बाजारों में रंग-रोगन सामग्री की बढ़ी खपत, दीपावली की तैयारी जोरों पर, रंगाई-पुताई के लिए बढ़ी मजदूरों की मांग
मौसम खुलते ही रंगाई-पुताई के काम ने पकड़ी रफ्तार

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद आरिफ चंदेल
इस्लामपुर : दीपावली का पर्व नजदीक आने के साथ ही कस्बे में दीपावली की तैयारियों ने रफ्तार पकड़ ली है। बाजारों में खरीदारी का माहौल बन चूका है वहीं घरों और दुकानों में रंगाई-पुताई ओर सजावट का कार्य तेजी से चल रहा है। इससे रंगाई-पुताई व सजावट क्षेत्र से जुड़े मजदूरों को भी पर्याप्त रूप से रोजगार मिला हुआ है। अक्टूबर माह तक बारिश जारी रहने के कारण रंगाई-पुताई का कार्य देर से आरंभ हो सका। मौसम के खुलते ही लोगों ने तेजी से रंगाई-पुताई व निर्माण कार्य करवाना शुरू कर दिया जिससे बाजार में रंग-रोगन सामग्री की भारी मांग देखी जा रही है।
रंग-रोगन में रोलर्स का बढ़ा उपयोग
समय के साथ-साथ रंग-रोगन के कार्य में भी बदलाव नजर आने लगा है। रंगाई-पुताई के काम में अब पुराने समय मे काम आने वाली मूंज, कूंच और ब्रश की जगह रोलर और रंगाई मशीनों का उपयोग बढ़ गया है। इससे न केवल कार्य की गति तेज हुई है, बल्कि समय की भी बचत हो रही है। वहीं काम में सफाई भी अधिक दिखाई दे रही है।
मनपसंद रंग तैयार करने की मशीनों की बढ़ी लोकप्रियता
बाजार में नई-नई मशीनों की सहायता से उपभोक्ताओं की पसंद के अनुसार रंगों को तैयार किया जा रहा है। दुकानदारों का कहना है कि ग्राहक अब तैयार रंग की बजाय अपनी पसंद के अनुसार कम्प्यूटराइज्ड रंग तैयार करवा रहे हैं, जिससे रंगों की विविधता और व्यक्तिगत पसंद को प्राथमिकता मिल रही है। दुकानदार ग्राहकों को बुकलेट दिखाकर रंग पसंद करवा रहे हैं जिससे ग्राहक अपनी इच्छानुसार रंग पसंद कर रहे हैं ।
दिनों-दिन घट रही है चूना-कलई की मांग
अब रंगाई-पुताई में पारंपरिक चूना-कलई की मांग दिनों दिन घटती जा रही है। चुना-कलई की जगह डिस्टेम्पर, वाटरकलर व प्लास्टिक पेंट जैसे आधुनिक रंगो की मांग बढ़ रही है। दुकानदारों ने बताया कि ग्राहक आजकल अधिक आकर्षक और लंबे समय तक बने रहने वाले रंगों का उपयोग कर रहा है जिससे बाजारों में आजकल कंप्यूटराइड रंगों की मांग ज्यादा हो रही है।