[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

मातृ सम्मेलन में ‘सजग अभिभावक’ बनने का आह्वान:मोबाइल की लत पर जताई चिंता, पहले पहुंचने वाले पांच पेरेंट्स को किया सम्मानित


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
चूरूटॉप न्यूज़रतनगढ़राजस्थानराज्य

मातृ सम्मेलन में ‘सजग अभिभावक’ बनने का आह्वान:मोबाइल की लत पर जताई चिंता, पहले पहुंचने वाले पांच पेरेंट्स को किया सम्मानित

मातृ सम्मेलन में 'सजग अभिभावक' बनने का आह्वान:मोबाइल की लत पर जताई चिंता, पहले पहुंचने वाले पांच पेरेंट्स को किया सम्मानित

रतनगढ़ : नालंदा शिक्षण संस्थान के प्रांगण में रविवार 09 नबंवर को एक मातृ सम्मेलन का आयोजन किया गया। सरिता की अध्यक्षता में हुए इस सम्मेलन में ‘सजग पेरेंट्स’ बनने का आह्वान किया गया और मोबाइल की लत पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई। कार्यक्रम में पूर्व ब्लॉक शिक्षा अधिकारी पुष्पा वर्मा विशिष्ट अतिथि तथा साहित्यकार भानु प्रिया शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं।

कार्यक्रम का शुभारंभ स्कूल की सीनियर टीचर लक्ष्मी सोनी की सरस्वती वंदना से हुआ। छात्रा आस्था स्वामी ने “हमारा बचपन” कविता प्रस्तुत की। इसके बाद बच्चों हिमांशु, श्रीराम, खुशबू और सिद्धार्थ ने “मोबाइल को छोड़ो तुम” नामक एक लघु नाटक का मंचन किया, जिसने दर्शकों को मोबाइल के अत्यधिक उपयोग के प्रति जागरूक किया।

विशिष्ट अतिथि पुष्पा वर्मा ने अपने संबोधन में नारी शक्ति की सराहना की। उन्होंने कहा कि नारी अबला नहीं, बल्कि सबला है, जो घर के कामकाज के साथ-साथ परिवार और समाज को नई दिशा प्रदान कर रही है। मुख्य अतिथि भानुप्रिया शर्मा ने मोबाइल की लत के लिए माता-पिता को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने अभिभावकों से सजग रहने और बच्चों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझने का आग्रह किया।

स्कूल के प्रधानाध्यापक दिलीप स्वामी ने “अंधकार मिटाना है अगर प्रकाश के लिए” भावों पर आधारित एक कविता का वाचन किया। वरिष्ठ अध्यापिका गीता माली ने अच्छे स्वास्थ्य के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि स्वस्थ विद्यार्थी ही अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकता है, जिससे अच्छे संस्कारों की नींव पड़ती है। लक्ष्मी सोनी ने स्कूल की विशेषताओं और अनुशासन पर प्रकाश डालते हुए “धरती पे रूप मां-बाप का” गीत प्रस्तुत किया। छोटे बच्चों ने दिलीप स्वामी की कविता “मेरा बचपन” की पंक्तियों को स्लोगन स्लेटों के साथ प्रस्तुत किया।

इस अवसर पर सर्वप्रथम पहुंचने वाले पांच पेरेंट्स को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया। अध्यक्ष सरिता ने सभी उपस्थित अभिभावकों का धन्यवाद किया और उनसे ऐसे सम्मेलनों में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने का आग्रह किया, ताकि बच्चों को उचित मार्गदर्शन मिल सके। कार्यक्रम का सफल संचालन दिलीप स्वामी “मनु” ने किया। इस दौरान सीमा, कविता, सुधा, शबाना, नसरीन, उल्फत, बानो, नजमा, कौशल्या, पूनम, ज्योति, संतोष, रुखसाना सहित कई पेरेंट्स उपस्थित थे।

Related Articles