उर्वरक विक्रेताओं को मिली ट्रेनिंग:30 व्यवस्थापकों को मिला प्रमाण-पत्र, किसानों को मिलेगी बेहतर सेवा
उर्वरक विक्रेताओं को मिली ट्रेनिंग:30 व्यवस्थापकों को मिला प्रमाण-पत्र, किसानों को मिलेगी बेहतर सेवा

फतेहपुर : भरतिया कृषि विज्ञान केन्द्र में सोमवार शाम फतेहपुर व लक्ष्मणगढ़ ग्राम सेवा सहकारी समितियों के व्यवस्थापक और सहायक व्यवस्थापकों के लिए आयोजित खुदरा उर्वरक विक्रेता प्रशिक्षण का समापन हुआ। इस प्रशिक्षण में फतेहपुर और लक्ष्मणगढ़ की ग्राम सेवा सहकारी समितियों के 30 व्यवस्थापक और सहायक व्यवस्थापकों ने भाग लिया। प्रशिक्षण पूरा करने वाले सभी प्रतिभागियों को प्राधिकार प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
केन्द्राध्यक्ष डॉ. आ.के. दुलड़ ने बताया कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य विक्रेताओं को नवीनतम कृषि तकनीकों, उर्वरकों के संतुलित उपयोग, मृदा परीक्षण, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, जैविक खेती और व्यापार से संबंधित जानकारी प्रदान करना था, ताकि किसानों को अधिक बेहतर और वैज्ञानिक सेवाएं मिल सकें।
विशेषज्ञों की अहम जानकारी
प्रशिक्षण के दौरान कृषि महाविद्यालय, कृषि अनुसंधान केंद्र और कृषि विभाग सीकर के विशेषज्ञों ने उर्वरकों के वैज्ञानिक उपयोग, असंतुलित व अत्यधिक उपयोग से होने वाले स्वास्थ्य और पर्यावरणीय दुष्प्रभावों पर जानकारी दी। साथ ही उर्वरक व्यापार से जुड़े नियमों और सरकारी योजनाओं जैसे डीबीटी (प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण) और पीओएस (प्वाइंट ऑफ सेल) मशीन संचालन की भी जानकारी दी गई।