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नंगली सलेदीसिंह के राजकीय विद्यालय का खेल मैदान हाईटेंशन लाइनों से खतरे में:छात्रों की सुरक्षा पर लटका संकट


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नंगली सलेदीसिंह के राजकीय विद्यालय का खेल मैदान हाईटेंशन लाइनों से खतरे में:छात्रों की सुरक्षा पर लटका संकट

मैदान में थमी खेल गतिविधियां, कलेक्टर तक शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई

जनमानस शेखावाटी सवंददाता : विजेन्द्र शर्मा

खेतड़ी : खेतड़ी उपखंड क्षेत्र के नंगली सलेदीसिंह स्थित लेफ़्टिनेंट उम्मेद सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के खेल मैदान इन दिनों खतरे का पर्याय बन गया है। विद्यालय के खेल मैदान में वर्षों पहले विद्युत विभाग द्वारा 11 केवी और 33 केवी हाई टेंशन लाइन के 5 खंभे लगा दिए गए थे, जो अब छात्रों और युवाओं की सुरक्षा के लिए बड़ा जोखिम बने हुए हैं। इसी वजह से छात्र-छात्राएं और युवा मैदान में खेल अभ्यास करने जाने से भी कतराने लगे हैं। खेल गतिविधियां पूरी तरह प्रभावित हो चुकी हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्र की खेल प्रतिभाओं का भविष्य अधर में लटका हुआ है।

उप प्रधानाचार्य मानसिंह चाहर ने बताया कि विद्यालय के खेल मैदान में हाई टेंशन लाइन के बीच से गुजरने के कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। तेज हवा या बारिश के दौरान बिजली के तारों का खतरा और बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि विद्यालय में कबड्डी, वॉलीबॉल, एथलेटिक्स और अन्य खेलों में विद्यार्थियों की प्रतिभा है, लेकिन सुरक्षित मैदान न होने के कारण बच्चे व युवाओं को अपनी प्रतिभा निखारने का मौका नहीं मिल पा रहा।इसके साथ ही मैदान में जंगली घास तेजी से फैल चुकी है, जिससे मैदान की हालत बिगड़ गई है और अभ्यास करना मुश्किल हो गया है।

विद्यार्थियों और ग्रामीणों का कहना है कि खेल मैदान ही नहीं, बल्कि गांव का नाम भी खेलों में पीछे रह जाएगा अगर स्थिति इसी तरह बनी रही। विद्यालय प्रशासन ने इस गंभीर समस्या को हाल ही में आयोजित रात्रि चौपाल में जिला कलेक्टर झुंझुनूं तक भी पहुंचाया था, मगर शिकायत के बावजूद अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इससे ग्रामीणों और अभिभावकों में भी नाराजगी बढ़ रही है।ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई और हाई टेंशन लाइन के खंभों को नहीं हटाया गया, तो वे आंदोलन का सहारा लेने को मजबूर होंगे। उन्होंने विद्युत विभाग से तत्काल खंभे हटाकर खेल मैदान को सुरक्षित और उपयोगी बनाने की मांग की है, ताकि विद्यार्थी बिना किसी भय के खेल गतिविधियों में पूर्ण रूप से भाग ले सकें और क्षेत्र की खेल प्रतिभा को सही दिशा मिल सके।

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