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झुंझुनूं में PHC के कर्मचारियों से ग्रामीण परेशान:वाहिदपुरा गांव का मामला; बोले- टाइम पर नहीं आते, बायोमेट्रिक मशीन से हो अटेंडेंस


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झुंझुनूं में PHC के कर्मचारियों से ग्रामीण परेशान:वाहिदपुरा गांव का मामला; बोले- टाइम पर नहीं आते, बायोमेट्रिक मशीन से हो अटेंडेंस

झुंझुनूं में PHC के कर्मचारियों से ग्रामीण परेशान:वाहिदपुरा गांव का मामला; बोले- टाइम पर नहीं आते, बायोमेट्रिक मशीन से हो अटेंडेंस

झुंझुनूं : झुंझुनूं जिले के वाहिदपुरा गांव के लोगों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में कर्मचारियों पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। गांव वालों का कहना है कि अस्पताल में सुबह 8 बजे ड्यूटी का समय निर्धारित होने के बावजूद अक्सर स्टाफ 10 बजे तक भी नहीं पहुंचता। दूर-दराज से इलाज के लिए आने वाले ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

ग्रामीणों ने बताया- कई बार आपातकालीन स्थिति में भी अस्पताल पहुंचने पर वहां कोई चिकित्सक या स्वास्थ्यकर्मी मौजूद नहीं मिलता। रविवार सुबह गांव का एक बुजुर्ग व्यक्ति बीपी की दवा लेने पीएचसी पहुंचा, लेकिन उन्हें यह कहकर वापस भेज दिया गया कि अभी स्टाफ नहीं आया है।

इसी तरह गर्दन में तेज दर्द से परेशान महिला सुमन अस्पताल गई थीं, लेकिन वहां ताला लटका मिला और उसे खाली हाथ घर लौटना पड़ा।

जानकारी के अनुसार वाहिदपुरा पीएचसी में कुल 6 कर्मचारियों का स्टाफ कार्यरत है, लेकिन उनकी नियमित उपस्थिति एक गंभीर समस्या बनी हुई है। अस्पताल में उपस्थिति दर्ज करने के लिए लगाई गई बायोमेट्रिक मशीन भी धूल फांक रही है, जिसका उपयोग न होने से कर्मचारियों की समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करना मुश्किल हो गया है।

बीपी की दवाई लेने आए बुजुर्ग को निराश लौटना पड़ा
बीपी की दवाई लेने आए बुजुर्ग को निराश लौटना पड़ा

इस गंभीर लापरवाही के संबंध में जब पीएचसी प्रभारी डॉ. नवीन चाहर से बात की गई, तो उन्होंने स्वीकार किया कि यह कोई नया मामला नहीं है। उन्होंने बताया कि पहले भी इस संबंध में सभी कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं आया।

डॉ. चाहर ने कहा कि अब एक बार फिर से पूरे स्टाफ को नोटिस जारी करने की तैयारी की जा रही है, ताकि अस्पताल में अनुशासन कायम किया जा सके और मरीजों को समय पर आवश्यक चिकित्सा सुविधा मिल सके।

ग्रामीणों ने इस समस्या को लेकर गहरी नाराजगी व्यक्त की है। उनकी मांग है कि स्वास्थ्य केंद्र में सुबह 8 बजे से डॉक्टर और अन्य सभी आवश्यक स्टाफ की उपस्थिति अनिवार्य की जाए।

गर्दन के दर्द की दवाई लेने आई महिला वापस लौटी
गर्दन के दर्द की दवाई लेने आई महिला वापस लौटी

इस पूरे मामले पर जब मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. छोटेलाल गुर्जर ने कहा- मुझे अभी तक इस संबंध में कोई औपचारिक शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। जैसे ही इस लापरवाही की लिखित शिकायत मिलेगी, तत्काल इस मामले में संज्ञान लेंगे और उचित कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।

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