नवलगढ़ में संस्था प्रधानों की वाक्पीठ का भव्य आयोजन, शिक्षा के नवाचार और नामांकन वृद्धि पर रहा फोकस
नवलगढ़ में संस्था प्रधानों की वाक्पीठ का भव्य आयोजन, शिक्षा के नवाचार और नामांकन वृद्धि पर रहा फोकस

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : रविन्द्र पारीक
नवलगढ़ : शैक्षिक सत्र 2025–26 की शुरुआत में नवलगढ़ ब्लॉक के संस्था प्रधानों की वाक्पीठ का भव्य और गरिमामयी आयोजन किया गया। यह आयोजन शैक्षिक संवाद, नवाचार, और विद्यालयों में नामांकन वृद्धि जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर केंद्रित रहा, जिसमें बड़ी संख्या में वरिष्ठ शिक्षाविदों एवं अधिकारियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नवलगढ़ विधायक विक्रम सिंह जाखल रहे। उन्होंने अपने प्रेरणादायक संबोधन में कहा कि क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था को और अधिक सशक्त बनाने के लिए वे पूर्णतः प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने सरकारी विद्यालयों में नामांकन वृद्धि को अत्यंत आवश्यक बताते हुए हर बच्चे को शिक्षा से जोड़ने की बात कही। साथ ही सभी संस्था प्रधानों को बेहतरीन परीक्षा परिणामों के लिए बधाई दी और विद्यालय से संबंधित समस्याओं के समाधान का आश्वासन भी दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता ब्लॉक शिक्षा अधिकारी आत्माराम ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपखंड अधिकारी सुनील कुमार, चूरू जॉन के संयुक्त निदेशक बजरंग लाल स्वामी, एडीईओ उम्मेद सिंह महला, मंडावा बीईओ अशोक शर्मा, पोदार महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. सत्येंद्र सिंह व उप प्राचार्य प्रो. विनोद कुमार सैनी मंच पर उपस्थित रहे।
संयुक्त निदेशक बजरंग लाल स्वामी ने कहा कि नामांकन वृद्धि तभी सार्थक होगी जब छात्रों के सर्वांगीण विकास की दिशा में कार्य किया जाए। उन्होंने संस्था प्रधानों से सृजनात्मक और मूल्य आधारित वातावरण तैयार करने का आह्वान किया।
बीईओ आत्माराम ने शिक्षा विभाग की योजनाओं के सफल क्रियान्वयन पर जोर देते हुए कहा कि विद्यार्थियों तक इन योजनाओं का लाभ पहुंचाना हम सभी की जिम्मेदारी है।
एसडीएम सुनील कुमार ने बालिकाओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए विद्यालयों में संवेदनशील वातावरण बनाए रखने की आवश्यकता बताई।
एडीईओ उम्मेद सिंह महला ने अनुशासन, सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था को मजबूत करने की बात कही।
वाक्पीठ अध्यक्ष राजेंद्र माहिच, सचिव सुशील रामुका, कोषाध्यक्ष रोहिताश मीणा, और अतिरिक्त बीईओ महेंद्र सैनी व कुलदीप पूनिया सहित कई संस्था प्रधानों और शिक्षकों ने शिक्षा की चुनौतियों, समाधान और नवाचारों पर सार्थक संवाद प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम में शैक्षणिक प्रगति, प्रशासनिक सुदृढ़ता, सामुदायिक सहभागिता और नामांकन वृद्धि जैसे विषयों पर गंभीर मंथन हुआ।
प्रमुख वार्ताकारों में रायसिंह महला, सुरभि गुप्ता, संजय कुमार सोमरा, राजेश कुमार बुरी, अशोक कुमार, महेंद्र सैनी, ओमप्रकाश जांगिड़, रामवतार सबलानिया, कुलदीप पूनिया, मुरारी लाल माली, महेश कुमार, सत्यपाल, सुशील रामुका, कमल कुमार शर्मा सहित अन्य शिक्षा सेवियों ने अपनी बात रखी।
कार्यक्रम का समापन प्रेरणादायक संदेशों और आगामी सत्र की कार्ययोजना के साथ हुआ। संस्था प्रधानों ने इस वाक्पीठ को मार्गदर्शक, प्रेरणास्पद और ऊर्जा से भरपूर अनुभव बताया। कार्यक्रम के अंत में झालावाड़ की दुखद घटना पर मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।