[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

श्रीमाधोपुर मंडी में 8 दिन बाद खत्म हुई हड़ताल, व्यापार कल से होगा शुरू


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
टॉप न्यूज़राजस्थानराज्यश्रीमाधोपुरसीकर

श्रीमाधोपुर मंडी में 8 दिन बाद खत्म हुई हड़ताल, व्यापार कल से होगा शुरू

श्रीमाधोपुर मंडी में 8 दिन बाद खत्म हुई हड़ताल, व्यापार कल से होगा शुरू

जनमानस शेखावाटी सवंददाता : नैना शेखावत

श्रीमाधोपुर : श्रीमाधोपुर कृषि उपज मंडी में पिछले आठ दिनों से चल रहा व्यापारियों और पल्लेदारों के बीच गतिरोध आखिरकार समाप्त हो गया है। गुरुवार शाम दोनों पक्षों के बीच 13 सूत्रीय मांगों पर सहमति बनने के बाद हड़ताल समाप्त करने की घोषणा की गई। इसके साथ ही शुक्रवार से मंडी में व्यापार सुचारू रूप से शुरू होगा।

गौरतलब है कि पल्लेदारों द्वारा कृषि जिंसों की तुलाई और लोडिंग में कथित मनमानी को लेकर व्यापारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की थी। इस दौरान अखिल भारतीय किसान सभा और माकपा के पदाधिकारियों ने भी आंदोलन में भाग लिया था। हड़ताल के चलते प्रतिदिन करीब दो करोड़ रुपये का व्यापार प्रभावित हो रहा था, वहीं सरकारी राजस्व को भी लगभग 10 लाख रुपये का नुकसान उठाना पड़ा।

आठ दिन बाद दोनों पक्षों के बीच समझौता होते ही मंडी परिसर में राहत की लहर दौड़ गई। इस मौके पर सीकर सांसद कॉ. अमराराम ने धरनास्थल पहुंचकर व्यापारियों, पल्लेदारों और मजदूर संगठनों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आपसी संवाद और समझौते से हर समस्या का समाधान संभव है। वहीं पूर्व विधायक कॉ. पेमाराम ने भी शांतिपूर्ण समाधान का स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान पल्लेदारों एवं माकपा पदाधिकारियों ने सांसद अमराराम का साफा व माला पहनाकर सम्मान किया।

इधर, मीडिया से बातचीत में सांसद अमराराम ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सीकर में पानी की समस्या विकराल होती जा रही है, लेकिन सरकार इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रही। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नौ बार सीकर आ चुके हैं, मगर पानी की समस्या के समाधान के लिए एक नया पैसा भी जारी नहीं किया गया। अमराराम ने कहा कि “मुख्यमंत्री केवल बातें करते हैं और जनता को बातों से पानी पिलाना चाहते हैं।”

सांसद ने हाल ही में हुई बारिश से किसानों की फसलों को हुए नुकसान का मुआवजा जल्द देने की मांग की। साथ ही उन्होंने घोषणा की कि पानी की समस्या और किसानों के मुद्दों को लेकर आगामी 30 अक्टूबर को सीकर में विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा, जिसमें अधिक से अधिक लोगों से शामिल होने का आह्वान किया गया।

Related Articles