[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

झुंझुनूं-मंड्रेला : छोटे से मकान में पढ़कर पाई सफलता:सरकारी स्कूल में पढ़े चार भाई-बहन, एक दूसरे की मदद से पढ़कर सभी बने डॉक्टर


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
चिड़ावाझुंझुनूंराजस्थानराज्य

झुंझुनूं-मंड्रेला : छोटे से मकान में पढ़कर पाई सफलता:सरकारी स्कूल में पढ़े चार भाई-बहन, एक दूसरे की मदद से पढ़कर सभी बने डॉक्टर

छोटे से मकान में पढ़कर पाई सफलता:सरकारी स्कूल में पढ़े चार भाई-बहन, एक दूसरे की मदद से पढ़कर सभी बने डॉक्टर

झुंझुनूं-मंड्रेला : कस्बे में एक परिवार ऐसा है जहां चार सगे भाई बहन डॉक्टर हैं। यह सभी तीन साल के भीतर एक के बाद एक डॉक्टर बने। ये परिवार मंड्रेला के वार्ड 24 में रहने वाले सेवानिवृत्त प्रिंसिपल सत्यनारायण सैनी का है। सत्यनारायण सैनी व सुशीला सैनी के दो बेटे पंकज व संदीप तथा दो बेटियां नीलम व बबीता डॉक्टर हैं। दो कमरों के मकान में रहने वाले सैनीपुरा निवासी सत्यनारायण सैनी वर्ष 2016 में प्रिंसिपल के पद से सेवानिवृत्त हुए। उन्होंने विज्ञान विषय के अध्यापक के तौर पर कस्बे की लाठ राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय से अध्यापन कार्य शुरू किया था।

उनके चारों बच्चों ने मैट्रिक तक की पढ़ाई कस्बे के सरकारी स्कूल से पूरी की। माता-पिता के साथ दो कमरों वाले मकान में रहकर एक दूसरे की मदद कर चारों ने एक के बाद एक यह सफलता हासिल की। सबसे पहले 2004 में दूसरे नंबर की संतान बेटे पंकज ने सफलता हासिल की। इसके अगले ही वर्ष 2005 में सबसे बड़ी संतान बेटी नीलम को सफलता मिली। इसके चार साल बाद 2009 में सबसे छोटे बेटे संदीप ने पीएमटी क्लियर की। इसके दो साल बेटी तीसरे नंबर की संतान बेटी बबीता ने पीएमटी पास कर भाई बहनों की परंपरा को पूरा किया।

सबसे पहले 2004 में बेटा पंकज सफल, फिर एक के बाद एक सभी डॉक्टर

सत्यनारायण सैनी के बड़े पुत्र पंकज सैनी ने परिवार में सबसे पहले वर्ष 2004 में पीएमटी की परीक्षा पास की। वर्ष 2010 में मेडिकल कॉलेज कोयंबटूर से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की। वर्ष 2014 में मेडिकल कॉलेज कोटा से पीजी किया। वर्ष 2019 में जयपुर के एसएमएस से न्यूरो में डीएम किया। वे वर्तमान में अजमेर के जेएलएन अस्पताल में न्यूरो विशेषज्ञ के रूप में सेवाएं दे रहे हैं।

इनकी पत्नी पूनम सैनी एमएससी पास है। इनकी बड़ी बेटी नीलम सैनी ने वर्ष 2005 में पीएमटी की परीक्षा पास की। वर्ष 2011 में एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी कर डॉक्टर बन गईं। वर्ष 2017 में मेडिकल कॉलेज अजमेर से पीजी की। वे वर्तमान में हैदराबाद के निजाम हॉस्पिटल से डीएम की तैयारी कर रही हैं। नीलम सैनी के पति श्रीमाधोपुर निवासी डॉ. मुकेश सैनी वर्तमान में जोधपुर के राजकीय महात्मा गांधी अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

छोटी बेटी बबीता ने 2011 में पाई सफलता

सत्यनारायण सैनी की दूसरी बेटी बबीता सैनी ने वर्ष 2011 में पीएमटी की परीक्षा पास की। 2017 में बीकानेर पीबीएम अस्पताल से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की। वह वर्तमान में अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल से पीजी कर रही हैं। बबीता सैनी के पति नवलगढ़ निवासी डॉ. वरुण सैनी वर्तमान में अजमेर जिले के केकड़ी शहर के राजकीय जिला अस्पताल में नेत्र रोग विशेषज्ञ के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

सत्यनारायण सैनी की चारों संतानों में सबसे छोटे संदीप सैनी ने वर्ष 2009 में पीएमटी की परीक्षा पास की। बीकानेर के पीबीएम अस्पताल से वर्ष 2015 में एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी कर डॉकर बने। 2021 में एसएमएस अस्पताल जयपुर से पीजी की। अब आसाम के गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज में गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में डीएम कर रहे हैं। संदीप सैनी की पत्नी प्रियंका सैनी ने वर्ष 2019 में एमबीबीएस किया। वे वर्तमान में अजमेर के जिला अस्पताल में पीजी कर रही हैं।

Related Articles