रींगस में NH-52 पर 200 से ज्यादा गड्ढे:दो किमी की दूरी में लग रहे 20 मिनट, टोल वसूली जारी, वाहन चालक परेशान
रींगस में NH-52 पर 200 से ज्यादा गड्ढे:दो किमी की दूरी में लग रहे 20 मिनट, टोल वसूली जारी, वाहन चालक परेशान

रींगस : रींगस कस्बे के बाईपास पर स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग-52 के हालात बेहद खराब है। मिल तिराहे से भैंरूजी मोड़ तक करीब 2 किलोमीटर की सड़क पर 200 से ज्यादा गहरे गड्ढे हो गए हैं। इस हाईवे पर 2 किलोमीटर के रास्ते को कवर करने में महज 2 मिनट ही लगते थे। लेकिन अब गड्ढों और पानी भरने की वजह से 20 मिनट से ज्यादा का समय लग रहा है। कई बार तो सड़क के दोनों तरफ 5-5 किलोमीटर तक ट्र्रैफिक जाम लग जाता है। उपखंड अधिकारी बृजेश कुमार गुप्ता ने बताया की मिल तिराहे से भैंरूजी मोड़ पुलिया तक सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है। उन्होंने एनएचएआई के अधिकारियों को इस संबंध में पत्र लिखा है।

एनएचएआई के अधिकारी नहीं देते फोन का जवाब
स्थानीय ट्रांसपोर्टर विक्की यादव महरोली ने कहा- गड्ढों की वजह से वाहनों के सस्पेंशन खराब हो रहे हैं। कई बार दुर्घटनाएं भी हो जाती हैं। एनएचएआई के अधिकारी हमारे फोन कॉल का जवाब तक नहीं देते। मुकेश वंशिका निठारवाल ने बताया- एनएचएआई 100 किलोमीटर के क्षेत्र में दो टोल बूथ से 200 रुपए वसूल रही है। 15 साल से टोल वसूली के बावजूद सड़क की मरम्मत नहीं कराई जा रही है।

टूटी सड़क की वजह से गलत दिशा से आ रहे वाहन
चंद्रशेखर सैनी ने बताया- फोरलेन का निर्माण हुए करीब पंद्रह साल हो गए। लेकिन रींगस के मिल तिराहे से भैंरूजी मोड़ तक की सड़क आज तक टूटी पड़ी है। मजबूर होकर कई वाहन चालक गलत दिशा से गाड़ी लेकर आते हैं जिससे कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। इसके बाद भी एनएचएआई के अधिकारी और कर्मचारी आंख बंद करके सो रहे है।

वहीं, प्रभूदयाल बगड़िया ने बताया- राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 52 की जर्जर सड़क से राहगीर परेशान हो गए हैं। फिर भी एनएचएआई के अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। अब लोगों में काफी गुस्सा है। भविष्य में कभी हादसा होने पर एनएचएआई को जवाब देना मुश्किल हो जाएगा।
छोटी गाडियों को हो रहा भारी नुकसान
व्यवसायी मनोज अग्रवाल ने बताया- राष्ट्रीय राजमार्ग के मिल तिराहे से भैंरूजी मोड़ तक इतने गड्ढें हो गए कि यहां से गुजरना मुश्किल हो गया है। बारिश के मौसम में इन गड्ढों में पानी भर जाता है जिससे छोटे वाहनों को काफी नुकसान पहुंचता है।