अविनाशी धाम की हरियाली बचाने और अवैध खनन रोकने की मांग को लेकर महापंचायत का आयोजन
12 गांव और 84 ढाणियों के ग्रामीणों ने लिया भाग, 27 अक्टूबर को फिर से होगी महापंचायत

जनमानस शेखावाटी सवंददाता : नैना शेखावत
नीमकाथाना : सीकर जिले के निकटवर्ती प्राचीन अविनाशी धाम पर रविवार को 12 गांव और 84 ढाणियों के ग्रामीणों की बड़ी महापंचायत आयोजित की गई। यह पंचायत मंशीदास अविनाशी की अध्यक्षता में हुई। पंचायत में अविनाशी धाम के चारों ओर फैली हरियाली को बचाने, पास में संचालित स्टोन क्रेशर और अवैध खनन गतिविधियों को बंद करवाने की मांग उठाई गई।
ग्रामीणों ने कहा कि अविनाशी धाम 800 वर्ष पुराना धार्मिक स्थल है और 12 गांवों की आस्था का केंद्र है। धाम पर हर माह अमावस्या और पूर्णिमा को मेला आयोजित होता है, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। उन्होंने कहा कि धाम के आसपास शराब और मांस की बिक्री पर वर्षों से रोक है, लेकिन खनन व क्रेशर व्यवसाय से अब यहां धूल-मिट्टी और प्रदूषण बढ़ गया है, जिससे श्रद्धालु और ग्रामीण दमा व सिलिकोसिस जैसी बीमारियों से ग्रस्त हो रहे हैं।
ग्रामीणों ने स्पष्ट कहा कि धाम की पवित्र परिधि में न तो कोई खनन कार्य चलने दिया जाएगा, न ही स्टोन क्रेशर का संचालन। पंचायत में निर्णय लिया गया कि आगामी 27 अक्टूबर को पुनः महापंचायत आयोजित की जाएगी, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी।
ग्रामीणों ने इस संबंध में सीकर जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन भी सौंपा। साथ ही परिवहन विभाग से सांवलपुरा तवरान इलाके में चल रहे ओवरलोड वाहनों की नियमित निगरानी की मांग की। उन्होंने बताया कि बिना नंबर प्लेट वाले वाहन बेखौफ चल रहे हैं, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
कार्यक्रम में सांवलपुरा तवरान सरपंच मामराज गुर्जर, आरटीआई कार्यकर्ता रामवतार गुर्जर, पूरणमल गुर्जर, मंशीदास, कालूराम मीणा, कैलाश रावत, दाताराम दहिया, पूर्ण नागौरी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।