सुजानगढ़ में मरणोपरांत नेत्रदान:प्रवासी समाजसेवी ने मां की मृत्यु पर लिया फैसला, दो लोगों को मिलेगी रोशनी
सुजानगढ़ में मरणोपरांत नेत्रदान:प्रवासी समाजसेवी ने मां की मृत्यु पर लिया फैसला, दो लोगों को मिलेगी रोशनी

सुजानगढ़ : सुजानगढ़ के नया बाजार में महिला की मौत के बाद मरणोपरांत नेत्रदान किया गया। नाइजीरिया प्रवासी और समाजसेवी मनोज रेनीवाल ने अपनी मां जुगजीवनी देवी के निधन के बाद उनके नेत्रदान का निर्णय लिया। बुधवार शाम को हृदयघात से जुगजीवनी देवी का निधन हो गया। मनोज ने नेत्रदान की इच्छा टीम हारे का सहारा के संयोजक श्याम स्वर्णकार को बताई। स्वर्णकार ने सरदारशहर स्थित नेत्र संग्रहण केंद्र से संपर्क किया। रात करीब 12 बजे डॉ. रविंद्र कुमार के नेतृत्व में टीम ने नेत्र संग्रहण किया।
श्याम स्वर्णकार ने बताया कि साधारण मृत्यु के बाद 8 घंटे के अंदर नेत्र संग्रहण आवश्यक होता है। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र का पहला मामला है जब किसी की मृत्यु के बाद घर से नेत्र संग्रहण किया गया है। इससे अन्य लोगों को प्रेरणा मिलेगी और नेत्रदान को लेकर भ्रांतियां भी दूर होंगी।
मनोज रेनीवाल ने कहा कि उनकी मां के नेत्रदान से दो लोगों को दृष्टि मिलेगी। वह सुजानगढ़ में वृद्धाश्रम भी चलाते हैं और सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहते हैं। मृतक महिला के एक पुत्र CRPF में सब इंस्पेक्टर हैं और एक पुत्री लेक्चरर हैं। इस नेत्रदान में सरदारशहर के नेत्रदान कॉर्डिनेटर गणेशदास स्वामी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।