जसरापुर में दो दिन से लापता किशोरी की बरामदगी की मांग पर ग्रामीणों ने किया राष्ट्रीय राजमार्ग जाम, पुलिस को दिया 72 घंटे का अल्टीमेटम
राष्ट्रीय राजमार्ग 311 पर ढाई घंटे तक जाम, शव मिलने की चर्चा से गांव में बढ़ा तनाव; परिजनों का आरोप – पुलिस बरामदगी में लापरवाही बरत रही है

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : विजेन्द्र शर्मा
खेतड़ी : जसरापुर गांव की वार्ड नंबर 13 की एक किशोरी सोमवार सुबह से लापता है। परिजनों ने शाम को पिता सुनील सिंह की ओर से खेतड़ी नगर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। लेकिन दूसरे दिन तक किशोरी को बरामद नहीं करने पर मंगलवार को ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा और उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया।
राजमार्ग पर ढाई घंटे तक जाम
मंगलवार दोपहर करीब 12:30 बजे ग्रामीण राजकुमार सिंह निर्वाण के नेतृत्व में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 311 पर पत्थर और लकड़ियां डालकर आवागमन रोक दिया गया। सैकड़ों ग्रामीण धरने पर बैठ गए, जिससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। ग्रामीणों का आरोप था कि पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की। इससे नाराज होकर वे किशोरी को जल्द बरामद करने की मांग पर अड़े रहे।
शव मिलने की चर्चा से तनाव
तेजू सिंह की ढाणी निवासी महिला पिंकी कंवर ने बताया कि सोमवार शाम को खेत में पायल ढूंढने गई थी। इस दौरान उसे करीब 12–13 वर्ष की एक लड़की का शव सड़क किनारे खाई में पड़ा दिखाई दिया, जो कपड़े और घास से ढका हुआ था। महिला घबराकर घर लौटी और परिजनों को बुलाकर वापस पहुंची तो शव वहां से गायब मिला। परिजनों ने आशंका जताई कि यह शव उनकी बेटी का हो सकता है। उनका आरोप है कि पुलिस उन्हें गुमराह कर रही है।
पुलिस की समझाइश पर खुला जाम
जाम की सूचना पर खेतड़ी नगर थाना प्रभारी विजय चंदेल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। करीब ढाई घंटे बाद ग्रामीणों ने पुलिस की बात मानकर जाम खोल दिया, लेकिन 72 घंटे का समय देते हुए चेताया कि यदि किशोरी बरामद नहीं हुई तो दोबारा सड़क जाम किया जाएगा और इसकी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी।
बड़ी संख्या में ग्रामीणों की मौजूदगी
धरने और जाम के दौरान गांव के सैकड़ों लोग मौजूद रहे। इनमें नरपत सिंह ठेकेदार, सुरेंद्र फौजी, प्रकाश ठेकेदार, घनश्याम सिंह, सतवीर फौजी, मनीष सिंह, लाल सिंह, गजेंद्र सिंह, भीम सिंह, कपिल सिंह, प्रहलाद सिंह, जेन सिंह, अशोक सिंह, राकेश सिंह, मेजर भूपेंद्र मेघवाल, रमेश सिंह, धीरज धानिया, रामावतार सिंह, संतोष, रामजीलाल, महिपाल, बृजेश, विजेंद्र सिंह, संदीप सहित अनेक ग्रामीण पुरुष मौजूद थे। वहीं महिलाओं में सुमन देवी, सरोज देवी, मोनिका निर्वाण, कृष्णा देवी, मनीषा निर्वाण और संतोष देवी भी धरने में शामिल रहीं।