जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय ने रेहाना उस्मानी को पीएचडी उपाधि प्रदान की
जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय ने रेहाना उस्मानी को पीएचडी उपाधि प्रदान की

लाडनूं : जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय, लाडनूं ने शिक्षा विभाग में एक महत्वपूर्ण शोध के लिए रेहाना उस्मानी पुत्री रहमान खान,जयपुर को पीएचडी की उपाधि प्रदान की है। रेहाना का शोध विषय है “विद्यालय स्तर पर ऑनलाइन शिक्षण प्रक्रिया का बहु बुद्धि विकास एवं अधिगम शैली पर प्रभावशीलता का विश्लेषणात्मक अध्ययन”। यह शोध डॉक्टर गिरिराज भोजक के मार्गदर्शन में पूर्ण किया गया, जिसमें ऑनलाइन शिक्षा के प्रभाव को बहुबुद्धि सिद्धांत और विभिन्न अधिगम शैलियों के संदर्भ में विश्लेषित किया गया। अध्ययन ने विद्यालय स्तर पर डिजिटल शिक्षण की प्रभावकारिता का गहन मूल्यांकन किया, जो वर्तमान डिजिटल युग में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए उपयोगी सिद्ध हो सकता है।
विश्वविद्यालय के कुलपति,संबंधित अधिकारियों और परिवार के सदस्यों ने इस उपलब्धि पर रेहाना उस्मानी को बधाई दी है। यह शोध शिक्षा क्षेत्र में ऑनलाइन माध्यमों की भूमिका को मजबूत करने में योगदान देगा, खासकर बहुबुद्धि विकास को बढ़ावा देने के दृष्टिकोण से। रेहाना उस्मानी ने अपने शोध के माध्यम से शिक्षा प्रक्रिया में नवीन दृष्टिकोण प्रस्तुत किया है, जो शिक्षकों और नीति-निर्माताओं के लिए मार्गदर्शक साबित हो सकता है।
जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय शिक्षा, जैन दर्शन और अनुसंधान के क्षेत्र में अपनी प्रतिष्ठा के लिए जाना जाता है, और यह पीएचडी एक और मील का पत्थर है।