अजीतसर में किसानों को नैनो यूरिया प्लस के गिनाए फायदे:किसान गोष्ठी का आयोजन, जैव उर्वरकों के प्रयोग के तरीके बताए
अजीतसर में किसानों को नैनो यूरिया प्लस के गिनाए फायदे:किसान गोष्ठी का आयोजन, जैव उर्वरकों के प्रयोग के तरीके बताए

सरदारशहर : सरदारशहर के अजीतसर गांव में मंगलवार को इफको द्वारा एक दिवसीय किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान किसानों को नैनो यूरिया प्लस के फायदों से अवगत कराया गया। इफको के चूरू जिला प्रभारी अजय जाखड़ ने बताया कि नैनो यूरिया प्लस परंपरागत दानेदार यूरिया से ज्यादा प्रभावी है। इसकी उपयोग दक्षता 90 से 95 प्रतिशत तक है। खेतों में यूरिया की मात्रा आधी करके, पानी देने के 15-20 दिन बाद प्रति लीटर पानी में 4-5 मिली नैनो यूरिया प्लस मिलाकर छिड़काव करना चाहिए। इससे मिट्टी, पानी और पर्यावरण की गुणवत्ता बनी रहती है। साथ ही उत्पादन में भी वृद्धि होती है। कृषि पर्यवेक्षक अनिता खोथ ने कृषि विभाग की योजनाओं की जानकारी दी। एसएफए मनोज कुमार ने सागरिका और जैव उर्वरकों के प्रयोग के तरीके बताए। इफको एमसी प्रतिनिधि विनोद कुमार ने कृषि रसायनों की जानकारी देते हुए किसानों से इन्हें अपनाने का आग्रह किया। गोष्ठी में दर्जनों किसानों ने हिस्सा लिया और नैनो तकनीक आधारित उर्वरकों में विशेष रुचि दिखाई। कार्यक्रम में इफको क्षेत्रीय प्रतिनिधि अजय कुमार जाखड़, इफको एमसी से विनोद कुमार, एसएफए मनोज कुमार और अजीतसर कृषि पर्यवेक्षक अनिता खोथ मौजूद रहे।