वक्फ-बोर्ड के चेयरमैन बोले- बोर्ड की जमीन अल्लाह की अमानत:कहा- जो कब्जा कर बैठा है, उसे हटाया जाएगा; बेचने का अधिकार किसी को नहीं
वक्फ-बोर्ड के चेयरमैन बोले- बोर्ड की जमीन अल्लाह की अमानत:कहा- जो कब्जा कर बैठा है, उसे हटाया जाएगा; बेचने का अधिकार किसी को नहीं

झुंझुनूं : झुंझुनूं जिले में वक्फ की जमीनों पर लगातार हो रहे अवैध कब्जों और खरीद-फरोख्त को लेकर आखिरकार वक्फ बोर्ड ने सख्त रुख अपना लिया है। रविवार को वक्फ बोर्ड के चेयरमैन खानू खान बुधवाली झुंझुनूं पहुंचे और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर साफ शब्दों में कहा कि वक्फ की जमीनें किसी भी कीमत पर भूमाफियाओं और कब्जाधारियों को नहीं सौंपी जाएंगी। जो भी व्यक्ति वक्फ की जमीन पर अवैध कब्जा कर बैठा है, उसे हटाया जाएगा।
चेयरमैन बुधवाली ने कहा कि वक्फ की जमीनें अल्लाह की अमानत हैं और इन्हें बेचने का अधिकार किसी को नहीं है। चाहे वह अंसार कॉलोनी की जमीन हो, शहीदान चौक की दुकानें हों, अफसाना जोहड़ हो, जामा मस्जिद के आसपास की भूमि हो, फॉरेस्ट हाडिसा की दरगाह हो, उदयपुरवाटी, केड भाटिवाड या इस्लामपुर की जमीन हो — ये सभी संपत्तियां बेहद कीमती हैं और इन्हें बचाना हमारी जिम्मेदारी है।
प्रशासनिक लापरवाही पर सवाल
बुधवाली ने कहा कि इन जमीनों को खुर्द-बुर्द करने में केवल भूमाफियाओं की ही नहीं, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही की भी बड़ी भूमिका रही है। पटवारी और तहसीलदार जैसे अधिकारी केवल अपनी ड्यूटी निभाने और रजिस्ट्री कराने में लगे रहे, लेकिन उन्होंने यह नहीं देखा कि वक्फ की जमीनों की रजिस्ट्री होती ही नहीं। जैसे देवस्थान की जमीनों की बिक्री या रजिस्ट्री संभव नहीं है, उसी तरह वक्फ की जमीनों की भी न तो बिक्री हो सकती है और न ही किसी निजी व्यक्ति के नाम ट्रांसफर।
उन्होंने कहा कि जिन्होंने बेचा और जिन्होंने खरीदा, दोनों अपराधी हैं। वक्फ बोर्ड अब सख्ती से कार्रवाई करेगा और इस तरह के सौदों को न केवल निरस्त किया जाएगा बल्कि दोषियों पर कानूनी कार्रवाई भी होगी।
बड़ी दरगाह की जमीन का मामला
झुंझुनूं में बड़ी दरगाह की जमीन को लेकर हाल ही में की गई कार्रवाई पर भी चेयरमैन ने स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई वक्फ बोर्ड की पहल पर नहीं हुई बल्कि यहां के लोगों ने हाईकोर्ट में जाकर अपील की थी। उसी अपील के आधार पर अदालत ने आदेश दिए और प्रशासन ने कार्रवाई की। इसमें वक्फ बोर्ड का कोई व्यक्तिगत हस्तक्षेप नहीं था, लेकिन जमीन वक्फ की ही है और इसे किसी भी हाल में बचाया जाएगा।
चेयरमैन ने कहा कि भूमाफियाओं ने गरीब और भोले-भाले लोगों को गुमराह कर कहा कि इस जमीन पर उनका कब्जा है और इसे खरीद लो। लेकिन हकीकत यह है कि वक्फ की जमीन को कोई भी बेच नहीं सकता। ऐसे में जिन्होंने खरीद की है, वे अब असली मालिक नहीं बल्कि किराएदार की हैसियत से रह सकते हैं।
गरीबों के साथ अन्याय
उन्होंने कहा कि गरीब लोगों को बहकाकर उनसे जमीनें खरीदवाना उनके साथ कुठाराघात है। भूमाफियाओं ने पैसा लेकर उन्हें धोखा दिया और अब वे बेचारे दर-दर भटक रहे हैं। लेकिन वक्फ बोर्ड उनकी मदद करेगा। यदि कोई व्यक्ति स्थानीय स्तर पर वक्फ की जमीन पर बसा है और ईमानदारी से आगे आकर सहयोग करता है तो वक्फ उसे किराएदार का दर्जा देकर संरक्षण दे सकता है।
बजट और बोर्ड लगाने की योजना
चेयरमैन बुधवाली ने कहा कि हमने सरकार से भी बजट की मांग की है ताकि जहां-जहां वक्फ की जमीन है, वहां पथरगढ़ी करके पहचान चिन्ह लगाया जा सके। साथ ही हर जमीन पर वक्फ का बोर्ड लगाया जाएगा ताकि लोगों को साफ तौर पर जानकारी रहे कि यह भूमि वक्फ की है और इसकी खरीद-फरोख्त पूरी तरह गैरकानूनी है।
अवैध कब्जाधारियों को चेतावनी
बुधवाली ने साफ कहा कि जो भी व्यक्ति वक्फ की जमीन पर अवैध कब्जा जमाए बैठा है, उसे तुरंत हटना होगा। चाहे वह कितना भी रसूखदार क्यों न हो, वक्फ की संपत्तियों पर कब्जा अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जरूरत पड़ी तो सरकार और प्रशासन से सहयोग लेकर बुलडोजर चलाया जाएगा।