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दिल्ली से खाटूश्यामजी-सालासर के लिए हेलिकॉप्टर सेवा बंद:सीकर जिला प्रशासन ने हेलीकॉप्टर लैंड की नहीं दी परमिशन; जयपुर से बाबा के दर्शन करने पहुंचे


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दिल्ली से खाटूश्यामजी-सालासर के लिए हेलिकॉप्टर सेवा बंद:सीकर जिला प्रशासन ने हेलीकॉप्टर लैंड की नहीं दी परमिशन; जयपुर से बाबा के दर्शन करने पहुंचे

दिल्ली से खाटूश्यामजी-सालासर के लिए हेलिकॉप्टर सेवा बंद:सीकर जिला प्रशासन ने हेलीकॉप्टर लैंड की नहीं दी परमिशन; जयपुर से बाबा के दर्शन करने पहुंचे

खाटूश्यामजी : राजस्थान के दो प्रमुख धार्मिक स्थलों खाटूश्यामजी और सालासर के लिए दिल्ली से शुरू हुई हेलिकॉप्टर सेवा सरकारी नियमों की दीवार से टकरा कर बंद हो गई। अब यह हेलिकॉप्टर सेवा दिल्ली-जयपुर के बीच आज (सोमवार) से शुरू हुई है। हेलिकॉप्टर ने रोहिणी के हेलीपोर्ट से सुबह 10:30 बजे उड़ान भरी। सुबह 11 बजे जयपुर के वैशाली नगर स्थित ए-वन प्राइवेट हेलीपैड पर लैंड किया। हेलिकॉप्टर में 2 यात्री सवार थे, जिन्होंने खाटूश्यामजी दर्शन किए।

इससे पहले दिल्ली की प्राइवेट कंपनी स्यंदन एविएशन ने यह हेलिकॉप्टर सेवा 23 अगस्त को दिल्ली-खाटूश्यामजी के बीच शुरू की थी लेकिन खाटूश्यामजी में हेलिकॉप्टर लैंड करने की प्रशासनिक अनुमति नहीं मिली तो यह बंद हो गई। यह हवाई सेवा सिर्फ एक दिन ही चल सकी। 23 अगस्त को हेलिकॉप्टर में प्रसिद्ध कवि व लेखक डॉ. कुमार विश्वास भी पहले यात्री के रूप में आए थे। खाटूश्यामजी से 9 किलोमीटर दूर जालूण्ड हेलीपैड पर 2 हेलिकॉप्टर उतरे थे। कुमार विश्वास सहित टोटल 12 लोग दर्शन करने पहुंचे थे।

सीकर जिला प्रशासन ने नहीं दी परमिशन

स्यंदन एविएशन कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर अभिनव सहाय ने बताया- हम लगातार सीकर जिला प्रशासन व श्याम मंदिर कमेटी से खाटूश्यामजी में हेलिकॉप्टर उतारने की परमिशन मांग रहे हैं। अभी तक हमें परमिशन नहीं मिली है। इस कारण दिल्ली-खाटूश्यामजी के बीच शुरू हुई है। हेलिकॉप्टर सेवा स्थगित करनी पड़ी। इस संबंध में प्रशासन से लगातार हमारी बात हो रही है।

एमडी ने बताया- हमारे पास दिल्ली से खाटूश्यामजी और सालासर दर्शन करने के लिए अलग-अलग समय में 10 से 12 बुकिंग एडवांस में है। कई बुकिंग हमने रद्द कर दी। लेकिन अब श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए कंपनी ने यह हेलिकॉप्टर सेवा जयपुर तक शुरू की है, जब तक हमें खाटूश्यामजी में हेलिकॉप्टर उतारने की परमिशन नहीं मिल जाती। एमडी ने बताया कि पहले हमारी खाटूश्यामजी के लिए रोजाना दो हेलिकॉप्टर चलाने की प्लानिंग थी। अब परमिशन नहीं मिलने से फिलहाल जयपुर के लिए एक हेलिकॉप्टर ही उड़ान भरेगा।

दिल्ली से हेलिकॉप्टर भरेगा उड़ान

यह हेलिकॉप्टर दिल्ली के रोहिणी हेलीपोर्ट से सुबह 10:30 बजे उड़ान भरेगा और 11:00 बजे जयपुर ए-वन हेलीपैड पर लैंड करेगा। इसके बाद कंपनी की एक गाड़ी हेलीपैड से श्रद्धालुओं को खाटूश्यामजी दर्शन करवाने के लिए लेकर जाएगी। इसके बाद निर्धारित समय में खाटूश्यामजी दर्शन करने के बाद श्रद्धालु वापस गाड़ी से जयपुर हेलीपैड पर पहुंचेंगे। इसके बाद यहां से फिर सालासर धाम के लिए हेलिकॉप्टर दोपहर 1:10 बजे उड़ान भरेगा, जो 1:40 बजे सालासर में मंदिर से 7 किलोमीटर दूर एक प्राइवेट हेलीपैड पर उतरेगा।

सालासर में दर्शन करने के बाद श्रद्धालु डेढ़ घंटे तक लंच और रेस्ट करेंगे। इसके बाद दोपहर 3 बजे सालासर से दिल्ली के लिए हेलिकॉप्टर उड़ान भरेगा और 4:15 दिल्ली के रोहिणी स्थित हेलीपोर्ट पर लैंड होगा। दोनों धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं को वीआईपी दर्शन कराए जाएंगे। इन दोनों धामों की एक ही दिन में यात्रा करने के लिए एक श्रद्धालु का किराया 95 हजार होगा। हालांकि, खाटूश्यामजी मंदिर कमेटी ने वीआईपी दर्शन करवाने वाली बात को भी नकार दिया है। मंदिर कमेटी का कहना है कि मंदिर में वीआईपी दर्शनों की कोई व्यवस्था नहीं है।

बता दें कि सीकर जिला प्रशासन ने कंपनी को सिर्फ एक दिन की अनुमति दी थी क्योंकि 23 अगस्त को हेलिकॉप्टर में खाटूश्यामजी दर्शन करने के लिए प्रसिद्ध लेखक व कवि डॉ.कुमार विश्वास आए थे। उन्हें वाई श्रेणी प्रोटोकॉल प्राप्त है। इसलिए परमिशन दी गई।

क्या कहती है DGCA की गाइडलाइंस?

  • डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) की गाइडलाइंस के अनुसार- नियमित हेलीकॉप्टर सेवा के लिए हेलीपोर्ट या लैंडिंग एरिया का लाइसेंस जरूरी है। टेम्पररी हेलीपैड्स को पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।
  • CAR सेक्शन-4, सीरीज B में हेलीपैड के लिए सेफ्टी स्टैंडर्ड्स, लैंडिंग मिनिमा और पायलट रिक्वायरमेंट तय हैं।
  • हर हेलीपैड के लिए पायलट-इन-कमांड को DGCA के क्राइटेरिया के आधार पर ऑपरेटिंग मिनिमा तय करना होता है।
  • ज्यादातर हेलीपैड्स VIP या विशेष उपयोग के लिए हैं। जिससे नियमित कॉमर्शियल सेवा शुरू करना मुश्किल है।
  • स्थानीय स्तर पर भी चार्टर्ड प्लेन या हेलिकॉप्टर की लैंडिंग के लिए नगर परिषद या जिला प्रशासन को 16 से 20 हजार रुपए एक लैंडिंग के देने होते हैं। जिनमें सुरक्षा, फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस और लैंडिंग चार्ज शामिल है।
  • खाटूश्यामजी और सालासर में स्थायी हेलीपैड नहीं।

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