15 फरवरी को दोनों घर आ रहे थे।
रास्ते में उनको बजरंग दल वालों ने रोक लिया। इनका नाम पूछा। इसके बाद दोनों को बोलेरो से खींचकर बाहर निकालने की कोशिश की गई। नासिर-जुनैद ने जैसे ही देखा कि उन्हें ये खींच रहे है, तो जान बचाने के लिए उन्होंने अपनी बोलेरो गाड़ी को भगा दिया।
बोलेरो का पीछा कर दोनों तरफ से टक्कर मारी गई
परिवार का आरोप था कि जुनैद-नासिर को बोलेरो से जान बचाकर भागते देख आगे-पीछे से टक्कर मारी गई। इसके बाद दोनों को गाड़ी से निकालकर मारपीट की गई। मारपीट के बाद बजरंग दल वाले नासिर-जुनैद को पुलिस थाना फिरोजपुर झिरका ले गए। जहां पर दोनों को पुलिस को सौंपने की कोशिश की, लेकिन दोनों की हालत इस कदर खराब हो गई थी कि पुलिस ने दोनों को रखने से मना कर दिया।
जिंदा जलाकर मार दिया
परिवार का कहना था कि पुलिस के हिरासत में लेने से इनकार करने के बाद बजरंग दल के नेता मोनू मानेसर, रिंकू सैनी के अलावा 7 से 8 अन्य लोग दोनों को भिवानी ले गए। वहां उन्हें पिछली सीट पर बैठाकर बोलेरो समेत जिंदा जलाकर मार डाला। हमें सोशल मीडिया पर चली खबर के बाद दोनों की मौत का पता चला। गाड़ी के इंजन और चेसिस नंबर से पता चला कि ये हमारी गाड़ी है। मरने वाले हमारे दोनों भाई हैं।

नासिर-जुनैद मर्डर केस में अब तक क्या हुआ
जुनैद के चचेरे भाई इस्माइल ने 15 फरवरी को गोपालगढ़ थाना (भरतपुर) में दोनों के किडनैप और मारपीट का मामला दर्ज कराया था। इसमें अनिल निवासी मूलथान, श्रीकांत निवासी मरोड़ा, रिंकू सैनी निवासी फिरोजपुर झिरका, लोकेश सिंगला निवासी मानेसर (हरियाणा) पर आरोप लगाए गए थे।
इस FIR के अगले दिन 16 फरवरी को जुनैद और नासिर दोनों की लाशें हरियाणा में भिवानी जिले के लोहारू में जली हुई हालत में बोलेरो गाड़ी में मिली थीं। इस मामले में भरतपुर थाना पुलिस ने किडनैप और हत्या का मामला दर्ज किया था।
राजस्थान पुलिस ने मुख्य आरोपी रिंकू सैनी को गिरफ्तार कर लिया था। रिंकू सैनी से पूछताछ के आधार पर 8 आरोपियों के नाम फोटो सहित जारी किए। सभी 8 आरोपियों पर 10-10 हजार का इनाम भी रखा गया। इसके बाद इनमें से दो आरोपियों गोगी निवासी भिवानी और मोनू राणा निवासी पलुवास भिवानी को भी गिरफ्तार कर लिया गया था।
गोपालगढ़ पुलिस ने 16 मई को गिरफ्तार 3 आरोपियों रिंकू सैनी, गोगी और मोनू राणा के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट पेश की, तब इस बात का खुलासा हुआ कि नासिर और जुनैद की हत्या में अभी 27 आरोपियों के खिलाफ इन्वेस्टिगेशन पेंडिंग है।

चार्जशीट में मोहित उर्फ मोनू मानेसर, श्रीकांत मरोड़ा, अनिल मूलथान, लोकेश सिंगला, विकास आर्य, विशाल जेवली उर्फ नटवर, कालू उर्फ कृष्ण, बादल, शशिकांत, देवी लाल, भोलू, नवनीत, संजय परमार, दीपक, आजाद आचार्य, किशोर सैन, शिवम, तुषार उर्फ तन्नू, राजवीर, मनोज गुहाना, योगेन्द्र आचार्य, भोला सिलानी, रमेश उर्फ मेस्सा सिसर, आशु जांगडा, सुखविंद्र उर्फ सुक्खी, प्रवेश बॉक्सर और रविंद्र उर्फ कालिया की संलिप्तता बताते हुए जांच पेंडिंग रखने की बात थी। ये सभी हरियाणा के रहने वाले हैं।
मोनू मानेसर ने कहा था- इससे मेरा लेना-देना नहीं
फरवरी में हुए राजस्थान के भरतपुर निवासी नासिर-जुनैद हत्याकांड को लेकर मोनू मानेसर ने कहा कि मेरा इस केस से कोई लेना-देना नहीं है, क्योंकि मैं उस दिन मेवात या राजस्थान या फिर भिवानी किसी जगह नहीं था। इसके मेरे पास सबूत है क्योंकि उस दिन मैं गुरुग्राम के एक होटल में था। मेरा तो नाम बेवजह घसीट दिया गया।
मोनू मानेसर ने सोशल मीडिया पर भी लिखा कि इस घटना से उसकी टीम का कोई लेना-देना नहीं है। न ही बजरंग दल हरियाणा का कोई संबंध है। जो भी आरोपी मिलें, पुलिस उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करे।
